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Maa Siddhidatri Puja Vidhi: आज नवमी पर इस विधि से करें मां सिद्धिदात्री की पूजा, जानें शुभ मुहूर्त और मंत्र

Maha Navami 2023: कल शारदीय नवरात्रि का अंतिम दिन है और महानवमी का यह शुभ दिन मां सिद्धिदात्री को समर्पित है. यहां जानिए मां सिद्धिदात्री की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त..

Maa Siddhidatri Puja Vidhi: आज नवमी पर इस विधि से करें मां सिद्धिदात्री की पूजा, जानें शुभ मुहूर्त और मंत्र

कल नवमी पर इस विधि से करें मां सिद्धिदात्री की पूजा, जानें शुभ मुहूर्त और मंत्र

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डीएनए हिंदी:  शारदीय नवरात्रि के पावन पर्व का कल अंतिम दिन है और महानवमी का यह शुभ दिन मां सिद्धिदात्री (Maa Siddhidatri) को समर्पित है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां सिद्धिदात्री भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं और उन्हें यश, बल और धन भी प्रदान करती हैं. मां सिद्धिदात्री को शास्त्रों मेंसिद्धि और मोक्ष की देवी माना जाता है. बता दें कि मां सिद्धिदात्री देवी महालक्ष्मी के समान कमल पर विराजमान हैं और मां ने अपने चारों हाथों में शंख, गदा, कमल का फूल और च्रक (Maha Navami 2023) धारण किया है. मां सिद्धिदात्री को मां सरस्वती का रूप माना जाता है और इस दिन कन्या पूजन का भी विशेष महत्व होता है. आइए जानते हैं नवरात्रि के अंतिम दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त.. 


महानवमी पूजा शुभ मुहूर्त 2023 (Maha Navami Puja Muhurat 2023)

पहला मुहूर्त- सुबह 06:27 AM से 07:51 AM
दूसरा मुहूर्त- सुबह 09:16 AM से 10:41 AM
तीसरा मुहूर्त- दोपहर 01:30 PM से 02:55 PM
चौथा मुहूर्त-  02:55 PM से 04:19 PM
पांचवा मुहूर्त- 04:19 PM से 05:44 PM

मां सिद्धिदात्री की पूजा (Maa Siddhidatri Puja Vidhi)

इस दिन सबसे पहले सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करें और उसके बाद साफ वस्त्र पहनें. इसके बाद मां सिद्धिदात्री के लिए पूजा स्थल तैयार करें और मां सिद्धिदात्री की प्रतिमा स्थापित करें. इसके बाद मां सिद्धिदात्री का ध्यान करते हुए उनकी विधिवत पूजा करें और भोग लगाएं और फिर मां को फल, फूल अर्पित करें. अंत में आरती करें और मां सिद्धिदात्री का शुभ आशीर्वाद प्राप्त करें. इस दिन विधि-विधान से मां की पूजा करने से सभी काम सिद्ध होते हैं.  

पूजा मंत्र - (Maa Siddhidatri Mantra)

सिद्धगन्‍धर्वयक्षाद्यैरसुरैरमरैरपि, 
सेव्यमाना सदा भूयात सिद्धिदा सिद्धिदायिनी. 
ओम देवी सिद्धिदात्र्यै नमः।

अमल कमल संस्था तद्रज:पुंजवर्णा, 
कर कमल धृतेषट् भीत युग्मामबुजा च।
मणिमुकुट विचित्र अलंकृत कल्प जाले; 
भवतु भुवन माता संत्ततम सिद्धिदात्री नमो नम:

मां सिद्धिदात्री का बीज मंत्र

ह्रीं क्लीं ऐं सिद्धये नम:

मां सिद्धिदात्री का प्रार्थना मंत्र

सिद्ध गन्धर्व यक्षाद्यैरसुरैरमरैरपि
सेव्यमाना सदा भूयात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी

मां सिद्धिदात्री का स्तुति मंत्र

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः

शुभ रंग- इस दिन बैंगनी या जामुनी रंग पहनना शुभ होता है और यह रंग अध्यात्म का प्रतीक माना जाता है. 

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