Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

West Bengal Municipal Elections 2022: चुनाव में मशहूर हुआ 'कच्चा बादाम', दीवारों पर लिखे जा रहे हैं बोल

पश्चिम बंगाल में नगरपालिका के पहले चरण के चुनाव हो चुके हैं. अब 27 तारीख को अगले और आखिरी चरण के चुनाव होने वाले हैं.

West Bengal Municipal Elections 2022: चुनाव में मशहूर हुआ 'कच्चा बादाम', दीवारों पर लिखे जा रहे हैं बोल

kachcha badam song at wall

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

TRENDING NOW

डीएनए हिंदी: एक बंगाली गाना 'कच्चा बादाम' इन दिनों दुनिया भर में मशहूर हो चुका है. सेलेब्रिटीज से लेकर आम लोगों तक इस गाने पर शायद अब तक हर व्यक्ति ठुमके लगा चुका है. खास बात यह है कि इस गाने की प्रसिद्धि यहीं नहीं रुकी है, अब यह गाना चुनावी माहौल में नेताओं को भी खूब लुभा रहा है. 

पश्चिम बंगाल में नगरपालिका के पहले चरण के चुनाव हो चुके हैं. अब 27 तारीख को अगले और आखिरी चरण के चुनाव होने वाले हैं. इस चुनावी माहौल में बंगाल की विभिन्न राजनितिक पार्टियां चुनावी प्रचार में डूब चुकी हैं.ऐसे में चुनावी प्रचार को और दुरुस्त करने के लिए अब TMC भुबन बैद्यकार के 'कच्चा बादाम' गाने का इस्तेमाल करने से भी नहीं चूक रही.

TMC ने 'कच्चा बादाम' गाने की एक लाइन को बदलकर अपने विरोधी दल CPM और BJP पर कटाक्ष किया है. जलपाईगुड़ी जिले के दीवारों पर चुनावी प्रचार को लेकर अब तृणमूल कार्यकर्ता इस गाने के बोल ऐसे लिख रहे हैं - 'अरे हसिया और तारा (यानि CPM), अरे मेरे राम तेरे हाथ में रख दिया कच्चा बादाम' जलपाईगुड़ी नगरपालिका के वॉर्ड नंबर-21 की दीवारों पर ऐसे संदेश लिखे जा रहे हैं. यहां के तृणमूल प्रत्याशी हैं तारकनाथ दास और इसी वॉर्ड में इनको कड़ी टककर देने वाले हैं CPM और BJP. 

kachcha badam song

तृणमूल प्रत्याशी तारकनाथ दास का दावा है कि राज्य में जो विकास हुआ है उस पर लोग तृणमूल को ही वोट देंगे.वहीं दूसरी तरफ घर-घर जाकर प्रचार करने वाले निर्दलीय प्रत्याशी नबेंदु मौलिक का कहना है कि जनता विकास के आधार पर ही वोट देगी, कच्चा बादाम जैसे गाने के ज़रिए लोगो को भटकाया नहीं जा सकता.

बता दें कि दुनिया भर में मशहूर हो चुके गाने 'कच्चा बादाम' को भुबन बाद्यकार ने गाया है. भुबन भूल रूप से  मूंगफली बेचने का काम करते हैं. 

रिपोर्ट-के.टी.अल्फी

यह भी पढ़ें: History of Ukraine: 30 साल पहले मिली थी आजादी, साल दर साल बढ़ा विवाद, अब रूस से युद्ध जैसे हालात

हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement