डीएनए स्पेशल
Independence Day 2022 : देश अपनी स्वाधीनता की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है. 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लालकिले से तिरंगा फहराएंगे. भारत तो यह आजादी करीब 200 सालों तक अंग्रेजों की गुलामी के बाद मिली थी. अंग्रेज पहली बार भारत में कब और कहां आए इसकी शायद आपको जानकारी नहीं होगी.
डीएनए हिंदीः देश अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ (Independence Day 2022) मना रहा है. भारत को यह आजादी अंग्रेजों के करीब 200 सालों की गुलामी के बाद मिली. भारत ने अपनी आजादी के लिए लम्बी लड़ाई हुई. हजारों क्रांतिकारियों की इस लड़ाई में मौत हुई. इस वर्ष भारत अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण कर रहा है जिसके उपलक्ष्य में हम आजादी का अमृत महोत्सव पर्व मना रहें हैं. क्या आपको पता है कि अंग्रेज पहली बार भारत कब और क्यों आए थे. कैसे उसका पूरे भारत पर राज हो गया. इस रिपोर्ट में विस्तार से जानते हैं...
ब्रिटेन की कैसे पड़ी भारत पर नजर
16वीं सदी में भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था. इसके पीछे वजह थी कि दुनिया के कुल उत्पादन का एक चौथाई माल सिर्फ भारत में तैयार होता था. दिल्ली में तब मुगल बादशाह जलालुद्दीन मुहम्मद अकबर की हुकूमत थी. अकबर की गिनती उस दौर में दुनिया के सबसे दौलतमंद बादशाहों में होती थी. यहां तक कि चीन में भी उससे अमीर कोई बादशाह नहीं था. वहीं उसी दौर में ब्रिटेन गृहयुद्ध से जूझ रहा है. उस समय ब्रिटेन की पूरी अर्थव्यवस्था खेतीबाड़ी पर निर्भर थी और दुनिया के कुल उत्पादन का महज तीन फीसद माल वहां तैयार होता था. ऐसे में महारानी एलिजाबेथ प्रथम की नजर भारत की ओर टिक गई. तब यूरोप की प्रमुख शक्तियां पुर्तगाल और स्पेन, व्यापार में ब्रिटेन को पीछे छोड़ चुकी थीं, ऐसे में ब्रिटेन की नजर भारत पर टिकी थी.
ये भी पढ़ेंः अंग्रेजों ने भारत से कितना लूटा था धन, आंकड़ा जानकर चौंक जाएंगे
ब्रिटेन को मिली भारत की समृद्धि की जानकारी
उसी दौर में ब्रिटेन का घुमंतू व्यापारी था राल्फ फिच. यह हिंद महासागर, मेसोपोटामिया, फारस की खाड़ी और दक्षिण पूर्व एशिया की व्यापारिक यात्राएं करता था. इसी दौरान उसे भारत की समृद्धि के बारे में पता चला. राल्फ फिच की ये यात्रा इतनी लंबी थी कि ब्रिटेन लौटने से पहले उन्हें मृत मानकर उनकी वसीयत को लागू कर दिया गया था. जब वह अपने देश पहुंचे तो उनका सबकुछ खत्म हो चुका था और वह भारत के साथ व्यापार करने के लिए कंगाल हो चुके थे. इसके बाद 31 दिसंबर 1600 को ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को ईस्ट इंडीज के साथ व्यापार करने के लिए ब्रिटिश सम्राज्ञी एलिजाबेथ प्रथम से एक रॉयल चार्टर प्राप्त हुआ था. इसके बाद भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना की गई.
दुनिया जान चुकी थी भारत की समृद्धि
दरअसल ईस्ट इंडिया कंपनी से पहले पूर्वी एशिया के एक समुद्री मार्ग से 20 मई 1498 को वास्कोडिगामा का आगमन हुआ. यहीं से भारत और यूरोप के बीच एक समुद्री मार्ग खोजा गया था, इस यात्रा में वास्कोडिगामा का सहयोग अब्दुल मजीद ने किया था, इसके बाद से ही भारत में यूरोप का व्यापार शुरू हो गया. हालांकि इस दौर में व्यापार करना काफी चुनौती भरा था. समुद्री लुटेरों का खतरा तो था ही साथ ही यात्रा में महीनों का समय लगता था. हालांकि भारत में उस दौर में भी ऐसे उत्पाद तैयार किए जाते थे जिसके लिए दुनियाभर के देशों की नजर भारत पर टिकी हुई थी.
