Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

भारत जोड़ो यात्रा बिगाड़ रही 2 राज्यों में कांग्रेस का गेम, BJP के लिए आसान हो गया चुनाव!

कांग्रेस जिस मोड में विधानसभा चुनावों की तैयारी कर रही है, उसे देखकर यही लग रहा है कि कहीं यह BJP के लिए स्पष्ट वाक-ओवर तो नहीं है.

Latest News
भारत जोड़ो यात्रा बिगाड़ रही 2 राज्यों में कांग्रेस का गेम, BJP के लिए आसान हो गया चुनाव!

भारत जोड़ो यात्रा पर राहुल गांधी. (तस्वीर- Twitter/INC)

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

TRENDING NOW

डीएनए हिंदी: राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) को शुरू हुए 63 से ज्यादा दिन बीत चुके है. राहुल गांधी चुनावी राज्यों से दूर अपनी मेगा यात्रा में व्यस्त हैं. बीच-बीच में उनका गुजरात और हिमाचल प्रदेश के लिए ट्वीट आ जाता है लेकिन दोनों राज्यों में उनकी गैरमौजूदगी, पार्टी बाकी कार्यकर्ताओं खल रही है. 

राहुल गांधी इन दिनों महाराष्ट्र में मौजूद हैं. यहां करीब वह 14 दिन बिताने वाले हैं. इन 14 दिनों में जहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) और आम आदमी पार्टी (AAP) अपनी कैंपेनिंग हिमाचल और गुजरात में तेज करने वाले हैं, वहीं राहुल गांधी महाराष्ट्र में पदयात्रा करेंगे. 

Himachal Election 2022: आधी आबादी को लुभाने पर टिकी कांग्रेस की निगाह, रैली में सीधे महिलाओं के पास पहुंची प्रियंका गांधी वाड्रा

उनकी पदयात्रा कांग्रेस का बड़ा नुकसान करा रही है. दोनों राज्यों में कांग्रेस की कैंपेनिंग भगवान भरोसे है. हिमाचल प्रदेश में प्रियंका गांधी जमकर चुनाव प्रचार में जुटी हैं लेकिन गुजरात को कांग्रेस ने छोड़ दिया है. अगर कांग्रेस पूरी तरह से मल्लिकार्जुन खड़गे के भरोसे राज्य में है तो तगड़ा झटका लगने वाला है.

हिमाचल प्रदेश में प्रियंका गांधी.

गुजरात से कतरा रही है कांग्रेस

कांग्रेस गुजरात में किसके भरोसे है, यह कहना मुश्किल है. गुजरात में कुल 182 विधानसभा सीटे हैं. इसमें से कुल 80 सीटों पर कांग्रेस काबिज है. लेकिन अपनी इतनी ही सीटें बाचाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है. 

साल 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी थी. कांग्रेस 80 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब हुई थी. बीजेपी 99 सीटों के साथ बहुमत में आई थी. अगर राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा की जगह गुजरात पर फोकस करते तो शायद स्थितियां अलग होतीं. अभी ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस, बीजेपी के लिए राह खाली करने के मूड में हैं. 

G20 के लोगो में क्यों है कमल? कांग्रेस ने इसे बताया भाजपा सरकार की बेशर्मी

क्या है हिमाचल प्रदेश की स्थिति?

हिमाचल प्रदेश की भी मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ही है. कुल 68 विधानसभा सीटों में से 44 पर बीजेपी काबिज है. कांग्रेस के पास 21 सीटें हैं. अन्य के पास 3 सीटे हैं. ऐसी स्थिति में कांग्रेस अगर यहां मेहनत करती उसके बीजेपी को कड़ी टक्कर मिलनी तय थी. इस राज्य में एंटी इनकंबेंसी की स्थिति भी है. राहुल गांधी का फोकस इस राज्य में भी नहीं है. वह दिग्गज नेताओं के साथ भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं.

भारत जोड़ो यात्रा में बच्चों के साथ राहुल गांधी.

सोशल मीडिया पर भी चुनावी राज्यों में नदारद कांग्रेस!

कांग्रेस के ट्विटर हैंडल पर राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर जोर है. न गुजरात के लिए और न ही हिमाचल प्रदेश के लिए सोशल मीडिया पर एक्टिव कैंपेनिंग की जा रही है. वहीं बीजेपी, कांग्रेस-AAP के खिलाफ सोशल मीडिया पर एक्टिव कैंपेनिंग कर रही है. कांग्रेस यहां भी रणनीतिक रूप से बेहद कमजोर है.

Gujarat Election: कांग्रेस को एक और झटका, भाजपा में शामिल होगा यह विधायक

क्या भारत जोड़ो यात्रा करा रही नुकसान?

कांग्रेस का दोनों चुनावी राज्यों में माहौल नहीं बन रहा है. मल्लिकार्जुन खड़गे व्यक्तिगत तौर पर कांग्रेस को किसी भी राज्य में जीत दिलाने में सक्षम नहीं है. बीजेपी अपने मुख्यमंत्रियों को ब्रांड बनाने में भरोसा रखती है. 

राहुल गांधी.

कांग्रेस के एक भी ऐसे मुख्यमंत्री नहीं हैं जिनका राज्य के बाहर प्रभुत्व हो. एक तरफ बीजेपी ने अपने मंत्रियों को दोनों राज्यों में उतार दिया है, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के बड़े नेता राहुल गांधी की पद यात्रा में शामिल हैं. ऐसी स्थिति में कांग्रेस का भविष्य बहुत बेहतर नजर नहीं आ रहा है. 

गोपाल इटालिया सूरत की कतारगाम सीट से लड़ेंगे चुनाव, अरविंद केजरीवाल ने किया ऐलान

भारत जोड़ो यात्रा.

क्या राहुल गांधी ही हैं कांग्रेस का भविष्य?

कांग्रेस में ऐसे नेताओं की बेहद कमी है, जिनकी सार्वजनिक स्वीकार्यता हो. राहुल गांधी नि:संदेह कांग्रेस के सार्वजनिक तौर पर स्वीकार्य नेता हैं. गांधी परिवार की रैलियों में बड़ी भीड़ उमड़ती रही है. कांग्रेस पार्टी के किसी भी दूसरे नेता के लिए लोगों में ऐसा क्रेज नजर नहीं आती. अगर राहुल गांधी का सारा जोर इन दोनों चुनावी राज्यों पर होता तो कांग्रेस इन राज्यों में मजबूत बढ़त पा सकती थी.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement