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UP Assembly Election 2022: 2017 में पहली बार खिला था कमल, सरोजिनी नगर व‍िधानसभा सीट पर इस बार किसकी होगी जीत?

इस सीट पर पहला चुनाव 1967 में हुआ था. 1967 में कांग्रेस के विजय कुमार त्रिपाठी ने यहां अपनी जीत दर्ज की.

UP Assembly Election 2022: 2017 में पहली बार खिला था कमल, सरोजिनी नगर व‍िधानसभा सीट पर इस बार किसकी होगी जीत?
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डीएनए हिंदी: सरोजिनी नगर व‍िधानसभा सीट यूपी की राजधानी लखनऊ के तहत आती है. यह सीट मोहनलालगंज लोकसभा के अंतर्गत है. 2017 में इस सीट से कुल 37.31 प्रतिशत वोट डाले गए थे. देश-विदेश में ख्याति प्राप्त चिकत्सा संस्थान संजय गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, इसी विधानसभा में स्थित है. इसके अलावा लखनऊ एयरपोर्ट भी इसी विधानसभा में आता है. एक जमाने में सरोजनी नगर विधानसभा ग्रामीण विधानसभा मानी जाती थी लेकिन मौजूदा परिदृश्य में ग्रामीण वोटरों से ज्यादा शहरी वोटरों की संख्या है. 

कैसा रहा है राजनीतिक इतिहास?
राजनीतिक इतिहास की बात करें तो इस सीट पर पहला चुनाव 1967 में हुआ था. 1967 में कांग्रेस के विजय कुमार त्रिपाठी ने यहां अपनी जीत दर्ज की. इसके बाद 1969 में भी कांग्रेस के चंद्रभानु गुप्ता विजेता रहे, 1974 में विजय कुमार त्रिपाठी ने कांग्रेस से जीत का परचम लहराया. 1977 में जनता पार्टी से छेदा सिंह चौहान तो 1980 में विजय कुमार त्रिपाठी की जीत से कांग्रेस ने वापसी की. 1985 में शारदा प्रताप शुक्ला ने निर्दलीय जीत प्राप्त की तो 1989 में जनता दल में शामिल होकर शारदा प्रताप शुक्ला एक बार फिर चुनाव जीते. 1993, 1996 में सपा के श्याम किशोर यादव ने इस सीट को अपने नाम किया. 2002, 2007 में लगातार दो बार बीएसपी से मो. इरशाद खान ने इस सीट पर अपनी धाक जमाई. 2012 में सपा से शारदा प्रताप शुक्ला ने बार फिर वापसी की और 2017 में मोदी लहर के दौरान स्वाति सिंह भाजपा से विजेता रहे. 

2017 का रिपोर्ट कार्ड
विजेता पार्टी भारतीय जनता पार्टी
विजेता का नाम स्वाति सिंह
निकटतम प्रतिद्वंद्वी अनुराग उर्फ अनुराग यादव
पार्टी समाजवादी पार्टी
हार का अंतर 34179

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सामाजिक समीकरण
जातिगत वोट बैंक की बात करें तो इस सीट पर दलित वोट बैंक सर्वाधिक पौने दो लाख हैं. दूसरे नंबर पर लगभग 1.5 लाख वोटर ओबीसी हैं. 50 हजार के लगभग ब्राह्मण वोटर हैं. 70 हजार क्षत्रिय वोटर और लगभग 30 हजार मुसलमान वोटर हैं.

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