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'भूत' का पता लगाती हैं ये मशीनें, Paranormal Activity पता लगाने का ये है साइंटिफिक तरीका

Paranormal Equipments: कुछ एक्सपर्ट वैज्ञानिक तरीकों से भूत या पैरॉनॉर्मल एक्टिविटी का पता लगाने के लिए कई उपकरणों की मदद लेते हैं. 

'भूत' का पता लगाती हैं ये मशीनें, Paranormal Activity पता लगाने का ये है साइंटिफिक तरीका

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डीएनए हिंदीः ‘भूत’ होते हैं या नहीं इस पर बहस सदियों पुरानी है. अलग-अलग धर्मों में भूत या नेगेटिव एनर्जी को लेकर कई तरह की मान्यताएं हैं. आधुनिक समय में वैज्ञानिक तरीकों से भी इसका पता लगाया जाता है. साइंटिस्ट पैरानॉर्मल एक्टिविटी (Paranormal Activity) पता लगाने के लिए कई तरह के प्रयोग करते रहते हैं. क्या आपको पता है कि पैरानॉर्मल एक्सपर्ट किन उपकरणों से भूत या पैरानॉर्मल गतिविधियों का पता लगाते हैं? 

साउंड रिकॉर्डिंग 
पैरानॉर्मल एक्सपर्ट अपने साथ एक साउंड रिकॉर्डिंग डिवाइस रखते हैं. सामान्य साउंट रिकॉर्डर से यह काफी अलग होता है. इसमें बारीक से बारीक साउंड को भी रिकॉर्ड किया जा सकता है. इतना ही नहीं उसकी फ्रीक्वेंसी का भी पता लगाया जा सकता है. अगर उस जगह हल्का भी बदलाव होता है तो इस रिकॉर्डर में कैद हो जाता है.  

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टेम्प्रेचर मीटर
ये तो भी जानते हैं कि जहां भी एनर्जी होगी वहां के तापमान अधिक होगा. कमरे के अलग-अलग स्थानों का तापमान भी अलग-अलग हो सकता है. जहां भी कोई एनर्जी होती है तो उस स्थान पर तापमान का काफी अंतर होता है. इस एनर्जी का अंदाजा लगाने के लिए टेम्प्रेचर चेक किया जाता है. 

नाइट विजन कैमरा
माना जाता है कि पैरानॉर्मल एक्टिविटी अंधेरे या रात में होती हैं. ऐसे में पैरानॉर्मल एक्सपर्ट अपने कई डिवाइस में एक कैमरा भी रखते हैं. यह कैमरा नाइट विजन की सुविधाओं वाला होता है और सामान्य कैमरों से काफी अलग होता है. ये अंधेरे में भी देख सकता है. इस कैमरे की मदद से अंधेरे में शूट किया जा सकता है. 

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ईएमएफ सेंसर
ईएमएफ सेंसर को पैरानॉर्मल एक्सपर्ट का सबसे पसंदीदा उपकरण माना जाता है. इसकी मदद से हवा में हो रहे बदलाव की जानकारी मिलती है. एनर्जी के होने पर हवा में कई तरह के बदलाव होते हैं. इन्हीं बदलावों को इस मशीन से पता लगाया जाता है.  

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घोस्ट बॉक्स
घोस्ट बॉक्स दरअसल साउंड रिकॉर्डर का ही एडवांस वर्जन होता है. इसमें वॉइस रिकॉर्डर के मुकाबले काफी अधिक फीचर होते हैं. ये उपकरण एफएम और एएम रेडियो फ्रिक्वेंसी में होने वाले बदलाव का भी पता लगा सकता है. 

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