ये भी पढ़ेंः आखिर ज्योतिषी क्यों नहीं चाहते थे 15 अगस्त को मिले आजादी? जापान से भी जुड़ा है ये खास कनेक्शन
सबसे पहले कहां आए अंग्रेज?
अंग्रेजों का सबसे पहले आगमन भारत के सूरत बंदरगाह पर 24 अगस्त 1608 को हुआ. अंग्रेजों का उद्देश्य भारत में अधिक से अधिक व्यापार करके यहां से पैसा हड़पना था. 1615 ईसवी में जहांगीर के शासनकाल में 'सर टॉमस रो' को अंग्रेजों ने अपना राजदूत बनाकर जहांगीर के दरबार में भेजा. सर टॉमस रो जहांगीर से कुछ व्यापारिक छूट पाने में सफल हो गए. हालांकि कहा जाता है कि इसके लिए जहांगीर से कई लुभावने वादे भी किए गए थे. इसी के बाद से ईस्ट इंडिया कंपनी ने धीरे-धीरे पूरे भारत में पैर फैलाने शुरू कर दिए. अंग्रेज भारत से ही पूरे यूरोप में व्यापार करने लगे. यूरोपीय देशों के मध्य भारत में मसालों के व्यापार पर एकाधिकार स्थापित करने की होड़ सी लग गई.
कैसे बनी ईस्ट इंडिया कंपनी?
भारत के उत्पाद और समृद्धि को ब्रिटेन के व्यापारी समझ चुके थे. दक्षिण व दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों के साथ व्यापार करने के लिए 1600 ई. में जॉन वाट्स और जॉर्ज व्हाईट द्वारा ब्रिटिश जॉइंट स्टॉक कंपनी की स्थापना की गई. इसी को ईस्ट इंडिया कंपनी के नाम से जाना जाता है. शुरुआत में इस जॉइंट स्टॉक कंपनी के शेयरधारक मुख्य रूप से ब्रिटिश व्यापारी और संमृद्ध वर्ग के लोग थे और ईस्ट इंडिया कंपनी का ब्रिटिश सरकार के साथ कोई सीधा संबंध नहीं था. हालांकि बाद में सूरत बंदरगाह पर सर थॉमस रो (जेम्स प्रथम के राजदूत) की अगवाई में अंग्रेजों को सूरत में कारखाना स्थापित करने के लिए शाही फरमान प्राप्त हुआ. । इसके बाद, ईस्ट इंडिया कंपनी को मद्रास में अपना दूसरा कारखाना स्थापित करने के लिए विजयनगर साम्राज्य से भी इसी प्रकार का शाही फरमान प्राप्त हुआ था.
ये भी पढ़ेंः क्या आम आदमी की तरह राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी ले सकते हैं छुट्टी? यहां जानें
ब्रिटेन ने बढ़ाया अपना साम्राज्य
उस दौर में भारत में कई और देशों की भी व्यापारिक कंपनियां मौजूद थी लेकिन ब्रिटेन ने कूटनीति से इन कंपनियों को भारत से खदेड़ दिया. ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत के सभी तट जैसे कलकत्ता, बॉम्बे, मद्रास और अन्य जगहों पर ब्रिटिश संस्कृति को बढ़ाना शुरु कर दिया. उस दौर में अंग्रेज रेशम, नील, कपास, चाय और अफीम का व्यापार करते थे. इसके अलावा मसालों के लिए भारत पहले से ही दुनिया में पहचान बना चुका था.
ये भी पढ़ेंः मैं शपथ लेता हूं... संवैधानिक पद के लिए क्यों जरूरी है शपथ? क्या है इसका महत्व और प्रक्रिया
अंग्रेजों ने कैसे किया कब्जा?
दरअसल करीब 150 सालों पर भारत में व्यापार करने के बाद अंग्रेज समझ चुके थे कि भारत के लोग सामाजिक और आर्थिक तौर के अलावा राजनीतिक तौर पर एक दूसरे से मतभेद रखते हैं. इसी का अंग्रेजों ने फायदा उठाने की कोशिश शुरू कर दी. 1750 के दशक तक ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारतीय राजनीति में हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया था. सबसे पहले अंग्रेजों ने भारत में कलकत्ता में अपनी ताकत का इस्तेमाल किया. 1757 में प्लासी की लड़ाई में रॉबर्ट क्लाईव के नेतृत्व में ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला को पराजित कर दिया था. इसी में जीत मिलने के साथ ही भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन स्थापित हो गया था. भारत कलकत्ता ही भारत की राजधानी था. हालांकि भारत के लोगों को भी धीरे-धीरे ईस्ट इंडिया कंपनी के सोच समझ आनी शुरू हो गई थी. जब ईस्ट इंडिया कंपनी अपना अधिकार बनाने लगी तो 1857 के पहले स्वतंत्रता आंदोलन या 1857 के विद्रोह को देखा गया. इसी के ठीक एक साल बाद 1858 में भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन का अंत हो गया था. अंग्रेजों ने भारत से ईस्ट इंडिया कंपनी की विदाई कर दी और ब्रिटिश क्राउन का भारत पर सीधा नियंत्रण हो गया.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
लाइव मैच के दौरान गिरी बिजली, एक खिलाड़ी की मौत; कैमरे में कैद हुआ दर्दनाक हादसा
Virat Kohli: नॉर्मल वाटर नहीं, ये खास पानी पीते हैं विराट कोहली, जानें क्या हैं इसके फायदे
Bihar: छठ पूजा की खुशियों पर छाया मातम, नवादा में करंट से दो युवकों की जान गई
Virat Kohli Birthday: जन्मदिन पर विराट कोहली को मिला तोहफा, फैन ने भेंट की खास पेंटिंग- Video
Viral: झेलम युद्ध का ऐसा मजेदार लेख देखा नहीं होगा, छात्र की अनोखी कॉपी देख नहीं रुकेगी हंसी
एक एड ने मिला दी Virat Kohli-Anushka Sharma की कुंडली, ऐसा था दोनों का पहला रिएक्शन
डायबिटीज मरीज के लिए वरदान हैं ये मसाले, रोजाना खाने से काबू में रहेगा ब्लड शुगर लेवल
UP: नाइट ड्यूटी के बहाने रोका, अकेला देख अंदर खिंचा, अस्पताल संचालक ने किया 22 साल की नर्स का रेप
Aishwarya संग तलाक की खबरों के बीच Abhishek ने दिया बड़ा बयान, हैरान कर देंगी जूनियर बच्चन की बातें
UP: अब नहीं देख पाएंगे ताजमहल की 'सुरमयी शाम', किसान ने कोर्ट में जीता केस, जुतवा दी पूरी जमीन
WHO की सलाह, ये फूड्स डाइट से तुरंत करें बाहर, वरना दीमक की तरह शरीर को कर देंगे खोखला
Winter Care Tips: गिरने लगा तापमान, बढ़ने लगी सर्दी, कहीं बीमार न कर दे गुलाबी ठंड, ऐसे करें बचाव
Bank Holiday: 7 नवंबर को बंद रहेंगे सभी बैंक? जानें RBI ने क्यों दी छुट्टी
Viral Video: अंकल ने आंटी को दिया मजेदार गिफ्ट, लोगों ने कहा- 'यही तो है True Love'
UP: अवैध संबंध के चलते पत्नी को छोड़ा, फिर बीवी की आशिक को ऐसे उतारा मौत के घाट
Chhath Puja 2024: छठ पूजा व्रत के दौरान डायबिटीज मरीज रखें अपना खास ध्यान, वरना बिगड़ जाएगी सेहत
UP News: फर्जी जमीन के सौदे का झांसा देकर भतीजे ने ली चाचा की जान, 3 गिरफ्तार
Uric Acid का तगड़ा इलाज है ये एक जड़ी-बूटी, जान लें फायदे और इस्तेमाल का तरीका
Viral: हेलमेट की जगह सिर पर पतीला रखकर स्कूटी राइड पर निकली महिला, Video हुआ viral
US Elections 2024: अमेरिका में हैरिस या ट्रंप, मतदान आज, जानें US इलेक्शन का ABCD
गणपति पूजा पर PM का मेरे घर आना कुछ भी गलत नहीं... रिटायरमेंट से पहले बोले CJI चंद्रचूड़
लोकायुक्त पुलिस के घेरे में कर्नाटक के CM सिद्धरमैया, MUDA स्कैम में 6 नवंबर को किया तलब
कौन है वो कनाडाई मंत्री जिसने जस्टिन ट्रूडो को ‘idiot' कहा, बोला-सिखों को समझने में नाकाम PM
Ekadashi Date: नवंबर में कब है देवउठनी और उत्पन्ना एकादशी? नोट कर लें सही डेट व शुभ मुहूर्त
कहां है यूनिवर्सिटी में कपड़े उतारने वाली ईरानी महिला Ahoo Daryaei?
