Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Budget 2024: वित्तमंत्री बनकर भी बजट पेश नहीं कर पाए थे ये नेता, जानिए कारण
Powered By:

Union Budget 2024 Updates: एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण रिकॉर्ड छठी बार बजट पेश करेंगी. इसके उलट देश में ऐसे भी नेता रहे हैं, जो वित्त मंत्री बनने के बावजूद कभी बजट पेश नहीं कर पाए.

Latest News
Budget 2024: वित्तमंत्री बनकर भी बजट पेश नहीं कर पाए थे ये नेता, जानिए कारण
FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: Budget 2024 News- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार अपना आखिरी बजट पेश कर रही है. चुनावी साल में आ रहे इस बजट से आम जनता को बेहद उम्मीदें हैं. 31 जनवरी से शुरू हो रहे बजट सत्र में 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) छठी बार बजट (Uniuon Budget 2024) पेश करेंगी. इसके साथ ही सीतारमण भाजपा की तरफ से सबसे ज्यादा बार बजट पेश करने वाली वित्त मंत्री बन जाएंगी और 10 बार बजट पेश करने वाले कांग्रेस के वित्त मंत्री मोरारजी देसाई (Morarji Desai) के बाद दूसरे नंबर पर आ जाएंगी. इस रिकॉर्ड मौके पर लोगों ने उन नेताओं के नाम की भी चर्चा शुरू कर दी है, जो वित्त मंत्री रहने के बावजूद अपने कार्यकाल में कभी भी बजट नहीं पेश कर पाए.

पढ़ें- Budget 2024 Schedule: एक फरवरी को पेश होगा आम बजट, क्या है पूरा टाइम टेबल और कहां देख सकते हैं लाइव? जानें सबकुछ

34 वित्त मंत्री पेश कर चुके हैं अब तक बजट

1947 में भारत को ब्रिटिश गुलामी से आजादी मिलने के बाद अब तक 34 नेता वित्त मंत्री के तौर पर काम कर चुके हैं. इनमें से कई नेता ऐसे रहे हैं, जो वित्त मंत्री रहने के बावजूद कभी आम बजट पेश करने का मौका नहीं पा सके. इन नेताओं में दिग्गज नाम भी शामिल हैं.

पढ़ें- Interim Budget: महिला, किसान, युवाओं को बजट में क्या मिलेगा, जानें अर्थशास्त्रियों का क्या है अनुमान 

सबसे पहला नाम है सीएस नियोगी का

वित्त मंत्री रहने के बावजूद बजट पेश नहीं कर पाने वाले नेताओं की लिस्ट में सबसे पहला नाम सीएस नियोगी का है. क्षितिज चंद्र नियोगी (Kshitij Chandra Niyogi) ने आरके शणमुखम शेट्टी की जगह पर साल 1948 में देश के दूसरे वित्त मंत्री के तौर पर शपथ ली थी. पहले वित्त आयोग के चेयरमैन भी रहे नियोगी महज 35 दिन ही वित्त मंत्री रह सके. इसके बाद उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था. उनकी जगह जॉन मथाई ने 1948 में बजट पेश किया था.

पढ़ें- Budget 2024: वंदे भारत से लेकर अमृत भारत ट्रेन तक, इस बार बजट में रेलवे के लिए रहेगा खास!

हेमवती नंदन बहुगुणा को भी छोड़ना पड़ा था पद

उत्तराखंड के दिग्गज नेता हेमवती नंदन बहुगुणा (Hemwati Nandan Bahuguna) का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है. बहुगुणा को 1979 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपनी सरकार में वित्त मंत्री बनाया था, लेकिन वे महज साढ़े पांच महीने ही इस पद पर रह पाए. उनका बजट पेश करने का नंबर आने से पहले ही उन्हें पद छोड़ना पड़ा था. 

पढ़ें- Budget 2024: बीमा प्रॉडक्ट्स पर मिलेगा तोहफा? वित्तमंत्री कर सकती हैं इन 5 टैक्स छूट का ऐलान

तीन बार सीएम रहे एनडी तिवारी का भी नाम लिस्ट में

कांग्रेस के दिग्गज नेता नारायण दत्त तिवारी (ND Tiwari) तीन बार उत्तर प्रदेश और फिर उत्तराखंड के भी मुख्यमंत्री रहे. इतना दिग्गज नेता होने के बावजूद वे भी वित्त मंत्री बनकर बजट पेश नहीं कर पाए. तिवारी को राजीव गांधी ने अपनी सरकार में 1987-88 में वित्त मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी, लेकिन आम बजट पेश करने का काम अपने पास रख लिया. इस तरह तिवारी भी इस लिस्ट में शामिल हो गए.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement