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Dilip Vengsarkar: वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रहे खिलाड़ी ने चयनकर्ताओं की लगाई क्लास, BCCI पर भी भड़के 

Dilip Vengsarkar Slams Selectors: दिलीप वेंगसरकर ने बीसीसीआई और चयनकर्ताओं को खूब सुनाया है. उन्होंने कहा कि बिना किसी विजन के फैसले लिए जा रहे हैं. शिखर धवन को कुछ सीरीज की कप्तानी देने पर भी नाराजगी जताई है. 

Dilip Vengsarkar: वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रहे खिलाड़ी ने चयनकर्ताओं की लगाई क्�लास, BCCI पर भी भड़के 

Dilip Vengsarkar On Selectors

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डीएनए हिंदी: वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य और पूर्व मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने मौजूदा चयनकर्ताओं को खूब सुनाया है. उन्होंने बीसीसीआई के फैसलों पर भी आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि मौजूदा सेलेक्टर्स के फैसलों में भविष्य के लिए कोई विजन नहीं दिख रहा है. उन्होंने 10 साल से आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीतने के पीछे भी यही वजह बताई है और कहा कि विजन नहीं होने की वजह से टीम को सफलता नहीं मिल रही है. वेंगसरकर ने कहा कि मौजूदा खिलाड़ियों के साथ बेंच स्ट्रेंथ मजबूत करने पर भी ध्यान देना होगा.

BCCI और चयनकर्ताओं को सुनाई खरी-खरी 
पूर्व मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने बीसीसीआई और चयनकर्ताओं को खूब सुनाया है. उन्होंने कहा कि चयनकर्ताओं का टीम के लिए क्या विजन है समझ नहीं आ रहा है. पिछले कुछ वक्त में रोहित शर्मा और विराट कोहली को आराम दिए जाने के मौके पर शिखर धवन को कप्तान बनाया गया. यह वह मौका था जबकि भविष्य के लिए कप्तान तैयार किया जा सकता था. बता दें कि शिखर धवन अब लंबे समय से टीम से बाहर हैं और उनकी टीम में वापसी की उम्मीद भी न के बराबर है. 

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सिर्फ IPL का आयोजन बड़ी उपलब्धि नहीं हो सकती है
दिलीप वेंगसरकर को टीम इंडिया के लिए बेहतरीन चयनकर्ताओं में से माना जाता है क्योंकि उनके चयनकर्ता रहते हुए ही महेंद्र सिंह धोनी को कप्तान बनाया गया था और उस दौर में भारतीय क्रिकेट टीम ने स्वर्णिम सफलता देखी थी. उन्होंने कहा कि सिर्फ आईपीएल का आयोजन करना और करोड़ों रुपये कमाना ही उपलब्धि नहीं हो सकती है. आपके पास बेंच स्ट्रेंथ के नाम पर कुछ नहीं है. आप आते हैं खेलना शुरू कर देते हैं. उन्होंने कहा कि बिना किसी विजन के अगर ऐसे ही प्रशासन चलता रहेगा तो आईसीसी प्रतियोगिताओं में भारतीय टीम को सफलता मिलना मुश्किल है. बता दें कि आखिरी बार भारतीय टीम ने 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी. इसके बाद टीम टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में 2014 में पहुंची लेकिन जीत नहीं पाई थी. दो बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी हार मिली. 

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