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Yellow Alert in Delhi: दिल्ली में 49 डिग्री के पार पहुंचा पारा, क्या होता है येलो अलर्ट?

इस रिपोर्ट में जानिए कि IMD द्वारा जारी किए Yellow Alert, Orange Alert और Red Alert का मतलब क्या होता है.

Yellow Alert in Delhi: दिल्ली में 49 डिग्री के पार पहुंचा पारा, क्या होता है येलो अलर्ट?
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डीएनए हिंदी: देश इस वक्त प्रचंड गर्मी की मार झेल रहा है. कई इलाकों में पारा 50 डिग्री सेल्सियस छू रहा है. इस बीच मौसम विभाग समय-समय अलर्ट जारी कर लोगों को चेतावनी दे रहा है. दिल्ली में कई जगहों में पारा 49 डिग्री को पार कर चुका है. रविवार (15 मई) को दिल्ली का अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. वहीं दिल्ली के मुंगेशपुर में तापमान 49.2 डिग्री सेल्सियस और नजफगढ़ में 49.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ था. वहीं हरियाणा के गुरुग्राम में अधिकतम तापमान 48.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 10 मई 1966 के 49 डिग्री सेल्सियस तापमान के बाद से सबसे ज्यादा है.इस भीषण गर्मी को देखते हुए मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है. अब आपको बताते हैं कि आखिर यह यलो अलर्ट होता क्या है.

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क्या है Yellow Alert ?

मौसम के अनुसार इस अलर्ट या चेतावनी का मतलब होता है कि आप अपने इलाके या रूटीन को लेकर सचेत रहें. इसके साथ ही कुछ सावधानियां भी बरतें. यलो अलर्ट जारी करने का मकसद असल में लोगों को सतर्क करना होता है. इसके मुताबिक आपको तुरंत कोई खतरा नहीं होता लेकिन मौसम के हाल को देखते हुए आपको जगह और अपने मूवमेंट को लेकर सावधान रहना चाहिए. जैसे कि गर्मी के मौसम को देखते हुए उसके मुताबिक ही अपना प्लान बनाना चाहिए. अगर ज्यादा जरूरी न हो तो बाहर न निकलें.

मौसम विभाग के Orange Alert का मतलब होता है कि मौसम की मांग है कि अब आप और खराब मौसम के लिए तैयार हो जाएं. जब मौसम इस तरह की करवट लेता है जिसका असर जनजीवन पर पड़ सकता है तब यह अलर्ट जारी किया जाता है. 

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Red Alert बहुत ही गंभीर हालातों में जारी किया जाता है. इसका मतलब होता है कि जान माल की सुरक्षा का समय आ चुका है. इस अलर्ट के बाद इसके दायरे में आने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जाता है. गर्मी के मौसम में रेड अलर्ट जारी होता है तो घर से बाहर न निकलने की सलाह दी जाती है. वहीं बारिश के मौसम यह अलर्ट बताता है कि तूफान या नुकसान पहुंचाने वाली बारिश हो सकती है. इसलिए पहले ही सतर्क रहें.

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