Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Dussehra 2024 Date: अक्टूबर माह में इस दिन है दशहरा, जानें तिथि, तारीख से लेकर पूजा विधि और महत्व

दशहरा को विजयदशमी भी कहा जाता है. इस त्योहार का हिंदू धर्म में बड़ा महत्व है. पुराणों में बताया जाता है कि इसी दिन श्रीराम ने लंकेश का वध कर लंका पर विजय पाई थी. 

Latest News
Dussehra 2024 Date: अक्टूबर माह में इस दिन है दशहरा, जानें तिथि, तारीख से लेकर पूजा विधि और महत्व
FacebookTwitterWhatsappLinkedin

TRENDING NOW

Dussehra 2024 Date And Importance:  अक्टूबर माह आते ही त्योहारों की शुरुआत हो जाती है. इनमें 3 ​अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि शुरू हो रहे हैं. इसके बाद दशहरा आएगा. दशहरा को विजयदशमी भी कहा जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार,  दशहरा हर साल आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है. इसका हिंदू धर्म में बड़ा महत्व है. यह असत्य पर सत्य की जीत के संदेश के रूप में मनाया जाता है. दशमी पर ही श्रीराम ने लंकापति रावण का वध कर बड़ी जीत दर्ज की थी. वहीं पुराणों में बताया जाता है कि इसी दिन मां दुर्गा ने महिषासुर का अंत किया था. इस दिन विधि विधान से भगवान श्रीराम की पूजा अर्चना की जाती है. आइए जानते हैं इस बार दशहरा की तारीख से लेकर पूजा विधि और महत्व...

इस दिन मनाया जाएगा दशहरा

इस साल दशहरा 12 अक्टूबर 2024 को मनाया जाएगा. यह नौमी को खत्म होने के बाद आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाएगा. इस दिन भगवान श्रीराम की पूजा अर्चना करना बड़ा विशेष होता है. 

दशहरा पर ऐसे करें पूजा अर्चना

दशहरा की पूजा का सबसे शुभ समय अभिजीत मुहूर्त है. इसी मुहूर्त में विजयदशमी पर पूजा अर्चना करना शुभ माना जाता है. इसके साथ ही शाम के समय भी पूजा की जा सकती है. इसके अलावा ईशान कोण में दशहरा पूजन करें. स्थान को पहले गंगाजल से पवित्र करें. इसके बाद कमल की पंखुड़ियों से अष्टदल बनाएं. इसमें देवी अपराजिता से सुख-समृद्धि की मनोकामना करें. इसके बाद भगवार श्रीराम और हनुमान जी की पूजा अर्चना कर उन्हें भोग लगाएं. पूजा पूर्ण होने से पूर्व माता की आरती और भोग पलगाकर इसे प्रसाद के रूप में वितरीत करें. 

यह है दशहरे का महत्व

दशहरे पर शस्त्रों की पूजा करना भी बेहद शुभ माना जाता है. इसदिन ही श्रीराम ने रावण का वध कर लंका पर विजय पाई थी. भगवान माता सीता को लंका से लेकर अयोध्या की तरफ चले थे. यही वजह है कि इसे विजय के रूप में मनाया जाता है. दशहरा के दिन सुंदरकांड का पाठ करना बेहद शुभ होता है. साथ ही हनुमान जी की पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं. दशहरा पर घर में रंगोली बनाने के साथ ही माता लक्ष्मी की आरती जरूर करें. इससे माता रानी प्रसनन होकर सभी काम सफल करती हैं. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी समान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.

Advertisement

Live tv

Advertisement
Advertisement