रूस यह बार-बार कहता रहा है कि वह केवल अपनी सुरक्षा चाहता है. यूक्रेन पर हमला करने की कोई योजना नहीं है.
अमेरिका (USA) को अब डर सता रहा है कि रूस कभी भी यूक्रेन (Ukraine) पर धावा बोल सकता है. अमेरिका की ओर से बार-बार दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन अब सुरक्षित नहीं है. व्हाइट हाउस (White House) ने अपने आधिकारिक बयान में शनिवार को कहा कि रूस किसी भी समय यूक्रेन पर हमला कर सकता है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन स्थिति पर चर्चा के लिए रविवार को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाएंगे.
1.दुनिया को क्या संकेत दे रहे हैं पुतिन?
रूस दुनिया को साफ संकेत दे रहा है कि उसकी सैन्य क्षमता बेहद मजबूत है. यही वजह है कि रूस के स्ट्रेटेजिक न्यूक्लियर फोर्स ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) की देखरेख में सैन्य अभ्यास किया है. अमेरिका का आरोप है कि यूक्रेन की सीमा के पास रूस के सैनिक जुटे हुए हैं और हमला करने के लिए तैयार हैं. रूस बार-बार यह कह रहा है कि हमला नहीं करेगा. वहीं युद्ध की आशंका के बीच जो बाइडेन आज अहम बैठक करेंगे.
2.क्या चाहता है यूक्रेन?
यूक्रेन-रूस तनाव के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शनिवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बैठक करके संकट का हल निकालने का प्रस्ताव दिया. जेलेंस्की ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में कहा, 'मैं नहीं जानता कि रूस के राष्ट्रपति क्या चाहते हैं. इसलिए मैं उन्हें मुलाकात का प्रस्ताव देता हूं.' जेलेंस्की ने कहा कि रूस बातचीत के लिए जगह तय करे. यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा है कि संकट के शांतिपूर्ण समाधान के लिये यूक्रेन केवल कूटनीति के रास्ते पर चलता रहेगा. जेलेंस्की के इस प्रस्ताव पर रूस की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
3.अगर रूस करेगा हमला तो क्या होगा यूरोपियन यूनियन का एक्शन?
यूरोपीय संघ की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने शनिवार को कहा कि रूस अगर यूक्रेन पर हमला करता है तो उसे प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा. रूस के पास सीमित बाजार ही उपलब्ध होगा और नई तकनीकियों से रूस दूर हो जाएगा.
4.रूस को चुकानी पड़ेगी बड़ी कीमत!
यूरोपीय संघ की चीफ उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा है कि रूस की खतरनाक सोच से रूस को अपने समृद्ध भविष्य की कीमत चुकानी पड़ सकती है. अगर रूस हमला करता है तो हम रूसी अर्थव्यवस्था के लिए वित्तीय बाजारों तक पहुंच को सीमित कर देंगे और निर्यात को नियंत्रित करेंगे, जो रूस के आधुनिकीकरण और अपनी अर्थव्यवस्था में विविधता लाने की संभावना को रोक देगा.
5.क्या है जर्मनी का रिएक्शन?
जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स ने पुतिन के साथ मंगलवार की बैठक के दौरान कहा है कि यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता के किसी भी उल्लंघन पर रूस को राजनीतिक, आर्थिक और भू-रणनीतिक रूप से बड़ी कीमत चुकानी होगी.
6.क्यों रूस से डर रहे हैं जो बाइडेन?
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन यह पहले भी कह चुके हैं कि वह आश्वस्त हैं कि रूस के राष्ट्र्पति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर हमला करने का निर्णय ले लिया है. उन्हें और नाटों देशों को इस बात का डर है कि पुतिन हमला करेंगे. रूस बार-बार युद्ध की आशंकाओं को खारिज कर रहा है.