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'थोड़ा कूल रहो दोस्त, इतनी पतली चमड़ी ठीक नहीं' जानें शशि थरूर ने क्यों दी जयशंकर को ऐसी सलाह

Shashi Tharoor Vs S Jaishankar: कांग्रेस सांसद ने विदेश मंत्री जयशंकर के उस बयान पर सलाह दी है, जिसमें वे पश्चिमी देशों की निंदा कर रहे थे. 

'थोड़ा कूल रहो दोस्त, इतनी पतली चमड़ी ठीक नहीं' जानें शशि थरूर ने क्यों दी जयशंकर को ऐसी सलाह

shashi tharoor s jaishankar

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डीएनए हिंदी: Indian Politics- कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद शशि थरूर ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से थोड़ा कूल रहने की अपील की है. थरूर ने यह सलाह जयशंकर के उस बयान को लेकर दी है, जिसमें विदेश मंत्री ने युवकों के एक समूह को संबोधित करते हुए पश्चिमी देशों की आलोचना की थी. साथ ही कहा था कि पश्चिमी देशों को दूसरे देशों के मामलों में टांग अड़ाने व कमेंटबाजी करने की गंदी आदत है. थरूर ने उन्हें धैर्य रखने की सलाह देते हुए कहा कि इतना 'पतली चमड़ी' होना हमारे लिए ठीक नहीं है.

'धैर्य से हैंडल कीजिए चीजें'

थरूर ने ANI से कहा, मैं जयशंकर को लंबे समय से जानता हूं और उन्हें अपना दोस्त भी मानता हूं, लेकिन इस मामले में मेरे हिसाब से हमें इतना पतली चमड़ी होने की जरूरत हीं है. मुझे लगता है कि सरकार के लिए चीजों को धैर्य और शांति से देखना जरूरी होता है. यदि हम हर बात पर रिएक्ट करने लगेंगे तो अपना ही नुकसान कर लेंगे. सोमवार को संसद परिसर में मौजूद थरूर ने कहा, मैं अपने अच्छे दोस्त जयशंकर से थोड़ा कूल रहने की अपील करता हूं.

'पार्क में युवाओं से बोलना ठीक पर आपकी बात दुनिया में जाती है'

थरूर केरल की तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से कांग्रेस के सांसद हैं. उन्होंने जयशंकर को लेकर कहा, आप पार्क में युवाओं के सामने ऐसा कमेंट करते हैं तो यह अलग बात होती है. यह ठीक हो सकता है, लेकिन जब आपका कहा हुआ शब्द दुनिया भर में सुना जाता है तो आपकी कही हर बात का असर अलग होता है.

किस बात पर कमेंट कर रहे थे थरूर

थरूर दरअसल एस. जयशंकर की रविवार को बेंगलूरु के एक पार्क में 500 युवाओं के समूह से मुलाकात पर कमेंट कर रहे थे. इस 'Meet and Greet' प्रोग्राम का आयोजन बेंगलूरु साउथ से भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या और बेंगलूरु सेंट्रल से सांसद पीसी मोहन ने किया था. इस दौरान एक सवाल के जवाब में जयशंकर ने कहा था कि पश्चिम को लगता है कि दूसरों के आंतरिक मुद्दों पर कमेंट करना उन्हें ईश्वर की तरफ से मिला अधिकार है. यह पश्चिमी देशों की लंबे समय से खराब आदत है कि वे दूसरे देशों के मामलों में कमेंटबाजी करते हैं. जयशंकर से राहुल गांधी की संसद सदस्यता खारिज होने को लेकर अमेरिका और जर्मनी की तरफ से आए कमेंट के बारे में पूछा गया था.

बता दें कि शशि थरूर भी एस. जयशंकर की तरह पॉलीटिशियन बनने से पहले डिप्लोमैट रह चुके हैं. वे मनमोहन सिंह के दूसरे कार्यकाल में विदेश राज्य मंत्री भी रहे हैं.

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