Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Pain Relief : हर तरह के दर्द को कम करने में कारगर है मेडिटेशन- Report

क्‍या आपके शरीर या मन में किसी भी तरह का दर्द (Physical-Mental Pain) बना हुआ है तो आपके लिए ध्‍यान यानी मेडिटेशन (Medetation) दवा की तरह काम करेगी. यह दावा यूनिवर्सिटी आफ कैलिफोर्निया सैन डिएगो स्कूल आफ मेडिसिन की रिसर्च में किया गया है.

Latest News
Pain Relief : हर तरह के दर्द को कम करने में कारगर है मेडिटेशन- Report

ध्‍यान लगाने से दूर होता है दर्द, हैरान कर देगा ये रिसर्च

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

TRENDING NOW

डीएनए हिंदी: रिसर्च रिपोर्ट इसी साल 7 जुलाई को पेन (PAIN) मैग्‍जीन में पब्लिश हुई है. ये रिपोर्ट बताती है कि ध्यान लगाने से दर्द की अनुभूत‍ि कम हो जाती है क्‍योंकि मेडिटेशन के दौरान मतिष्क का वो हिस्‍सा संदेश नहीं दे पाता जो दर्द की अनुभूत‍ि कराता है.

रिसर्च का दावा है कि कुछ पल के ध्यान (Meditation) से न केवल शारीरिक दर्द, बल्‍कि मानसिक कष्‍ट भी दूर होते हैं. मनोवैज्ञानिकों  का कहना है कि ध्यान लगाने से दर्द में तेजी से कमी आने लगती है. ऐसा इसलिए होता है कि ध्‍यान के दौरान मस्तिष्‍क में विचार कम आते हैं और नकारात्मकता दूर होने से मस्तिष्क व शरीर को शांत होने लगते हैं. 

यह भी पढ़ें: Diabetes रोगियों के लिए तेज धूप है खतरनाक, अचानक कम या ज्‍यादा हो सकता है शुगर- Report

यूनिवर्सिटी आफ कैलिफोर्निया सैन डिएगो स्कूल आफ मेडिसिन के विज्ञानियों ने पाया कि ध्‍यान से मस्तिष्क की गतिविधियों व दर्द के संदेश देने को इग्‍नोर करता है.

यूनिवर्सिटी आफ कैलिफोर्निया सैन डिएगो स्कूल आफ मेडिसिन में प्रोफेसर व अध्ययन के वरिष्ठ लेखक फैडेल जेइडान के अनुसार, 'जब दर्द कम महसूस होने लगे तो वह वास्तविक ध्यान है. अध्ययन में 40 ऐसे लोगों को शामिल किया गया था जिन्‍हें ध्‍यान के दौरान पैरों पर दर्द पहुचाने वाले प्रहार किए गए.

यह भी पढ़ें: Drinks For Uric Acid: ये 6 ड्रिंक्स यूरिक एसिड को निकाल देंगे बाहर, कम होगा जोड़ों का दर्द

इस दौरान सभी की मस्तिष्क की स्कैनिक की जा रही थी. प्रतिभागियों को दो समूहों में बांटा गया और एक समूह को दर्द के दौरान ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा गया था. शोधकर्ताओं ने पाया कि ध्यान लगाने वाले समूह को दर्द 32 प्रतिशत कम हुआ था तुलना में उनके जो ध्यान में नहीं बैठे थे. 


देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इं स्टाग्राम पर.

 

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement