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Social Media पर क्या आप करा रहे हैं अपनी ही जासूसी? हैकर्स पहुंचा सकते हैं बड़ा नुकसान

सोशल मीडिया पर कुछ लोग मिनट-टू-मिनट अपडेट करते रहते हैं. साइबर एक्सपर्ट्स कहते हैं कि यह लोगों की सुरक्षा के लिए बेहद खतरनाक है.

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Social Media पर क्या आप करा रहे हैं अपनी ही जासूसी? हैकर्स पहुंचा सकते हैं बड़ा नुकसान

साइबर क्राइम से बचने के लिए डेटा की सुरक्षा सबसे जरूरी है. (सांकेतिक तस्वीर)

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डीएनए हिंदी: सोशल मीडिया (Social Media) पर ज्यादा सक्रियता प्राइवेसी के लिए खतरा पैदा कर सकती है. हैकर्स इसी दांव में होते हैं कि कैसे किसी की गोपनीय जानकारियों में सेंध लगा ली जाए. फेसबुक (Facebook), इंस्टाग्राम और ट्विटर (Twitter) पर कुछ लोग मिनट-टू-मिनट अपडेट देते रहे हैं. कुछ लोग लोकेशन (Location) तक शेयर करते रहे हैं. IT एक्सपर्ट्स कहते हैं कि यह प्राइवेसी के लिए बड़ा खतरा है. इतना एक्टिव होकर आप अपनी ही जासूसी करा रहे होते हैं.

साइबर क्राइम एक्सपर्ट एडवोकेट विशाल अरुण मिश्र कहते हैं कि आपके सोशल मीडिया अकाउंट पर लोगों की नजर होती है. ऐसे में आप डेटा स्क्रैपिंग का शिकार हो सकते हैं. अगर आपकी सोशल मीडिया प्रोफाइल पब्लिक है तो लोग आपकी तस्वीरें और गोपनीय जानकारियों का इस्तेमाल करके फेक प्रोफाइल क्रिएट कर सकते हैं.

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फेक प्रोफाइल क्रिएट होने का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि हैकर्स आपकी फेक प्रोफाइल बनाकर आपके परिचितों के साथ फ्रॉड कर सकते हैं. ऐसे तमाम केस सामने आए हैं जब किसी की फेक प्रोफाइल के सहारे ठगों ने फंड जमा किया है, ऑनलाइन पैसों का ट्रांजैक्शन करा लिया है. आए दिन लोग सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट डालते रहे हैं. ऐसे में ज्यादा सक्रियता आपके लिए मुश्किलें पैदा कर सकती है.

सोशल मीडिया पर ओवर एक्टिव होने क्या हैं नुकसान?

सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट उज्जवल भारद्वाज कहते हैं कि आपकी ऑनलाइन गतिविधियों हमेशा सुरक्षित नहीं होती हैं. आप कहां जा रहे हैं, कहां से कितनी बजे की आपकी फ्लाइट है यह बेहद गोपनीय विषय है. आपकी पैसेंजर डीटेल्स तक का गलत इस्तेमाल हो सकता है. ऐसे ठगों का एक गैंग सक्रिय होता है जो इसे अपने फेवर में इस्तेमाल कर सकता है. जानने वालों को वे यकीन दिला सकते हैं कि आप मुसीबत में हैं ऐसी स्थिति में लोग आपके नाम पर बड़ा फ्रॉड कर सकते हैं. 

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सोशल मीडिया पर बिना आपको सूचित किए लोग आपकी तस्वीरें, वीडियो और दूसरे कंटेंट चुरा सकते हैं. ऐसे कंटेंट की ऑनलाइन डार्कवेब पर सेल भी जो जाती है. ऐसी स्थिति में ज्यादा सावधान रहने की जरूरत पड़ती है. वेब पर रहने वाली हर चीज सुरक्षित नहीं है. आपकी पर्सनल डीटेल्स बिक सकती है. कई इंटरनेट ट्रैकिंग कंपनियां हैं जो इसका गलत इस्तेमाल कर सकती हैं. साइबर क्राइम से जुड़े मामलों को कवर करने वाले एडवोकेट अनुराग ने कुछ आसान टिप्स सुझाए हैं जिसके जरिए हम सोशल मीडिया पर हम किसी भी फ्रॉड से बच सकते हैं. 

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सोशल मीडिया पर भूलकर भी कभी न करें ये काम-

1. कभी आप अपनी रियल लोकेशन सोशल मीडिया पर शेयर न करें. अगर कोई आपसे दुश्मनी रखता है तो आपके लिए परेशानियां पैदा कर सकता है. आप कहां जा रहे हैं, क्यों जा रहे हैं इसका जिक्र करना सोशल मीडिया पर जरूरी नहीं है.

2. सोशल मीडिया पर ठग लोगों की ऑनलाइन ट्रैकिंग करते हैं. जैसे किन वेबसाइट्स पर आप विजिट कर रहे हैं. किन ऑनलाइन गतिविधियों में आप शामिल हैं. लोग तरह-तरह के ऑफर देकर आपको ठग सकते हैं.

3. सोशल मीडिया पर नजर आने वाले किसी भी संदिग्ध लोन ऑफर के चक्कर में कभी न पड़ें. कभी किसी डबल मुनाफे वाले ऑनलाइन विज्ञापनों की लालच में न फंसे. आपको एक्स्ट्रा लाभ दिलाने के लिए कोई भी कंपनी घाटे का सौदा नहीं करती है. मिलेनियर बनाने के दावों में कभी न पड़ें.

4. डेटा चोरी पर कंट्रोल कर पाना बेहद मुश्किल होता है. ऐसे में जितनी ज्यादा सावधानी आप बरतेंगे आपका अकाउंट सुरक्षित रहेगा.

5. सोशल मीडिया पर कभी ओटीपी, फिशिंग मेल और फ्रॉड वीडियो कॉल के चक्कर में न पड़ें. इन्हें नजरअंदाज कर दें.

6. सोच-समझकर अपनी फ्रैंडलिस्ट में लोगों को शामिल करें. अगर आप पब्लिक प्रोफाइल नहीं हैं तो जिन्हें जानते हैं सिर्फ उन्हें ही ऐड करें. कोई अनजान शख्स आपको वीडियो कॉल करे तो कभी उसे रिसीव न करें. इन दिनों फेक वीडियो कॉल्स के जरिए सेक्सटॉर्शन का लोग शिकार हो रहे हैं. ठग वीडियो बनाकर लोगों को ब्लैकमेल करते हैं.

7. इनाम जीतने वाले विज्ञापनों के चक्कर में न पड़ें. सोशल मीडिया या प्राइवेट ग्रुप्स पर दिखने वाले ज्यादातर ऐसे विज्ञापन फेक होते हैं. सावधानी से सोशल मीडिया ऑपरेट करने से ही आप ऐसी परेशानियों से बच सकते हैं.

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