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Russia Ukraine War: हंगरी का फैसला EU को नहीं आया पसंद! यूरोप में मच सकता है बवाल

हंगरी और यूरोपीय संघ के बीच भुगतान की प्रक्रिया में फेरबदल करने की वजह से विवाद की स्थिति पैदा हो गई है. इस बारे में पढ़िए आरती राय की विशेष रिपोर्ट..

Russia Ukraine War: हंगरी का फैसला EU को नहीं आया पसंद! यूरोप में मच सकता है बवाल

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डीएनए हिंदी: हंगरी और यूरोपीय संघ के बीच रूसी गैस के लिए रूबल में भुगतान करने को लेकर विवाद पैदा हो गया है. दरअसल हंगरी के  प्रधान मंत्री विक्टर ओर्बन ने कहा कि हंगरी को रूसी गैस के लिए रूबल में भुगतान करने में कोई समस्या नहीं होगी, इसके बाद यूरोपीय संघ और हंगरी सरकार के बीच एक गंभीर विवाद खड़ा हो गया है. यूरोपीय आयोग का कहना है कि अगर हंगेरियन सरकार ऐसा करने का फैसला करती है तो वह यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों का उल्लंघन करेगी. इसके विपरीत ओर्बन सरकार का दावा है कि रूस के साथ हंगरी के द्विपक्षीय समझौतों के मुताबिक यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों का उल्लंघन किए बिना रूसी गैस के लिए भुगतान करना संभव है.

यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों का उल्लंघन करेगा हंगरी 

अगर हंगरी रूसी ऊर्जा के लिए रूबल में भुगतान करने के अपने वादे पर खरा उतरता है तो यह यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों को तोड़ देगा. वही यूरोपियन यूनियन की प्रेसिडेंट वॉन डेर लेयेन ने कहा कि  "जो यूरोपीय देश अपने यूरो को रूबल में परिवर्तित करते हैं और फिर अपने गैस बिल का भुगतान करते हैं ऐसा करने पर रूस पर यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों का उल्लंघन होगा."  

उर्सुला वॉन डेर लेयेन की ये टिप्पणी हंगरी के प्रधान मंत्री विक्टर ओर्बन के एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उनके ये कहने कि "अगर रूसियों द्वारा आयातित गैस के लिए रूस को रूबल में भुगतान करने का अनुरोध किया जाता है तो इससे हंगरी को कोई विशेष कठिनाई नहीं होगी " के बाद आयी थी. 

मास्को ने रूबल में भुगतान करने के लिए की थी मांग 

रूसी गैस के लिए मास्को की मांगों को रूबल में भुगतान करने के लिए हंगरी तैयार है. हंगरी के प्रधान मंत्री जिन्होंने हाल ही में लगातार चौथी बार जीत कर अपना कार्यालय  शुरू किया है।  एक प्रेस वार्ता में यह कहा कि "वह मास्को के साथ अपने करीबी संबंधों का पुनर्मूल्यांकन कर रहे थे और कहा कि वह वर्तमान में रूस के "विरोधी" हैं. इस दौरान उन्होंने ये भी संकेत दिए की मास्को ने गैस की बिक्री में कटौती करने की धमकी का पालन नहीं किया तो कोई समस्या नहीं होगी जब तक कि उन्हें रूबल में भुगतान नहीं किया जाता. यह मांग रूस द्वारा पश्चिमी प्रतिबंधों पर पलटवार करने और अपनी मुद्रा को बढ़ावा देने के प्रयास का हिस्सा है. "इससे हमें कोई समस्या नहीं होती है."

हंगरी के प्रधानमंत्री का दावा

हंगरी के प्रधानमंत्री ने ये भी कहा की "यदि रूस अनुरोध करता है तो हम रूबल में भुगतान करेंगे." हंगरी की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ओर्बन रूस के सबसे करीबी यूरोपीय संघ के सहयोगियों में से एक रहे है और उनका रुख रूसी गैस के अन्य यूरोपीय आयातकों विशेष रूप से जर्मनी से स्पष्ट रूप से अलग है. उनकी टिप्पणी तब आई जब यूरोपीय संघ के राजनयिकों ने प्रतिबंधों के एक नए दौर पर हस्ताक्षर करने के लिए मुलाकात की.

कैसे हैं हंगरी के प्रधानमंत्री ओर्बन और पुतिन के बीच के रिश्ते? 

हंगरी और रूस के बीच रिश्तों की चर्चा को ले कर हंगरी मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है की पुतिन चुनावो में जीत के बाद ओर्बन को बधाई देने वाले पहले नेताओं में से एक थे. वहीं एक टेलीफोनिक वार्ता के दौरान विक्टर ओर्बन ने  पुतिन को ज़ेलेंस्की, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन और जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ के साथ बुडापेस्ट में युद्धविराम वार्ता के लिए आमंत्रित भी किया था.  एक तरफ विक्टर ओर्बन ने ये भी कहा कि युद्ध अपराध के सभी आरोपों की जांच की जानी चाहिए लेकिन स्वीकार किया कि रूस आक्रामक हमले का दोषी है. विक्टर ओर्बन ने रूस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ये भी कहा की "यह एक युद्ध है जिसे रूस ने यूक्रेन पर हमला करते हुए शुरू किया." उन्होंने कहा हंगरी, एक नाटो और यूरोपीय संघ के सदस्य है और फिलहाल NATO और EU दोनों ही रूस के द्वारा यूक्रेन पर हमले के चलते कड़ा विरोध कर रहे हैं.

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