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नीतीश कुमार ने मारी पलटी तो सरकार बनाने के लिए क्या करेंगे लालू? समझें सीटों का खेल

Bihar Politics News: बिहार में सरकार बनाने के लिए 122 विधायकों का समर्थन चाहिए होगा. महागठबंधन में आरजेडी और कांग्रेस के अलावा वाम दल शामिल हैं. आइये समझतें सीटों का पूरा गणित.

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नीतीश कुमार ने मारी पलटी तो सरकार बनाने के लिए क्या करेंगे लालू? समझें सीटों का खेल

नीतीश कुमार और लालू यादव (फाइल फोटो)

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डीएनए हिंदी: बिहार में कड़ाके की ठंड के बीच सियासी पारा गरमाया हुआ है. अटकलें लगाई जा रही हैं कि नीतीश कुमार जल्द ही जेडीयू-आरजेडी गठबंधन सरकार को भंग कर सकते हैं. नीतीश कुमार के फिर से एनडीए में शामिल होने के संकेत मिल रहे हैं. हालांकि ऐसा हुआ भी तो यह कोई पहली बार नहीं होगा. इससे पहले भी नीतीश कुमार कई बार RJD को झटका एनडीए में शामिल हो चुके हैं. सवाल अब ये है कि अगर नीतीश कुमार पलटी मारते हैं तो क्या उस हालत में लालू प्रसाद यादव फिर से बिहार में सरकार बनाने में कामयाब हो पाएंगे? सीटों का गणित क्या कहता है आइये समझतें हैं.

बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं. ऐसे में बहुमत के लिए 122 सीटें चाहिए. वर्तमान में नीतीश कुमार के नेतृत्व में जो महागठबंधन सरकार चल रही है उसको 160 विधायकों का समर्थन है. इनमें लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी के 79, नीतीश की जेडीयू के 45, कांग्रेस के 19 और अन्य दलों के 17 विधायक शामिल हैं. अगर सीएम नीतीश कुमार अब सरकार को भंग कर देते हैं तो लालू यादव के पास फिर से सरकार बनाने के लिए सीटों का गणित कुछ तरह होगा. 

लालू यादव कैसे बनाएंगे सरकार?
लालू की आरजेडी के पास कुल 79 विधायक हैं. उनकी सहयोगी कांग्रेस के पास 19 विधायक और लेफ्ट के पास 16 विधायक हैं. इन तीनों की संख्या जोड़ दी जाए तो 114 विधायक महागठबंधन के पास हैं. लेकिन बहुत का आंकड़ा 122 का है. ऐसे में लालू को सरकार बनाने के लिए 8 और विधायकों के सपोर्ट की जरूरत पडे़गी. इसके लिए लालू यादव जीतन राम मांझी की पार्टी HAM के 4 विधायक और ओवैसी की AIMIM के एक और एक निर्दलीय विधायक को जोड़ लें तो उनका संख्याबल 120 हो जाएगा. बाकि बचे दो विधायकों के लिए लालू को नीतीश की जेडीयू में सेंध लगानी होगी.

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लोकसभा चुनाव से पहले लालू यादव के पास यह बड़ा मौका होगा. अगर वह ऐसा करने में कामयाब हो गए तो उनकी आगे की राह आसान हो जाएगी. क्योंकि नीतीश कुमार भी पाला बदलते ही बीजेपी के साथ मिलकर आरजेडी को तोड़ने की कोशिश करेंगे. 

बिहार में हर घंटे सियासत बदलने के संकेत मिल रहे हैं. बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव दोनों ही नेता अपना खेमा मजबूत करने में जुट गए हैं. अटकलें लगाई जा रही हैं कि 26 जनवरी के बाद बिहार में बड़ा खेल हो सकता है. उधर, बीजेपी भी बिहार के हर घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है. सुशील कुमार मोदी समेत बिहारी बीजेपी के कई बड़े नेताओं ने दिल्ली में अमित शाह और जेपी नड्डा से मुलाकात की है.

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