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कार्तिक महीने में 2 ग्रहण, दिवाली के अगले दिन सूर्य तो देव दीपावाली पर होगा चंद्र ग्रहण

2 eclipses in Kartik Maas: इस बार सूर्य और चंद्र ग्रहण एक महीने के अंदर ही लग रहा है और दो त्यौहारों पर इसका असर दिखेगा.

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कार्तिक महीने में 2 ग्रहण, दिवाली के अगले दिन सूर्य तो देव दीपावाली पर होगा चंद्र ग्रहण

कार्तिक के महीने में 2 ग्रहण, दिवाली के अगले दिन सूर्य तो देव दीपावाली पर चंद्र ग्रहण
 

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डीएनए हिंदीः इस बार दिवाली के अगले दिन यानी 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लग रहा है इसके कारण पहली बार गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर को मनाई जाएगी. वहीं इस बार देव दीपावली पर चंद्र ग्रहण लगेगा. वहीं कार्तिक के महीने के आखिरी दिन 8 नवंबर 2022 मंगलवार को शाम को 2ः39 से 6ः19 तक चंद्रग्रहण होगा. इस दिन पूर्णिमा गंगा स्नान और देव दीपावली भी होगी. इसका सूतक प्रातः काल 8ः00 बजे कर 29 मिनट से आरंभ हो जाएगा. इसीलिए गंगा स्नान 8ः30 बजे से पहले पहले करना होगा. इसके बाद सूतक काल और ग्रहण के कारण स्नान करना निषिद्ध होगा. ग्रहण को उपरांत रात्रि को स्नान भी होगा. 

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सूर्य ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले से होगा
सूर्य ग्रहण 40 मिनट का होगा. शाम 4ः42 बजे से शुरु होकर सूर्यग्रहण संध्या समय 5ः22 बजे समाप्त होगा. इस बार का सूर्य ग्रहण स्वाती नक्षत्र और तुला राशि पर लग रहा है. इसलिए इस राशि के लोगों को खास सावधानी बरतनी चाहिए. 
सूर्यग्रहण का सूतक बारह घंटे पूर्व से ही आरंभ होगा.

जानें सूतक में क्या करना होता है मना
सूतके दौीरान पूजा-पाठ, मंदिरों में प्रवेश करना, मूर्ति स्पर्श करना, भोजन करना, मल-मूत्र त्याग, स्नान, कोई शुभ कार्य और यात्रा आदि वर्जित होता है. हालांकि बच्चो, वृद्ध और बीमार लोगों के लिए सूतक के नियम मान्य नहीं होते. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान ज्यादा सचेत रहने की जरूरत होती है. गर्भवती महिला को इस दिन अपने पेट पर ग्रहण के प्रभाव से शिशु को बचाने के लिए पेट पर गाय के गोबर का टिका लगाना चाहिए और ग्रहण के दौरान किसी भी को काटना आदि मना होता है. 

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ग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए
ग्रहण काल में भजन-कीर्तन या प्रभू का नाम लेते रहना चाहिए. साथ ही दान-पुण्य ग्रहण् समाप्त होने के बाद जरूर करना चाहिए. ग्रहण समाप्त होने पर स्नान भी अवश्य करें. इससे सूतक के बुरे प्रभाव से मुक्ति मिलती है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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