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UP Election 2022: कहानी असली Samajwadi नेता छत्रपाल सिंह की, जिन्होंने अखाड़े की मिट्टी से बनाया सियासी पहलवान

जेवर के पहले विधायक ठाकुर छत्रपाल सिंह ने पहली बार मुलायम सिंह यादव को चुनाव लड़ने का मौका दिया था. उनके बेटे पीएम मोदी और सीएम योगी के प्रशंसक हैं.

UP Election 2022: कहानी असली Samajwadi नेता छत्रपाल सिंह की, जिन्होंने अखाड़े की मिट्टी से बनाया सियासी पहलवान
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डीएनए हिंदी: UP Election 2022 को लेकर लंबें वक्त राजनीतिक दलों की तैयारियां जोरों पर हैं. ऐसे में आज हम आपको जेवर (Jewar) के पहले विधायक की कहानी के बारे में बताएंगे जिन्होंने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) को राजनीति में उतारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी जबकि उनके खुद के बच्चे राजनीति से दूर रहें. जी हां हम बात कर रहे हैं जेवर के पहले विधायक ठाकुर छत्रपाल सिंह (Thakur Chatrapal Singh) की जिन्होंने कभी परिवारवाद को राजनीति में बढ़ावा नहीं दिया. 

पहले विधायक ठाकुर छत्रपाल सिंह

जब से मोदी सरकार (Modi Government) ने उत्तर उत्तर-प्रदेश के जेवर में अंतरराष्ट्रीय स्तर के एयरपोर्ट के लिए काम शुरू किया तब से जेवर की विधानसभा सीट Hot Seat बन गई है. इस सीट के पहले विधायक की बात करें तो जेवर विधानसभा साल 1957 में अस्तित्व में आई थी और उस साल हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की प्रचंड लहर के बावजूद  जेवर सीट से प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के ठाकुर छत्रपाल सिंह. ठाकुर छत्रपाल सिंह ने जीत हासिल की थी और कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी थी.

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बड़े समाजवादी नेता

60 के दशक कीर्ति राजनीति के दौर में ठाकुर  छत्रपाल सिह बड़े  समाजवादी नेता थे और जयप्रकाश नारायण के करीबी थे. हालांकि साल 1962 में जेवर की यह सीट अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित हो गई और ठाकुर छत्रपाल दोबारा किसी और सीट से चुनावी मैदान में नही उतरे. सीट आरक्षित होने के बाद ठाकुर छत्रपाल सिंह संगठन के काम में लग गए और अपने उसूलों की वजह से उस समय के बड़े समाजवादी नेताओ के कहने के बाद भी किसी अन्य सीट से भी चुनाव नही लड़े.

बेटों को रखा राजनीति से दूर 

जेवर के पहले विधायक ठाकुर छत्रपाल सिंह के तीन बेटे हैं लेकिन उन्होंने अपने किसी भी बेटे को कभी भी राजनीति में नही आने दिया. ठाकुर छत्रपाल सिंह के छोटे बेटे ठाकुर करनेश सिंह ने बताया कि साल 1967 के चुनाव में सोशलिस्ट पार्टी ने इटावा जिले की विधानसभा सीटों के लिए तीन नेताओं कर्पूरी ठाकुर, ठाकुर छत्रपाल सिंह और अब्बास अली को जिमेदारी दी थी. 

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मुलायम सिंह की कराई राजनीति में इंट्री

इटावा जिले की जसवंतनगर विधानसभा के विधायक उस समय सोशलिस्ट पार्टी के कद्दावर नेता नत्थू सिंह थे. ऐसे में जब 1967 में जसवंतनगर विधानसभा Jaswantके लिए सोशलिस्ट पार्टी के लिए प्रत्याशी का चयन होना था तो सबको लगा कि सोशलिस्ट पार्टी अपने ही सीटिंग विधायक नाथू सिंह को टिकट देगी लेकिन ठाकुर छत्रपाल सिंह ने उस समय अखाड़े में पहलवानी करने वाले मुलायम सिंह पर भरोसा जताया और बाकी के दोनों नेताओं को समझा कर मुलायम सिंह यादव को जसवंतनगर से राजनीति के मैदान में उतरवाने में अहम भूमिका निभाई. 

पहले था असल समाजवाद

ठाकुर छत्रपाल सिंह के बेटे करनेश सिंह के मुताबिक उस समय के नेता उसूलों के पक्के थे. उस समय असल समाजवाद था जिसमे समाज के बारे में सोचा जाता था, परिवार के बारे मे नहीं. जहाँ आज एक विधायक जब बड़े कद का हो जाता है तब अपने बेटे बहू के लिए टिकट मांगने लगता है लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बड़े समाजवादी नेता होने के बावजूद ठाकुर छत्रपाल सिंह ने अपने बच्चो को राजनीति से हमेशा दूर ही रखा.

ठाकुर छत्रपाल सिंह का 2016 में देहांत हो गया था. उनके  तीन बेटे हैं. बड़े बेटे ठाकुर कृष्ण प्रताप जिनकी उम्र अभी 72 साल है. वहीं ठाकुर किशोर सिंह जो अभी 67 साल के है और सबसे छोटे ठाकुर करनेश सिंह जो 63 साल के है. इन तीनो ने भी पिता की आज्ञा का ना सिर्फ मान रखा बल्कि किसानी को अपना व्यवसाय बनाया और आज भी घर किसानी से ही चल रहा है.

मोदी-योगी हैं जरूरत

ठाकुर करनेश सिंह बताते हैं जब सीट आरक्षित होने के बाद पिता ने उसूलों के आगे कभी दूसरी सीट का रुख नही किया तो उनके बनाए उसूलों से हम लोग समझौता कर लेते इसका प्रश्न ही नहीं उठता है. वहीं वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य को लेकर ठाकुर करनेश ने कहा, “देश के लिये मोदी और यूपी के लिए योगी ही जरूरी हैं. पिता समाजवादी थे लेकिन समाजवाद को तो वर्षो पहले ही समाजवादियों ने ही खत्म कर दिया था. अब समाजवाद नहीं परिवारवाद बचा है.” 

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योगी सरकार की तारीफ

UP Election 2022 वर्तमान राजनीतिक माहौल पर जेवर के पहले विधायक ठाकुर छत्रपाल सिंह के बेटे ठाकुर करनेश सिंह (Thakur Karanesh Singh) के मुताबिक यूपी में 2017 के बाद कानून व्यवस्था में अधिक सुधार हुआ है. वहीं जेवर में एयरपोर्ट बनने से यहाँ के युवाओं को अब रोजगार और शिक्षा के लिए दर दर भटकना नहीं पड़ेगा. ऐसे में इस बार 2022 में मुख्यमंत्री के पद के लिए उनकी पंसद वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ही हैं.

बड़ा है ठाकुर छत्रपाल सिंह का व्यक्तित्व

ठाकुर छत्रपाल सिंह के कद का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब गौतमबुद्धनगर में फ़िल्म सिटी बनाने का फैसला उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था तब साल 2020 में मुम्बई के फ़िल्म निर्माता मुकेश मासूम ने इस फ़िल्म सिटी का नाम जेवर के पहले विधायक ठाकुर छत्रपाल सिंह के नाम पर रखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था.

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