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'उस बंदर को कहां से खोजकर लाएं जिसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाए', Jamtara का यह मामला आपको भी कर देगा हैरान

महिला की मौत इसी महीने चार फरवरी को हुई थी जिसके बाद मुआवजे के लिए बंदर को ढूंढ कर लाने के लिए कहा जा रहा है.

'उस बंदर को कहां से खोजकर लाएं जिसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाए', Jamtara का यह मामला आपको भी कर देगा हैरान
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डीएनए हिंदी: झारखंड से एक बेहद अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां जामताड़ा के बागडेहरी में बंदरों के उत्पाद के कारण दीवार गिरने से एक महिला की मौत हो गई थी. वहीं घटना के बाद अब परिजन उस बंदर को ढूंढने पर मजबूर हो गए हैं.

दरअसल बागडेहरी हरिजन टोला निवासी आशीष मंडल की पत्नी कविता मंडल गौशाला में साफ-सफाई का काम कर रही थीं. इसी दौरान बंदरों की उछलकूद में दीवार गिर गई और महिला उसके नीचे आ गईं. चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग पहुंचे. किसी तरह महिला को मलबे से निकाला गया और अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन महिला की जान बच ना सकी.  

कहां से लाया जाए आरोपी बंदर?
वहीं घटना के बाद परिजनों ने वन विभाग से मुआवजे की मांग की. इसपर विभाग ने एफआईआर दर्ज कराने की बात कही. हालांकि जब परिजन पुलिस के पास प्राथमिकी दर्ज कराने पहुंचे तो यहां उनके सामने एक अजीबोगरीब शर्त रख दी गई. परिजनों से कहा गया कि वे घटना के आरोपी व गवाह को थाने सामने लेकर आएं. अब सवाल यह है कि परिवार उस बंदर को कहां से खोजकर लाएं जिसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाए? 

इतना ही नहीं, घटना की सूचना मिलने के बाद वन विभाग के अधिकारी तीन दिन बाद पहुंचे लेकिन तब तक महिला का अंतिम संस्कार कर दिया गया था. उनका पोस्टमार्टम नहीं हो सका था.

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कहां से आया बंदर?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, महिला की मौत इसी महीने चार फरवरी को हुई थी जिसके बाद मुआवजे के लिए बंदर को ढूंढ कर लाने के लिए कहा जा रहा है. इतना ही नहीं, परिवार के लोगों से बंदर कहां से आया, कैसे आया और घटनास्थल के दौरान कौन मौजूद था, किसने देखा आदि सवाल किए जा रहे.

इधर परिवारजनों का कहना है कि अगर वन विभाग की टीम घटना वाले दिन यहां पहुंचत जाती तो ऐसी समस्या का सामना ना करना पड़ता. 

घायलों को मुआवजा, दर-दर भटकने पर मजबूर मृतक के परिजन
उन्होंने बताया, कुंडहित के स्थानीय लोगों को अक्सर बंदर काट लेता है जिसके फलस्वरूप वन विभाग के अधिकारी जांच करते हैं और पीड़ितों को राहत में 15-15 हजार रुपये का मुआवजा दे दिया जाता है. मृत महिला के परिजनों का कहना है कि घायलों को मुआवजा लेकिन मृतकों के परिजन दर-दर भटकने पर मजबूर हैं. घटना के दौरान मौजूद बंदर को कहां से ढूंढ कर लाया जाए?

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