Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

ऑस्ट्रेलिया के बीच पर गिरा चंद्रयान-3 का मलबा? तस्वीरें देख हर कोई हैरान

Chandrayaan 3 Debris: ऑस्ट्रेलिया में एक रहस्यमयी चीज मिलने के बाद हड़कंप मच गया है. दावा किया जा रहा है कि यह टुकड़ा चंद्रयान-3 मिशन का है.

ऑस्ट्रेलिया के बीच पर गिरा चंद्रयान-3 का मलबा? तस्वीरें देख हर कोई हैरान

ऑस्ट्रेलिया में गिरा रहस्यमयी टुकड़ा

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

TRENDING NOW

डीएनए हिंदी: भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो ने 14 जुलाई को चंद्रयान-3 लॉन्च किया था. पिछले पांच दिनों से यह मिशन बिल्कुल सही दिशा में आगे बढ़ रहा है. इस बीच ऑस्ट्रेलिया से एक ऐसी खबर आई है जिसने हर किसी को हैरान कर दिया है. ऑस्ट्रेलिया में एक अंजान चीज जमीन पर गिरी मिली है जिसे चंद्रयान-3 का टुकड़ा कहा जा रहा है. इसकी तस्वीरें सामने आने के बाद हर कोई हैरान रह गया है कि आखिर ऐसा कैसे हो सकता है? सोशल मीडिया पर चंद्रयान-3 के उड़ान से पहले की और इस मलबे की तस्वीरों को एकसाथ रखकर दावा किया जा रहा है कि गिरा हुआ मलबा चंद्रयान-3 का ही है. हालांकि, अभी तक इसरो ने इस बारे में कोई बयान जारी नहीं किया है.

सबसे पहले यह तस्वीर ऑस्ट्रेलियाई स्पेस एजेंसी ने ही शेयर की है. उसके मुताबिक, यह टुकड़ा पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के जुरिएन खाड़ी के पास समुद्र के किनारे गिरा है. स्पेस एजेंसी ने कहा है, 'यह किसी विदेशी स्पेस लॉन्च व्हीकल का हिस्सा हो सकता है. हम दूसरे देशों की एजेंसियों के संपर्क में हैं, जिससे कि वे इसके बारे में ज्यादा जानकारी दे सकें. इसके स्रोत के बारे में कुछ पता नहीं है इसलिए लोग इससे दूर रहें और इसे हटाने की कोशिश न करें.'

यह भी पढ़ें- चंद्रयान-3 के लिए दुनिया ने माना ISRO का लोहा, चीन ने भी की तारीफ

चंद्रयान-3 का लॉन्चिंग व्हीकल होने का दावा
सोशल मीडिया पर यह तस्वीर सामने आने के बाद तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं. इस यूजर ने लिखा है कि आमतौर पर PSLV के तीसरे स्टेज को ऑस्ट्रेलिया के पास गिराया जाता है. इस यूजर ने तस्वीरों का मिलान करके दावा किया है कि पीएसएलवी और इस टुकड़े के हिस्से एक जैसे हैं, इसलिए यह चंद्रयान-3 को लॉन्च करने वाले रॉकेट का ही हिस्सा है.

यह भी पढ़ें- लॉन्‍च हुआ चंद्रयान-3 तो अब आगे क्या होगा, यहां जानिए पूरी डिटेल

कुछ लोगों को यह भी शक है कि यह मलेशिया एयरलाइंस की लापता फ्लाइट MH370 का हिस्सा भी हो सकता है. यह फ्लाइट साल 2014 में 8 मार् को लापता हुई थी. इसमें 227 यात्री सवार थे और इनका आज तक पता नहीं चल सका है. फिलहाल, इस बारे में इसरो के जवाब का इंतजार किया जा रहा है. आपको बता दें कि किसी भी स्पेस सैटलाइट या मिशन को लॉन्च करने वाले रॉकेट जलकर नष्ट हो जाते हैं या उनके बचे-खुचे हिस्से निर्जन स्थानों पर गिरा दिए जाते हैं.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement