Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Masik Durgashtami 2024: कब है मासिक दुर्गाष्टमी? बन रहे हैं शुभ योग, हर मनोकामना पूर्ण करेंगी मां दुर्गा

Masik Durga Ashtami July 2024: मासिक दुर्गा अष्टमी पर आप मां दुर्गा को प्रसन्न कर सकते हैं. चलिए आपको इसकी सटीक तारीख बताते हैं...

Latest News
Masik Durgashtami 2024: कब है मासिक दुर्गाष्टमी? बन रहे हैं शुभ योग, हर मनोकामना पूर्ण करेंगी मां दुर्गा

Durga Ashtami

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

July Durgashtami 2024: हिंदू धर्म में पंचांग के अनुसार सभी तिथियों का खास महत्व होता है. ऐसे ही हर महीने की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि आदिशक्ति देवी दुर्गा की पूजा (Maa Durga Puja) के लिए विशेष होती है. इस दिन को मासिक दुर्गाष्टमी के रूप में मनाया जाता है. अब जुलाई की मासिक दुर्गाष्टमी आने वाली है. यह आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि की दुर्गाष्टमी (Durgashtami 2024) होगी. ऐसे में इसका और भी अधिक महत्व है. चलिए आपको मासिक दुर्गाष्टमी की तिथि और मुहूर्त के बारे में बताते हैं.

मासिक दुर्गाष्टमी व्रत कब है?

शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत शनिवार, 13 जुलाई को दोपहर में 3ः05 पर होगी. जिसका समापन अगले दिन 14 जुलाई को शाम 5ः52 पर होगा. ऐसे में सूर्योदय तिथि को महत्व देते हुए दुर्गाष्टमी व्रत 14 जुलाई को रखा जाएगा. यह दुर्गाष्टमी गुप्त नवरात्रि की अष्टमी होगी.

मासिक दुर्गाष्टमी शुभ योग

इस दिन सिद्धि और शिववास का योग बन रहा है. दुर्गाष्टमी के दिन सिद्धि योग सुबह 6ः16 से बन रहा है. शिववास योग शाम के समय 5ः25 से शुरू होगा. देर रात को रवि योग का भी निर्माण होगा. यह योग रात 10ः06 पर बन रहा है. आप इन शुभ योग में मां दुर्गा की पूजा कर सकते हैं. दुर्गाष्टमी पर श्री दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए.


गुरुवार को करें इन मंत्रों का जाप, हर इच्छा पूरी करेंगी श्री हरि, दूर होंगे सभी कष्ट


श्री दुर्गा चालीसा
॥चौपाई॥

नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो अम्बे दुःख हरनी॥
निराकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥
शशि ललाट मुख महाविशाला। नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥
रूप मातु को अधिक सुहावे। दरश करत जन अति सुख पावे॥

तुम संसार शक्ति लय कीना। पालन हेतु अन्न धन दीना॥
अन्नपूर्णा हुई जग पाला। तुम ही आदि सुन्दरी बाला॥
प्रलयकाल सब नाशन हारी। तुम गौरी शिवशंकर प्यारी॥
शिव योगी तुम्हरे गुण गावें। ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें॥
 
रूप सरस्वती को तुम धारा। दे सुबुद्धि ऋषि-मुनिन उबारा॥
धरा रूप नरसिंह को अम्बा। प्रगट भईं फाड़कर खम्बा॥
रक्षा कर प्रह्लाद बचायो। हिरण्याक्ष को स्वर्ग पठायो॥
लक्ष्मी रूप धरो जग माहीं। श्री नारायण अंग समाहीं॥
 
क्षीरसिन्धु में करत विलासा। दयासिन्धु दीजै मन आसा॥
हिंगलाज में तुम्हीं भवानी। महिमा अमित न जात बखानी॥
मातंगी अरु धूमावति माता। भुवनेश्वरी बगला सुख दाता॥
श्री भैरव तारा जग तारिणी। छिन्न भाल भव दुःख निवारिणी॥
 
केहरि वाहन सोह भवानी। लांगुर वीर चलत अगवानी॥
कर में खप्पर-खड्ग विराजै। जाको देख काल डर भाजे॥
सोहै अस्त्र और त्रिशूला। जाते उठत शत्रु हिय शूला॥
नगरकोट में तुम्हीं विराजत। तिहुंलोक में डंका बाजत॥

शुम्भ निशुम्भ दानव तुम मारे। रक्तबीज शंखन संहारे॥
महिषासुर नृप अति अभिमानी। जेहि अघ भार मही अकुलानी॥
रूप कराल कालिका धारा। सेन सहित तुम तिहि संहारा॥
परी गाढ़ सन्तन पर जब-जब। भई सहाय मातु तुम तब तब॥

अमरपुरी अरु बासव लोका। तब महिमा सब रहें अशोका॥
ज्वाला में है ज्योति तुम्हारी। तुम्हें सदा पूजें नर-नारी॥
प्रेम भक्ति से जो यश गावै। दुःख दारिद्र निकट नहिं आवें॥
ध्यावे तुम्हें जो नर मन लाई। जन्म-मरण ताकौ छुटि जाई॥

जोगी सुर मुनि कहत पुकारी। योग न हो बिन शक्ति तुम्हारी॥
शंकर आचारज तप कीनो। काम अरु क्रोध जीति सब लीनो॥
निशिदिन ध्यान धरो शंकर को। काहु काल नहिं सुमिरो तुमको॥
शक्ति रूप को मरम न पायो। शक्ति गई तब मन पछितायो॥

शरणागत हुई कीर्ति बखानी। जय जय जय जगदम्ब भवानी॥
भई प्रसन्न आदि जगदम्बा। दई शक्ति नहिं कीन विलम्बा॥
मोको मातु कष्ट अति घेरो। तुम बिन कौन हरै दुःख मेरो॥
आशा तृष्णा निपट सतावे। मोह मदादिक सब विनशावै॥

शत्रु नाश कीजै महारानी। सुमिरौं इकचित तुम्हें भवानी॥
करो कृपा हे मातु दयाला। ऋद्धि-सिद्धि दे करहु निहाला॥
जब लगि जियउं दया फल पाऊं। तुम्हरो यश मैं सदा सुनाऊं॥
दुर्गा चालीसा जो नित गावै। सब सुख भोग परमपद पावै॥
देवीदास शरण निज जानी। करहु कृपा जगदम्ब भवानी॥

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से जुड़े.

Advertisement

Live tv

Advertisement
Advertisement