'डराने-धमकाने की कोशिशें कायरतापूर्ण' कनाडा में हिंदू मंदिर पर हमले की PM मोदी ने की निंदा
त्वचा पर दिखने वाले ये 5 लक्षण हो सकते हैं Skin Cancer के संकेत, भूलकर भी न करें नजरअंदाज
Skin से जुड़ी समस्याओं में दवा का काम करते हैं ये पत्ते, बस जान लें इस्तेमाल का सही तरीका
RG Kar murder: मुख्य आरोपी संजय रॉय के खिलाफ आरोप तय, ममता सरकार पर लगाए आरोप, बोला-मुझे फंसाया गया!
Chhath Puja 2024: इस खास नदी के तट पर दो देश मिलकर मनाते हैं छठ पूजा, सदियों पुरानी है परंपरा
IPL 2025 Mega Auction: इस दिन होगा आईपीएल 2025 का मेगा ऑक्शन, सामने आई तारीख
Lukewarm Water: फायदा नहीं, इन लोगों को नुकसान पहुंचाता है गुनगुना पानी, आज से ही पीना कर दें बंद
गुजरात के अमरेली में 4 बच्चों की दम घुटने से मौत, खेत मालिक की कार में खेल रहे थे मासूम
VIDEO: आगरा में वायुसेना का विमान क्रैश, जमीन पर गिरते ही MiG-29 में लगी आग, पायलट ने ऐसे बचाई जान
Healthy Tea: सर्दी-खांसी ही नहीं, इन बीमारियां को जड़ से खत्म कर देगी इस स्पेशल फूल से बनी चाय
'पटाखों पर बैन का नहीं हुआ पालन' सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार और पुलिस कमिश्नर को लगाई कड़ी फटकार
Reliance Jio ला सकता है 2025 में भारत का सबसे बड़ा IPO, रिपोर्ट का दावा
Sunny Leone ने रचाई दूसरी बार शादी, फिर दोहराए कसमें वादे, देखें फोटोज
UP By Election 2024: चुनाव आयोग ने बदली UP, केरल और पंजाब में उपचुनाव की तारीख
Nimrat-Abhishek का नाम जुड़ने से भड़कीं Simi Garewal, जूनियर बच्चन के बचाव में कही ये बात
इजरायली हमले के बाद बेबस और लाचार है गाजा का ये अस्पताल, कुछ ऐसे दम तोड़ रहे हैं मरीज
कौन हैं अभिषेक बाकोलिया जिन्हें IFS अपाला मिश्रा ने चुना अपना जीवनसाथी?
Mithun Chakraborty की पहली पत्नी का हुआ निधन, Helena Luke ने ली आखिरी सांस
क्या है Seasonal Affective Depression? जानें क्यों सर्दियों में 'SAD' रहने लगते हैं लोग
Viral Video: खचाखच भरी ट्रेन में शख्स ने लगाया देसी जुगाड़, 'स्पेशल सीट' देख लोग रह गए हैरान
Immunotherapy क्या है? जानें घातक कैंसर को खत्म करने वाली इस थेरेपी में कितना आता है खर्च
Patna Crime News: दुबई में था पति घर पर बुलाया बॉयफ्रेंड को, फिर हुआ रोंगटे खड़े करने वाला खूनी खेल
हिंदू ऑफिसर और मुस्लिम ऑफिसर, IAS अधिकारी के नंबर से बने दो WhatsApp Groups, मचा सियासी घमासान
Bigg Boss 18: टॉयलेट गंदा करने के आरोपों पर फूटा Chahat Pandey का गुस्सा, Vivian Dsena को बताया झूठा
Chhath Puja 2024: पहली बार छठ पूजा करने वाले इन बातों का रखें खास ध्यान, जान लें व्रत के सभी नियम
Chhath Puja 2024: कौन हैं छठी मैया, जानें क्यों की जाती है इनकी पूजा
Bangladesh: मोहम्मद यूनुस सरकार को गौतम अडानी की सख्त चेतावनी! क्या बांग्लादेश में छा जाएगा अंधेरा?
Share Market News: खुलते ही निवेशकों के डूबे 5.15 लाख करोड़, सोमवार को शेयर बाजार में हाहाकार
Bigg Boss 18: Kashish Kapoor ने शो में आते ही इस कंटेस्टेंट की नाक में किया दम, उठाए गेम पर सवाल
UP News: शुरू हुई महाकुंभ की तैयारियां, CM Yogi Adityanath ने दिया पीएम को न्योता
Viral Video: इस अमेरिकी बच्चे ने बांसुरी पर बजाया शारदा सिन्हा का छठ गीत, लोग हुए भावुक