Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Gupt Navratri 2024: आषाढ़ में इस दिन से होगी गुप्त नवरात्रि की शुरुआत, जानें घटस्थापना शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Gupt Navratri 2024: गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा की 10 महाविद्याओं की पूजा की जाती है. यह नवरात्रि तांत्रिक सिद्धि के लिए खास होती है.

Latest News
Gupt Navratri 2024: आषाढ़ में इस दिन से होगी गुप्त नवरात्रि की शुरुआत, जानें घटस्थापना शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Gupt Navratri 2024

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

Ashadha Gupt Navratri 2024: माता के नौ रूपों की पूजा करने के लिए नवरात्रि के दिन बहुत ही शुभ होते हैं. साल में चार बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. जिनमें से दो बार गुप्त नवरात्रि होती है. अब आषाढ़ माह में गुप्त नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. नवरात्रि में मां दुर्गा की 10 महाविद्याओं की पूजा (Maa Durga Puja) करने का विधान है. गुप्त नवरात्रि तांत्रिक सिद्धि के लिए खास होती है. चलिए आपको बताते हैं कि गुप्त नवरात्रि (Ashadha Gupt Navratri) की शुरुआत कब से हो रही है.

गुप्त नवरात्रि 2024 तारीख

आषाढ़ महीने में गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 6 जुलाई 2024, शनिवार को होगी जिसका समापन 15 जुलाई 2024, सोमवार को होगा. नवरात्रि में पूजन के लिए कलश की स्थापना की जाती है. घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 6 जुलाई को 05:11 से 07:26 के बीच होगा. आप 11 बजे से 12 बजे के बीच अभिजीत मुहूर्त में भी कलश स्थापना कर सकते हैं.


कल है कृष्णपिंगल संकष्टी चतुर्थी व्रत, इस विधि से करें पूजन दूर होंगे सभी संकट


गुप्त नवरात्रि 2024 पूजा विधि

- नवरात्रि के पहले दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठें और स्नान आदि कर मंदिर की सफाई करें.
- मंदिर में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करें और कलश स्थापना करें.
- विधि विधान से मां दुर्गा की पूजा करें और 16 शृंगार की सामग्री अर्पित करें. फूल माला, रोली, चंदन और अक्षत चढ़ाएं.
- मां दुर्गा के समक्ष देसी घी का दीपक जलाएं और दु्र्गा चालीसा का पाठ करें. मां को भोग लगाएं और प्रसाद को बांट दें.

इन मंत्रों का भी करें जाप
संकट से मुक्ति के लिए

शरणागत दीनार्त परित्राण परायणे
सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमो स्तुते

पाप नाशक मंत्र

हिनस्ति दैत्येजंसि स्वनेनापूर्य या जगत्
सा घण्टा पातु नो देवि पापेभ्यो नः सुतानिव

रोग रक्षा मंत्र

रोगानशेषानपहंसि तुष्टा रुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान्
त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां त्वामाश्रिता ह्माश्रयतां प्रयान्ति

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से जुड़े.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement