Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

World Athletics Championship 2022: Neeraj Chopra ने रचा इतिहास, 19 साल बाद भारत को दिलाया मेडल

Neeraj Chopra ने इस साल तीन टूर्नामेंट्स में भाग लिया है और तीनों में पदक जीता है. जिन दो टूर्नामेंट में उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा है, उसमें एंडरसन पीटर्स ने गोल्ड जीता है और यहां भी वो सबसे आगे हैं.

Latest News
World Athletics Championship 2022: Neeraj Chopra ने रचा इतिहास, 19 साल बाद भारत को दिलाया मेडल

नीरज चोपड़ा

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: World Athletics Championship 2022 में नीरज चोपड़ा ने पदक जीतकर इतिहास रच दिया. ये भारत का इस टूर्नामेंट में पहला सिल्वर और दूसरा पदक है. नीरज की शुरुआत खराब रही और पहले दौर के बादज वो चौथे स्थान पर थे. दूसरे राउंड के पहले ही थ्रो में 88.13 मीटर का थ्रो कर नीरज ने पदक की दौड़ में खुद को शामिल कर लिया था. आखिरी थ्रो में उम्मीद थी कि वो एंडरसन पीटर्स को पीछे छोड़ देंगे लेकिन ऐसा हो नहीं पाया. इसके बावजूद नीरज ने पदक जीतकर इतिहास रच दिया. भारतीय स्टार जैवलीन थ्रोअर ने 19 साल बाद भारत को वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक दिलाया है.

2003 में आया था पहला पदक

इससे पहले अंजू बेबी जॉर्ज ने साल 2003 में कांस्य पदक जीता था, जो भारत का इस इवेंट में पहला पदक था. भारत के Neeraj Chopra ने पहला थ्रो फाउल किया है, जबकि एंडरसन पीटर्स ने 90.46 का थ्रो कर शीर्ष पर जगह बना ली है. नीरज चोपड़ा ने दूसरे प्रयास में 82.34 और तीसरे प्रयास में 86.37 का थ्रो कर चौथा स्थान हासिल कर लिया है. भारत के रोहित यादव ने पहली कोशिश में 78.05 मीटर का थ्रो किया है और फिलहाल वो पदक की दौड़ से बाहर हैं.

एंडरसन रहे सबसे आगे

इसके अलावा जैकब वेलडेच पहले दौर में 88.09 मीटर का बेस्ट थ्रो कर दूसरे स्थान पर हैं, जबकि जर्मनी के जुलियन वेबर 86.86 मीटर का थ्रो किया है और वो तीसरे स्थान पर हैं. एंडरसन ने पहले ही प्रयास में 90.46 मीटर का थ्रो कर पहले स्थान पर अपनी दावेदारी मजबूत कर ली है. पाकिस्तान के अरशद नदीम पहले राउंड में 82.05 मीटर का थ्रो कर छठे स्थान पर हैं और वो दूसरे दौर में जाने के लिए तैयार हैं. 

Shubman Gill को देख लोग क्यों कह रहे अब पाकिस्तानी बल्लेबाज़ Babar Azam की खैर नहीं

आपको बता दें कि पहले राउंड में सभी जैवलीन थ्रोअर को 3-3 थ्रो करने के बाद शीर्ष 8 थ्रोअर को दूसरे दौर में जगह मिलती है. जिसके बाद बचे हुए 8 एथलीट को फिर से 3-3 थ्रो करने का मौका मिलता है, उसमें से बेस्ट थ्रो वाले एथलीट को गोल्ड, दूसरे स्थान पर रहने वाले एथलीट को सिल्वर और तीसरे स्थान पर रहने वाले एथलीट को ब्रॉन्ज मेडल दिया जाता है. 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement