Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Shani Sade Sati: इन 5 राशियों पर साढ़ेसाती-ढैय्या का कम पड़ता है प्रभाव, शनि देव हमेशा रहते हैं मेहरबान 

Shani Sade Sati: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इन 5 राशियों पर शनि साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव कम पड़ता है. आइए जानते हैं इन खास राशियों के बारे में..

Shani Sade Sati: इन 5 राशियों पर साढ़ेसाती-ढैय्या का कम पड़ता है प्रभाव, शनि देव हमेशा रहते हैं मेहरबान 

इन 5 राशियों पर साढ़ेसाती-ढैय्या का कम पड़ता है प्रभाव

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि गोचर (Shani Gochar) हमेशा हर किसी के लिए अशुभ नहीं होता है. कुंडली की दशा के अनुसार कई लोगों के लिए शनि की साढ़ेसाती (Shani Sade Sati) शुभ होती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनि न्याय (Shani Dev) के देवता हैं, जो कर्म के अनुसार फल प्रदान करते हैं. शनि देव कभी भी किसी के साथ बुरा नहीं करते हैं, उनका आशीर्वाद जिसको भी प्राप्त हो जाए वह रंक से राजा बन जाता है. इसके अलावा शनि देव जब किसी से नाराज हो जाते हैं तो ऐसे लोगों का जीवन तमाम तरह की परेशानियों से घिर जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनि देव का प्रसन्न या नाराज होना व्यक्ति के अच्छे-बुरे कर्मों पर निर्भर करता है.

अक्सर लोग शनि साढ़ेसाती का नाम सुनते ही डरने लगते हैं, क्योंकि ऐसी मान्यता है कि किसी जातक पर शनि की टेढ़ी नजर पड़ जाए तो उस व्यक्ति के सारे काम बिगड़ने लगते हैं. शनि साढ़ेसाती का प्रभाव कुछ राशि के जातकों पर कम पड़ता है, आइए जानते हैं इन राशियों के बारे में..

वृषभ राशि (Vrishabha Rashi)

इस राशि के स्वामी ग्रह शुक्र हैं और शनि देव शुक्र की राशि में योग कारक ग्रह माने जाते हैं. इसलिए शनि देव वृषभ राशि के जातकों को ज्यादा कष्ट नहीं देते हैं. इस राशि के लोगों पर शनि देव की असीम कृपा बनी रहती है.

यह भी पढ़ें - नए साल में केतु का होगा बुरा प्रभाव, शुरू कर दें आज से ही ये उपाय

धनु राशि (Dhanu Rashi)

इस राशि के स्वामी ग्रह देवगुरु बृहस्पति हैं और शनि व गुरु ग्रह दोनों ही आपस में मित्रता का भाव रखते हैं. इसलिए  शनि देव धनु राशि के जातकों पर मेहरबान रहते हैं. ऐसे में शनि की साढेसाती और ढैय्या धनु राशि के जातकों को ज्यादा कष्ट नहीं देती है. इसके अलावा शुभ स्थिति में शनिदेव धनु राशि के लोगों को अपार धन-दौलत और सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं.

तुला राशि (Tula Rashi)

तुला राशि शनि देव की उच्च राशि है. शनि देव तुला राशि में हमेशा अच्छे परिणाम देते हैं. इसके अलावा तुला राशि में अगर बाकी ग्रह अनुकूल होते हैं तो शनि देव हर तरह की सुख-सुविधा प्रदान करते हैं. साथ ही साढ़ेसाती और ढैय्या होने पर तुला राशि के जातकों को ज्यादा कष्ट नहीं झेलना पड़ता है. 

यह भी पढ़ें - नए साल में बैंड-बाजा-बरात के लिए मिलेंगे 59 शुभ मुहूर्त लेकिन 5 महीने नहीं मिलेगा शादी का मौका

मकर राशि (Makar Rashi)

शनि देव मकर राशि के स्वामी हैं, इसलिए जब भी मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या लगी हुई होती है तो शनिदेव इस राशि के जातकों को ज्यादा कष्ट नहीं देते हैं. इसके अलावा मकर राशि पर शनि की शुभ द्दष्टि होने पर सबसे ज्यादा शुभ फल इसी राशि के जातकों को मिलता है. 

कुंभ राशि (Kumbh Rashi)

कुंभ राशि पर भी शनि देव की विशेष कृपा बनी रहती है. इस राशि के लोगों को भी शनि देव किसी भी बुरी परिस्थिति से हमेशा बचाते हैं. इसलिए इस राशि पर भी शनि देव की टेढ़ी नजर का प्रभाव कम पड़ता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement