trendingPhotosDetailhindi4046435

Arthritis: यूरिक एसिड और ज्वाइंट पेन की दवा होगी बेअसर, अगर नहीं सुधारीं अपनी ये 5 आदतें

Joints Pain Remedies: गठिया यानी आर्थराइटिस एक ऐसी बीमारी हैं जिसमें शरीर के हर जोड़ में असहनीय दर्द होता है. उठना-बैठना और चलना तक मुश्किल हो जाता है लेकिन यहां आपको कुछ ऐसे टिप्‍स देने जा रहे हैं जो आपकी बीमारी को ठीक ही नहीं करेंगे, बल्कि इसकी गरफ्त में आने से भी रोकेंगे.

डीएनए हिंदी: जब भी जोड़ों में दर्द या आर्थराइटिस की समस्‍या होती है लोग चलना-‍फिरना ही सबसे पहले छोड़ते हैं. उन्‍हें ऐसा लगता है कि आराम करने से दर्द में राहत मिलेगी लेकिन यही सोच बीमारी को और बढ़ाती है. यूरिक एसिड के बढ़ने का बड़ा कारण खानपान ही नहीं, हमारी आरामतलबी भी होती है. 
 

1.यूरिक एसिड बढ़ने का कारण और परेशानी

यूरिक एसिड बढ़ने का कारण और परेशानी
1/7

अगर आप आर्थराइटिस से जूझ रहे या लंबे समय तक बैठकर एक ही पोजिशन में काम कर रहे हैं तो आपके लिए पांच चीजें बेहद जरूरी हैं. हड्डी की कोमलता यूरिक एसिड खत्‍म करता है. ये जोड़ों के बीच खाली जगह में जाकर क्रिस्‍टल के रूप में जमा होने लगता है और इस वजह से ही हड्डियों में परेशानी शुरू होती है. अगर आप जोड़ों के दर्द से बचना चाहते हैं या जोड़ों की जकड़न, सूजन से परेशान हैं तो अभी भी आपके लि‍ए देरी नहीं हुई है. यहां बताई जा रही 5 चीजें आपके यूरिक एसिड को कम करेंगी और दर्द से भी छुटकारा दिलाएंगी. 
 

 



2.ऑस्टियोआर्थराइटिस

ऑस्टियोआर्थराइटिस
2/7

गठिया का सबसे आम प्रकार है. यह मुख्य रूप से हाथों, घुटनों, रीढ़ और कूल्हों में जोड़ों को प्रभावित करता है और पहले ये बीमारी 40 साल की उम्र के बाद नजर आती थी लेकिन अब ये नवजवानों में भी दिखने लगी है. अब इस बीमारी का संबंध उम्र से जुड़ा नहीं रहा. यूके के हड्डी रोग विशेषज्ञ और सलाहकार  क्रिस रक्सटन ने इस गंभीर बीमारी से लड़ने के जो तरीके बताएं हैं वह बेहद कारगर हैं. 
 



3.एक्‍सरसाइज

एक्‍सरसाइज
3/7

जी हां, कमर, घुटने या हाथ के जोड़ों में दर्द होने पर आराम करना से और बढ़ाएगा. इसलिए दर्द महसूस होते ही इसे खतरे की घंटी मानकर एक्‍सरसाइज करना शुरू कर दें. आप स्विमिंग, वॉकिंग, स्क्वैट्स और स्ट्रेचिंग जैसी एक्‍सरसाइज करें. याद रखें जोड़ों में दर्द है तो हिलना बंद न करें, क्योंकि इससे चीजें और खराब हो सकती हैं.



4.डाइट में करें सुधार

डाइट में करें सुधार
4/7

 जी हां, एक्‍सरसाइज के बाद डाइट पर फोकस करें. ज्‍यादा से ज्‍यादा रफेज वाली चीजें लें ताकि शरीर का यूरिक एसिड रफेज के साथ यूरिन के जरिये बाहर आ सके. इंफ्लेमेट्री चीजें खाने से बचें जैसे बीन्स, दाल, हाई प्रोटीन वाली चीजें आदि. आप अधिक से अधिक पानी पीएं, विटामिन सी और ओमेगा फैटी एसिड से भरी फिश खाएं. ये आपके जोड़ों में ल्‍यूब्रिकेंट को बढ़ाएंगे और सूजन कम करेंगे. प्रॉसेस्‍ड चीजें या मीट खाने से बचें. 
 



5.पोजिशन पर ध्यान दें

पोजिशन पर ध्यान दें
5/7

आप चाहे डेस्क पर बैठे हों, सोफे पर या कार में. कहीं पर भी ऐसे न बैठें जिससे आपके अंगों पर अधिक भार या झुकाव पड़े. अपनी पोजिशन को बदलते रहें. सुनिश्चित करें कि आपका कंप्यूटर वर्कस्टेशन से लेकर कार की सीट सही हो. लंबे समय तक अगर आप डेस्क पर बैठकर काम करते हैं तो कम से कम हर घंटे उठें और स्ट्रेच करें.



6.एक पैर पर खड़े हों

एक पैर पर खड़े हों
6/7

एक पैर पर बारी-बारी से जितनी देर हो सके खड़े होने की कोशिश करें या प्रति पैर एक से दो मिनट तक खड़े रहें. यह आपके संतुलन में सुधार करेगा और आपके घुटने के जोड़ों को मजबूत करने में चमत्कारिक रूप से काम करेगा. 



7.वेट कम करें

वेट कम करें
7/7

अगर आपका वेट ज्‍यादा है तो निश्‍चित रूप से आपके जोड़ों पर इसका भार ज्‍यादा पड़ेगा. इसलिए अपने वेट को तेजी से कम करने का प्रयास करें. अतिरिक्त वसा ऊतक पूरे शरीर में सूजन को उत्तेजित करने का काम करते हैं. जौ या गेहूं की दलिया खाएं. अधिक से अधिक रफेज खाएं. पानी खूब पीएं. 

ये पांच उपाय ऐसे हैं जो आपको भले ही साधारण लगें लेकिन आपके आर्थराइटिस का इलाज इसी में छुपा है. 
 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.



LIVE COVERAGE