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Corona के खतरे के बीच ब्रिटन में स्कारलेट फीवर से 19 बच्चों की मौत, जानिए इसके लक्षण

Scarlet Fever in Hindi: ब्रिटेन में तेजी से फैल रहे स्कारलेट फीवर की वजह से कुछ ही दिनों के अंदर 19 बच्चों की मौत हो चुकी है.

Corona के खतरे के बीच ब्रिटन में स्कारलेट फीवर से 19 बच्चों की मौत, जानिए इसके लक्षण

Scarlet Fever

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डीएनए हिंदी: चीन में कोरोना (Covd in China) फैलते देख दुनियाभर के देश हैरान हैं. एक तरफ कोरोना का खतरा बढ़ रहा है, दूसरी तरफ ब्रिटेन में 'स्कारलेट फीवर' (Scarlet Fever) नाम की नई आफत पैदा हो गई है. इस जानलेवा बुखार की वजह से 19 बच्चों की मौत हो गई है. वहीं, इसका संक्रमण भी तेजी से फैल रहा है और इंग्लैंड में स्कारलेट फीवर से संक्रमित लोगों की संख्या लगभग 30 हजार तक पहुंच गई है. एक साल पहले इस बीमारी से सिर्फ़ 2,538 लोग संक्रमित थे और इतने बड़े स्तर पर लोगों की मौत नहीं होती थी.

यूके की हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी के मताबिक, पिछले एक हफ्ते में 10 हजार लोग स्कारलेट फीवर से संक्रमित हुए हैं. जिन 18 बच्चों की मौत हुई है उन सबकी उम्र 18 साल से कम है. इस बीमारी में पहले बुखार होता है फिर शरीर पर दाने और चकत्ते पड़ने लगते हैं. मरीजों को उल्टी होने की भी शिकायतें सामने आ रही हैं.

Scarlet Fever क्या है?
यह एक तरह का बुखार है जो बैक्टीरियल इन्फेक्शन यानी जीवाणुओं से फैलता है. ग्रुप ए स्ट्रैप बैक्टीरिया स्कारलेट फीवर का संक्रमण फैलाने में सबसे तेज काम करते हैं. अगर यही बैक्टीरिया इंसान के खून में पहुंच जाता है तो यह बीमारी जानलेवा हो सकती है और मरीजों की जान भी जा सकती है. ब्रिटेन में इसे स्कारलेटिना के नाम से भी जाना जाता है. यह कोरोना जिनता संक्रामक और खतरनाक तो नहीं है लेकिन एक इंसान से दूसरे इंसान में इसके फैलने की आशंका है.

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स्कारलेट फीवर के लक्षण क्या हैं?
शुरुआत में फ्लू की तरह तेज बुखार होता है और शरीर का तापमान बढ़ जाता है. गले में खराश और गर्दन की नसों में सूजन हो जाती है. शरीर पर दानों के साथ-साथ चकत्ते उभर आते हैं. शुरु में ये हल्के दिखते हैं लेकिन धीरे-धीरे ये चेहर, गले और पूरे शरीर में फैलने लगते हैं. बैक्टीरियल इन्फेक्शन होने की वजह से गला खराब रहता है और उल्टी भी आती है. ज्यादातर मामलों में यह बुखार 5 से 15 साल के बच्चों को अपना शिकार बनाता है.

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क्या है इसका इलाज?
स्कारलेट फीवर एक तरह का बुखार ही है इसलिए इसका इलाज भी बुखार की तरह ही है. हालांकि, इसमें सलाह दी जाती है कि मरीज घर से बाहर न निकले और हो सके तो उसे अलग कमरे में रखा जाए. डॉक्टर स्कारलेट फीवर के मरीजों को एंटीबायोटिक्स दे सकते हैं. इसके अलावा, गर्म और नमकीन पानी से गरारा करने के साथ-साथ गुनगुना पानी पीने से भी फायदा हो सकता है. गंभीर लक्षण दिखने पर डॉक्टर से सलाह लें.

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