Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Punjab Elections 2022: सिद्धू के खिलाफ आक्रामक पंजाब के डिप्टी CM, बुरे फंसे हैं सीएम चन्नी

Punjab Elections 2022 डिप्टी सीएम ने अब प्रदेश अध्यक्ष सिद्धू पर हमला बोल दिया है.

Latest News
Punjab Elections 2022: सिद्धू के खिलाफ आक्रामक पंजाब के डिप्टी CM, बुरे फंसे हैं सीएम चन्नी
FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: पंजाब कांग्रेस की स्थिति ऐसी है कि आए दिन कोई-न-कोई नेता प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ बयान देता रहता है. इसके चलते पार्टी Punjab Elections 2022 से पहले पूरी तरह बिखर गई है. वहीं अब नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ बयान देते हुए डिप्टी सीएम और गृहमंत्री सुखजिंदर सिह रंधावा ने मंत्री पद छोड़ने का ऐलान कर दिया है. रंधावा ने सिद्धू को अतिमहत्वकांक्षी बताते हुए उनके खिलाफ एक मोर्चा खोल दिया है.  ऐसे में इस पूरे प्रकरण के बीच आए दिन सीएम चन्नी पिस रहे हैं. 

मंत्री पद छोड़ने की पेशकश 

सिद्धू अपनी ही सरकार के खिलाफ हमलावर हैं. अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की गिरफ्तारी न हो पाने को लेकर वो अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं. ऐसे में गृहमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने अब इस्तीफे की पेशकश कर दी है. उन्होंने सिद्धू की आलोचना करते हुए कहा, "सिद्धू ओवर एंबिशियस हैं. जब से मुझे गृह मंत्रालय मिला है, सिद्धू नाराज चल रहे हैं. इसलिए मैं इसे छोड़ने के लिए तैयार हूं." 
 
ऐसा नहीं है कि नवजोत सिंह सिद्धू पर किसी कांग्रेसी नेता ने पहली बार हमला बोला है. इससे पहले कांग्रेस नेता भारत भूषण आशु ने भी सिद्धू को महत्वकांक्षाएं त्यागने की सलाह दी थी. उन्होने सिद्धू को कांग्रेस कल्चर सीखने की नसीहत दी थी. उन्होंने कहा था, "पंजाब में सिद्धू मॉडल नहीं कांग्रेस मॉडल चलेगा. 'मैं' शब्द नहीं बल्कि संगठन बड़ा होता है." वहीं, इससे पहले सरकार में मंत्री राणा गुरजीत भी सिद्धू के रवैये पर सवाल खड़े कर चुके हैं.

चन्नी की बढ़ रही मुसीबत

इन सबके बीच सर्वाधिक मुसीबत मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के लिए खड़ी हो रही हैं. Punjab Elections 2022 से ठीक पहले चन्नी के सामने दिक्कत ये है कि वो पार्टी को चुनाव में एक रखने का कैसे काम करेंगे. उन्हें पहले ही सीएम पद को लेकर असमंजस का सामना करना पड़ रहा है, वहीं पार्टी का बिखराव भी उनके ही माथे आएगा. ऐसे में यदि कांग्रेस का प्रदर्शन बुरा रहा तो चुनावी हार का जिम्मेदार भी उन्हें ही बनाया जा सकता है. इसीलिए चन्नी अब पार्टी के आंतरिक मुद्दों को लेकर कोई भी सटीक बयान नहीं देते हैं. 

Advertisement

Live tv

Advertisement
Advertisement