Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Teesta Setalvad पर SIT का गंभीर आरोप- गुजरात सरकार गिराने की थी साजिश, कांग्रेस से लिए थे पैसे

Gujarat Riots 2002: SIT ने कोर्ट में तीस्ता सीतलवाड़ की जमानत का विरोध करते हुए दावा किया कि उन्होंने गुजरात सरकार को गिराने के लिए साजिश रची थी.

Latest News
Teesta Setalvad पर SIT का गंभीर आरोप- गुजरात सरकार गिराने की थी साजिश, कांग्रेस से लिए थे पैसे

एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़.

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: गुजरात पुलिस के विशेष जांच दल (SIT) ने शुक्रवार को दावा किया कि 2002 में गुजरात सरकार को अस्थिर करने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ (Teesta Setalvad) ने साजिश रची थी. इसके लिए उन्हें कांग्रेस से फंड मिला था. SIT की ओर से कोर्ट में दाखिल किए गए एक हलफनामे में दावा किया गया है कि सीतलवाड़ 2002 के दंगों के बाद राज्य में बीजेपी सरकार को गिराने के लिए दिवंगत कांग्रेस नेता अहमद पटेल (Ahmed Patel) के इशारे पर की गई एक बड़ी साजिश में शामिल थीं.

अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश डी. डी. ठक्कर ने विशेष जांच दल (SIT) के जवाब को रिकॉर्ड में लिया और जमानत अर्जी पर सुनवाई सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी.गुजरात पुलिस के मुताबिक, तीस्ता सीतलवाड़ एक बड़ी साजिश का हिस्सा थीं. एसआईटी के हलफनामे में कहा गया है कि तीस्ता सीतलवाड़ ने गुजरात में निर्दोष लोगों को गलत तरीके से फंसाने के लिए अपने प्रयासों के बदले प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दल से अवैध वित्तीय और अन्य लाभ लिए.

ये भी पढ़ें- क्यों मनाया जाता है WORLD SNAKE DAY? सांप के काटने से भारत में होती हैं सबसे ज्यादा मौतें

गुजरात सरकार को अस्थिर करने की थी साजिश
बता दें कि गुजरात दंगों के मामलों में निर्दोष लोगों को फंसाने के लिए सबूत गढ़ने के आरोप में सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ , पूर्व IPS अधिकारी आरबी श्रीकुमार और संजीव भट्ट के साथ गिरफ्तार किया गया है. गुजरात पुलिस के विशेष जांच दल की ओर से दाखिल किए गए हलफनामे में कहा गया है कि जमानत की आवेदक सीतलवाड़ का इस बड़े षड़यंत्र को अंजाम देने का राजनीतिक उद्देश्य निर्वाचित सरकार को गिराना या अस्थिर करना था. गुजरात पुलिस ने शुक्रवार को उनकी जमानत याचिका का विरोध किया था.

सीतलवाड़ को दिए गए थे 25 लाख रुपये
सूत्रों के मुताबिक, एसआईटी ने कोर्ट को बताया कि 2002 के दंगे के दो दिन बाद शाहीबाग में सरकारी सर्किट हाउस में अहमद पटेल और सीतलवाड़ के बीच हुई बैठक में गवाब नवे पटेल के निर्देश पर सीतलवाड़ को 25 लाख रुपये दिए गए थे. रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक में दिया कैश किसी राहत संबंधी कोष का हिस्सा नहीं था. इसमें यह भी बताया गया कि इन मीटिंग में कई राजनीतिक नेताओं की मौजूदगी की भी पुष्टि होती है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement