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Britain: कैदी हो जाते हैं नाराज, इसलिए अब उन्हें डांट नहीं सकेंगे जेलर

रिपोर्ट में कहा गया है कि जेल ऐसे होने चाहिए जहां कैदियों के लिए खूबसूरत मैदान हों, पेड़-पौधे, फूल और तालाब हों.

Britain: कैदी हो जाते हैं नाराज, इसलिए अब उन्हें डांट नहीं सकेंगे जेलर
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डीएनए हिंदी: जेल ऐसी जगह है जहां शायद ही कोई जाना चाहे लेकिन अगर किसी की हरकतें समाज को परेशान करने वाली हो जाती हैं तो उन्हें जेल भेजने से बेहतर कोई दूसरा विकल्प नहीं होता. हालांकि आजकल जेल को भी कैदियों के अनुकूल बनाया जाता है जिससे उन्हें अच्छा वातावरण मिल सके और वो अपने आम स्वभाव और कार्यों को त्याग बेहतर इंसान बनकर बाहर निकलें. हाल ही में ब्रिटेन की जेलों से जुड़ी एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें हैरान करने वाले सुझाव दिए गए हैं.

'डेली स्टार' की रिपोर्ट के अनुसार, एचएम इंस्पेक्टरेट ऑफ प्रिजन नामक रिपोर्ट में ब्रिटेन के पुलिसकर्मियों को यह सलाह दी गई है कि वह जेल में बंद कैदियों पर बिल्कुल न चिल्लाएं और न ही उन्हें डांटें. कहा गया कि ऐसा करने से कैदी नाराज और दुखी हो जाते हैं. रिपोर्ट में कैदियों के रहने को लेकर सकारात्मक वातावरण बनाए जाने पर जोर दिया गया है. 

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कैदियों के लिए खूबसूरत मैदान, फूल, तालाब की हो व्यवस्था
बता दें कि एचएम इंस्पेक्टरेट ऑफ प्रिजन इंग्लैंड की एक स्वतंत्र जांच एजेंसी है. यह कैदियों के रहने के लिए उपयुक्त वातावरण मुहैया कराना सुनिश्चित करती है. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि जेल ऐसे होने चाहिए जहां कैदियों के लिए खूबसूरत मैदान हों, पेड़-पौधे, फूल और तालाब हों. इससे कैदियों में पॉजिटिविटी का विकास होता है.

कैदियों को कहा जाता है रेसिडेंट्स 
इसके अलावा एक सुझाव में कहा गया, ज्यादा सकारात्मक वातावरण बनाने के लिए जेल में खुले इलाकों की जरूरत है जहां से ताजी हवा आनी चाहिए, लाउड स्पीकरों का कम से कम इस्तेमाल होना चाहिए. साथ ही जेलर या पुलिसकर्मियों को कैदियों पर चिल्लाना नहीं चाहिए.

आपको जानकर हैरानी होगी कि इंग्लैंड के कई जेलों के कमरों को अब सेल की जगह रूम और कैदियों को रेसिडेंट्स कहा जाता है.

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