Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Russia और यूक्रेन के बीच जारी जंग के 38 दिन, अब तक क्या कुछ हुआ?

रूसी सेनाएं कीव से हटने लगी हैं. रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन ने भी रूसी जमीन पर बम बरसाया है.

Russia और यूक्रेन के बीच जारी जंग के 38 दिन, अब तक क्या कुछ हुआ?

अमेरिकी जासूसों ने की Ukraine की मदद, मार गिराए पुतिन के 8 खास जनरल

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच जारी जंग के 38 दिन बीत हो चुके हैं. जंग न तो थमी है, न ही युद्ध तबाही रुकी है. यूक्रेन की राजधानी कीव के कुछ हिस्सों से रूसी सैनिक पीछे हट रहे हैं. राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने दावा किया है कि रूसी सैनिक लौटते वक्त बारूदी सुरंगें खोद रहे हैं जो गंभीर मानवीय संकट पैदा कर सकते हैं.दोनों देशों के बीच जारी जंग में दुनिया उम्मीद जता रही है कि बातचीत के जरिए ही हल निकलेगा. यूक्रेन और रूस में बातचीत भी हो रही है लेकिन युद्ध नहीं रुक रहा है. मारियुपोल जैसे शहरों में रेस्क्यू ऑपरेशन कर पाना भी मुश्किल हो रहा है. वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने तो यहां तक कहा है कि रूसी सैनिकों ने लाशों के पास भी बारूदी सुरंगे खोद रखी हैं.

Ukraine छोड़ने से पहले बारूदी सुरंग बिछा रहे रूसी सैनिक, खतरें में लाखों नागरिकों की जान!

चीन ने बताया कैसे थमेगा युद्ध

चीन के एक राजनयिक ने यूक्रेन में चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए कुछ उपाय सुझाए हैं. उन्होंने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फोन कर यह भरोसा दिलाना चाहिए कि नाटो का और अधिक विस्तार नहीं होगा, यूक्रेन में हथियारों की तैनाती नहीं की जाएगी और अमेरिका मामले में तटस्थ रहेगा. 

व्लादिमीर पुतिन के साथ शी जिनपिंग.

रूस ने यूक्रेन पर लगाया है हमले का आरोप

रूस ने यूक्रेन पर हमले का आरोप लगाया है. रूस ने दावा किया था यूक्रेन के दो हेलिकॉप्टरों ने शुक्रवार को बेल्गोरोद स्थित तेल डिपो पर हमला किया. बेल्गोरोद के गवर्नर ने कहा था कि डिपो पर हुए हमले में दो कर्मचारी घायल हुए हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूसी तेल डिपो पर हमले का आदेश देने के सवाल पर टिप्पणी करने से इनकार किया है.

रूस के हमले में तबाह हो गया है यूक्रेन (फोटो क्रेडिट- Twitter/DefenceU)

यूक्रेन को 30 करोड़ डॉलर की और मदद दे रहा है अमेरिका

अमेरिका के रक्षा विभाग ने कहा कि वह यूक्रेन के सुरक्षा बलों को रूसी सेना से देश की हिफाजत करने के लिए 30 करोड़ डॉलर मूल्य के सैन्य उपकरणों की अतिरिक्त मदद दे रहा है. पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने शुक्रवार शाम एक बयान जारी कर कहा कि सैन्य मदद में लेजर निर्देशित रॉकेट प्रणालियां, मानवरहित विमान, बख्तरबंद वाहन, अंधेरे में देखने में सक्षम बनाने वाले उपकरण और गोला-बारूद के अलावा चिकित्सा आपूर्ति व अतिरिक्त कलपुर्जे भी शामिल हैं. 

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन.

जॉन किर्बी ने यह भी कहा है कि नया पैकेज अमेरिकी सेना के भंडार से निकले उपकरण देने के बजाय यूक्रेन को नयी क्षमताएं देने के लिए एक अनुबंधित प्रक्रिया की शुरुआत है. अमेरिका ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद से उसे 1.6 अरब डॉलर से अधिक की सुरक्षा सहायता मुहैया कराई है.  

पीछे हट रहे रूसी सैनिक लेकिन बनाकर जा रहे हैं बारूदी सुरंग

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यूक्रेनी नागरिकों को अलर्ट किया है कि राजधानी से पीछे हट रहे रूसी सैनिकों ने उसके बाहरी इलाकों में एक बड़ी आपदा पैदा कर दी है क्योंकि वे पूरे क्षेत्र में बारूदी सुरंगें छोड़ गए हैं. घरों और लाशों के आसपास भी सुरंगें खोदी गई हैं.

बारूदी सुरंग खोद रहे हैं रूसी सैनिक

रूस के मिसाइल हमलों में कई लोगों की मौत

यूक्रेन के एक अधिकारी ने कहा कि काले सागर के ओडेसा क्षेत्र में शुक्रवार को रूस ने कम से कम तीन बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिससे कई लोगों की जान गई. आधिकारिक तौर पर नुकसान का ब्योरा नहीं दिया गया है. क्षेत्रीय अधिकारी मैक्सिम मार्चेंको ने कहा कि क्रीमिया से मिसाइलें दागी गई थीं, जो 2014 से रूस के कब्जे में है. वहीं, यूक्रेन की सेना ने कहा कि इस्कंदर मिसाइलों को एक अहम लक्ष्य को भेदना था, लेकिन यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणाली के जवाबी हमले के चलते वे इसमें नाकाम रहीं.

रूस के हमले में तबाह हो गया है यूक्रेन (फोटो क्रेडिट- Twitter/DefenceU)

रूसी तेल डिपो पर हमले से इनकार
यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव ने रूस के तेल डिपो पर हमला करने की खबरों को खारिज किया है. मॉस्को ने इस हमले के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया था. घटना की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है.

गूगल पर हमारे पेज को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें. हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.

और भी पढ़ें-

DNA एक्सप्लेनर : कौन से देश हैं NATO में? क्या है यह संस्था?
DNA एक्सप्लेनर: क्यों पश्चिमी देश Ukraine के भविष्य पर चिंतित हैं, क्या चाहता है Russia?

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement