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Vastu Tips For Puja Path: इस दिशा में मुंह रखकर करें पूजा, जीवन में हमेशा बनी रहेगी सुख-समृद्धि

Vastu Tips For Puja Path: पूजा में किस दिशा में मुंह करके बैठना चाहिए इस बात का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए.

Vastu Tips For Puja Path: इस दिशा में मुंह रखकर करें पूजा, जीवन में हमेशा बनी रहेगी सुख-समृद्धि

प्रतीकात्मक तस्वीर

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डीएनए हिंदी: हिंदू धर्म (Hindu Dharma) में पूजा-पाठ का बहुत ही अधिक महत्व होता है. सभी घरों में पूजा-पाठ (Puja Path) के लिए मंदिर स्थापित किए जाते हैं और नियमित रूप से भगवान की पूजा की जाती है. व्यक्ति नियमित रूप से पूजा न भी करें तो भी त्योहार विशेष पर सभी लोग पूजा करते हैं. पूजा-पाठ (Puja Path) से प्रसन्न होकर भगवान शुभ फल प्रदान करते हैं. हालांकि पूजा में गलती (Puja Path Rules) होने पर भगवान नाराज हो जाएं तो मनवांछित फल नहीं मिलता है. पूजा और भगवान को प्रसन्न करने के लिए वास्तु में कई नियम (Puja Path Vastu Tips) बताए गए हैं. पूजा में इन नियमों का पालन करके आप भगवान को प्रसन्न कर सकते हैं. पूजा में किस दिशा में मुंह करके बैठना चाहिए इस बात का भी विशेष (Puja Path Rules) ध्यान रखना चाहिए. तो चलिए ज्योतिषाचार्य प्रीतिका मजूमदार से जानते हैं कि किस दिशा में पूजा करना सही (Puja Path Rules) होता है.

इस दिशा में मुख करके पूजा करना होता है सही (Vastu Tips For Puja Path)
- शास्त्रों के अनुसार, जातक को पूजा करते समय अपना मुख हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा में रखना चाहिए. इन दोनों में से भी पूर्व दिशा को सबसे श्रेष्ठ माना जाता है. 
- ऐसी मान्यता है कि पूर्व दिशा में मुख करके पूजा करने से ज्ञान और सद्बुद्धि की प्राप्ति होती है. यह दिशा शक्ति और शौर्य का प्रतीक मानी जाती है.
- घर में पूजा मंदिर इस दिशा में ही बनाना चाहिए ऐसा करने से जातक सुख-समृद्वि, शांति और धन की प्राप्ति होती है. यह जातक के लिए बहुत ही शुभ होता है.

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पूजा स्थल के लिए इस दिशा को मानते हैं बेहद शुभ (Vastu Tips For Puja Path)
- वास्तु के अनुसार, उत्तर-पूर्व दिशा को शुभ माना जाता है. इसलिए जरूरी है कि आपके घर का मंदिर इसी दिशा में हो. 
- घर के पूजा घर स्थल के सामने कभी भी बाथरुम नहीं होना चाहिए और पूजा घर कभी भी सीढ़ियों के नीचे भी नहीं होना चाहिए. 
- मंदिर की ऊचांई उसकी चौड़ाई की दोगुनी होनी चाहिए. यह वास्तु के अनुसार शुभ होता है. 
- घर का पूजा स्थल ऐसी जगह होना चाहिए जहां दिन भर में थोड़ी देर के लिए ही सही पर सूर्य की रोशनी आती हो. वास्तु अनुसार इसे शुभ माना जाता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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