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ICC में दादा का कद बढ़ने से क्या बढ़ेंगी पाकिस्तान की मुश्किलें!

ICC की पुरुष क्रिकेट कमेटी का चेयरमैन बन क्रिकेट में बड़े बदलाव कर सकते हैं गांगुली

ICC में दादा का कद बढ़ने से क्या बढ़ेंगी पाकिस्तान की मुश्किलें!
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डीएनए हिंदी: वैश्विक स्तर पर क्रिकेट की संस्था आईसीसी ने दो बड़े फैसले किए हैं, जिसमें से एक पाकिस्तान के लिए सकारात्क है, तो दूसरी खबर बीसीसीआई के आईसीसी में प्रभुत्व को दर्शाती है. आईसीसी ने अगले बड़े आईसीसी टूर्नामेंट्स का ऐलान किया तो पाकिस्तान की बांछे खिल गईं क्योंकि पड़ोसी देश को 29 वर्षों बाद किसी आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी का जिम्मा मिला है. पाकिस्तान को 2025 में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी दी गई है. दूसरी ओर बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को पुरुष क्रिकेट समिति का चेयरमैन नियुक्त किया गया है. ये फैसला बीसीसीआई की आईसीसी में बढ़ी ताकत का स्पष्ट उल्लेख करता है और विशेष परिस्थितियों में पाकिस्तान को इनका नुकसान हो सकता है। 

दादा का बढ़ा कद

बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली का कद वैश्विक स्तर पर आईसीसी ने बढ़ा दिया है. आईसीसी ने उन्हें पुरुष क्रिकेट कमेटी का चेयरमैन नियुक्त किया है. इससे पहले ये पद अनिल कुंबले के पास था. कुंबले ने ये पद करीब नौ वर्षों तक संभाला. इस कमेटी का काम क्रिकेट मे खिलाड़ियों के हितों, खेल की परिस्थितियों एवं नियमों का ध्यान रखा जाता है. गांगुली को पहले इस कमेटी का ऑब्जर्वर बनाया गया था लेकिन उनका कद अब बढ़ जाएगा.

वहीं खास बात ये है कि कुंबले ने अपने कार्यकाल के दौरान थर्ड अपंयार एवं डीआरएस संबंधी नियमों में बदलाव किए थे. ऐसे में अब नियमों को सहजता के साथ बदलने की ताकत और विशेष परिस्थितियों में फैसले लेने की ताकत भी उनके पास होगी. उनके नाम का ऐलान करते हुए आईसीसी चेयरमैन ग्रेग बारक्‍ले सौरव गांगुली के करियर की खूब तारीफ की.  

पाकिस्तान को क्या होगी परेशानी

आईसीसी ने अपने नए रोडमैप में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी करने का मौका पाकिस्तान को दिया है. ऐसे वक्त में जब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड न्यूजीलैंड और इंग्लैंड की टीमों के पाकिस्तान ना आने के सदमे को झेल चुका है तो इन हालातों में आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी मिलना पाकिस्तान के लिए किसी जड़ी बूटी से कम नहीं है. इसके विपरीत चैंपियंस ट्रॉफी में अभी वक्त हैं और यदि पाकिस्तान में अराजकता और आतंक का तांडव चलता रहा तो संभावनाएं हैं बीसीसीआई अध्यक्ष और आईसीसी क्रिकेट कमेटी के चेयरमैन अपनी पावर का इस्तेमाल कर पाकिस्तान से मेजबानी छीनने का प्रस्ताव दे सकते हैं और ये प्रस्ताव ही पाकिसितान के लिए मुसीबतों वाला हो सकता है.

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रमीज़ राजा पहले ही अपने एक बयान में कह चुके हैं कि बीसीसीआई ही आईसीसी को अपने इशारों पर चलते हैं. वहीं न्यूजीलैंड टीम के साथ पाकिस्तान में प्रस्तावित सीरीज मैच से एक दिन पहले रद्द होने और इग्लैंड टीम के पाकिस्तान न आने के मुद्दे पर पाकिस्तान बीसीसीआई को जिम्मेदार बता चुका है. ये भले ही आलोचनात्मक पक्ष हो किन्तु पाकिस्तान असल में बीसीसीआई की ताकत को लेकर खौफ की स्थिति में रहता है और जब तक चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन नहीं हो जाता तब तक पाकिस्तान के मन में बीसीसीआई और आईसीसी के प्रति खौफ बना रहेगा

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