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Kapil Sibal ने गुलाम नबी आजाद को दी पद्म भूषण की बधाई, जयराम रमेश ने उन्हें बताया 'गुलाम'

कपिल सिब्बल इससे पहले भी कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व पर कई बार सवाल उठा चुके हैं. 

Kapil Sibal ने गुलाम नबी आजाद को दी पद्म भूषण की बधाई, जयराम रमेश ने उन्हें बताया 'गुलाम'

kapil sibal congratulated Ghulam Nabi azad on padma bhushan took a jibe at congress 

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डीएनए हिंदीः कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने बुधवार को पद्म भूषण (Padam Bhushan) से सम्मानित किए जाने के ऐलान के बाद गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) को बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह विडंबना है कि कांग्रेस को उनकी सेवाओं की जरूरत नहीं है जब राष्ट्र सार्वजनिक जीवन में उनके योगदान को पहचानता है. सिब्बल ने ट्वीट किया कि गुलाम नबी आजाद पद्म भूषण से सम्मानित, बधाई हो भाईजान. विडंबना यह है कि जब देश सार्वजनिक जीवन में उनके योगदान को पहचानता है तो कांग्रेस को उनकी सेवाओं की जरूरत नहीं है. 

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सिब्बल का यह ट्वीट कांग्रेस नेता जयराम रमेश के प्रतिक्रिया के बाद आया है जिसमें उन्होंने आजाद को पद्म भूषण दिए जाने को लेकर तंज कसा था. जयराम रमेश ने अप्रत्यक्ष रूप से प्रतिक्रिया देते हुए आजाद को गुलाम बता दिया. जयराम रमेश ने पार्टी में अपने वरिष्ठ सहयोगी गुलाम नबी आजाद पर अपने एक ट्वीट से निशाना साधा था. बुद्धदेब भट्टाचार्य के अवार्ड वापस करने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्विटर पर लिखा था कि उन्होंने सही कदम उठाया, वो आजाद रहना चाहते हैं, गुलाम नहीं.

कपिल सिब्बल के अलावा भी कुछ ऐसे कांग्रेस नेता भी हैं जिन्होंने गुलाम नबी आजाद को इस अवार्ड के लिए बधाई दी है. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने गुलाम नबी आजाद को यह सम्मान मिलने का स्वागत किया है. हालांकि गुलाम नबी आजाद की ओर से इस पूरे घटनाक्रम पर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. 

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सिब्बल व आजाद कांग्रेस के उस ग्रुप 23 (G-23) के सदस्य रहे हैं, जो पार्टी में बदलाव का हिमायती रहा है. हालांकि पार्टी में अब यह समूह सक्रिय नहीं है. इस समूह की मांगों के अनुरूप न तो पार्टी में बदलाव हुए हैं और न ही पार्टी नेतृत्व में बदलाव व अध्यक्ष पद के लिए खुले चुनाव. पार्टी अब भी पुराने ढर्रे पर चल रही है और एक-एक कर नेता पार्टी से खिसकते जा रहे हैं. 

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