Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Ukraine सूमी से भारतीय छात्रों की गुहार- पीएम मोदी, प्लीज हमें बचाएं

छात्रों ने कहा कि सूमी में रूसी बलों द्वारा बमबारी की जा रही है और कुछ बम उनके विश्वविद्यालय भवन के पास फट गए, जहां उन्होंने वर्तमान में शरण ली है.

Ukraine सूमी से भारतीय छात्रों की गुहार- पीएम मोदी, प्लीज हमें बचाएं

Image Credit- Video Grab

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

TRENDING NOW

डीएनए हिंदी: यूक्रेन के सूमी में लगभग 600 भारतीय छात्रों ने भारत सरकार से उन्हें जल्द से जल्द बचाने का आग्रह किया है. छात्रों का कहना है कि वहां पानी और भोजन खत्म हो गया है और उनके पास खाने के लिए कुछ नहीं है और वे बहुत डरे हुए हैं.

एक वीडियो में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपनी जान बचाने की गुहार लगाई है. वीडियो जारी कर उन्होंने कहा, "पीएम मोदी, कृपया हमें मरने न दें. हमारी मदद करें. हमारी जान बचाएं. हम सूमी में हैं. रूसी सीमा पर बसें खड़ी हैं, जो बहुत दूर हैं. माइनस डिग्री तापमान में हम किसी भी परिवहन के बिना नहीं चल सकते हैं."

पढ़ें- Ukriane Crisis: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने PM Modi को पत्र लिख किया यह निवेदन

छात्रों ने कहा कि इस क्षेत्र में रूसी बलों द्वारा बमबारी की जा रही है और कुछ बम उनके विश्वविद्यालय भवन के पास फट गए, जहां उन्होंने वर्तमान में शरण ली है. 

पढ़ें- खारकीव में 300 और सूमी में 700 भारतीय अभी भी फंसे हुए हैं- MEA

उन्होंने वीडियो में कहा, "हम यहां फंस गए हैं. हम भयभीत हैं. कल रात यहां हवाई हमला हुआ. अगर निकाला नहीं किया गया तो हम सभी मर जाएंगे." उन्होंने कहा कि स्थिति इतनी खराब हो गई है कि उन्हें पानी के लिए बर्फ को पिघलाना पड़ रहा है.

पढ़ें- Ukraine Russia War Update- Poland की राजधानी Warsaw पहुंचे Zee News के एडिटर इन चीफ सुधीर चौधरी

भारत सरकार 2 दिन से रूट की बात कर रही है, लेकिन छात्र अब डरे और सहमे हुए हैं. छात्रों ने वीडियो में कहा, "हम शुरू से ही सूमी में फंसे हुए हैं. अब तक किसी को निकाला नहीं गया है. कल रात हवाई हमला हुआ था. फिर घंटों बिजली नहीं थी. अब हमारे पास पीने का पानी नहीं है. हमने कल रात से खाना नहीं खाया है. कोई कार्रवाई नहीं की गई है इसलिए हमें बचाएं. सीमाएं यहां से बहुत दूर हैं. अगर हम खारकीव जाते हैं, तो इसमें लगभग चार घंटे लगेंगे और इसलिए कीव जाएंगे. फिर पोलैंड और हंगरी की सीमा तक पहुंचने में 1 घंटे का और समय लगेगा."

पढ़ें- नस्लीय भेदभाव कर रहे हैं यूक्रेन के अधिकारी, अमेरिकी सीनेटर ने लगाया बड़ा आरोप

हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.

 

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement