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Leg Pain: खराब ब्लड सर्कुलेनश से नसों में सूजन तक, इन 6 वजहों से होता है पैर सुबह के समय दर्द

Pain In Leg while Resting: रात में सोने के समय से लेकर सुबह उठने तक होने वाला पैरों का दर्द कई गंभीर बीमारियों का संकेत है.

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Leg Pain: खराब ब्लड सर्कुलेनश से नसों में सूजन तक, इन 6 वजहों से होता है पैर सुबह के समय दर्द

Leg Pain: खराब ब्लड सर्कुलेनश से नसों में सूजन तक 6 वजहों से होता है पैर सुबह के समय दर्द
 

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डीएनए हिंदीः क्या आपको अपने पैर में सबसे ज्यादा दर्द (Leg Pian) तब होता है जब आप आराम की मुद्रा (Pain In Leg while Resting) में होते हैं या सुबह सो कर उठते ही पैरों में दर्द (Pain In Morning) होता है? अगर ऐसा होता है तो ये कई गंभीर बीमारियों का संकेत है.

पैरों में अगर आपको दर्द कभी भी बिना किसी मेहनत या चलने से होता है तो आपको इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. पैरों में दर्द कई तरह की बीमारियों या शरीर में होने वाली विटामिन की कमी का संकेत होता है. चलिए जानें कि पैरों में दर्द के पीछे क्या-क्या गभीर वजह शुमार हो सकते हैं. 

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खराब ब्लड सर्कुलेशन- Bad Blood Circulation
पैरों में दर्द का सबसे बड़ और गंभीर कारण खराब ब्लड सर्कुलेशन हो सकता है. शरीर में ब्लड सर्कुलेशन जब भी किसी भी कारण से स्लो होगा पैरों में सबसे पहले इसका इफेक्ट दिखेगा. 

विटामिन डी की कमी _Vitamin D Deficiency
विटामिन डी की कमी होने पर भी पैरों या घुटने में दर्द होता है. अगर ये दर्द आपको सोते समय या सोकर उठने के साथ हो रहा तो आपको अपने विटामिन की जांच करा लेनी चाहिए. 

आरामतलबी -Relaxed Lifestyle
अगर आप आराम तलब हैं और हमेशा बिस्तर पर बने रहते हैं या कोई चहलकदमी नहीं करते तो आपको पैरों में दर्द रहेगा और धीरे-धीरे ये गठिया का कारण बन जाएगा. ऐसी स्थिति में दर्द रात के समय ज्यादा होता है जब आप लेटते हैं. रात के समय पैरों में सही तरह से रक्त का प्रवाह नहीं होता है तो नींद में पैरों में ऑक्सीजन की आवाजाही बाधित होती है नतीजतन सुबह उठकर पैरों में दर्द महसूस होता है.

वैरिकोज वेन्स - Varicose Veins
वैरिकोज वेन्स नसों की वो बीमारी है जिसमें नसों में सूजन या इसके आकार में परिवर्तन होता है. नसों का आकार बढ़ने से ये शरीर पर उभर कर नजर आने लगती हैं खास कर ये पैरों में ही उभरती हैं. कई बार वैरिकोज वेन्स होने पर नसें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं जिससे पैरों में सही तरह से रक्त का प्रवाह नहीं हो पाता है. इससे पैरों में विषाक्त पदार्थ और खून का जमाव होन लगता है. इसके उभार आसानी से पैरों में नजर आते हैं और रात में सोने या आराम करने की स्थिति में पैरों में बहुत दर्द होता है. 

नींद में खलल - Disturbance in Sleep
नींद शरीर के लिए एक दवा है और नींद में खलल पड़ता है तो परेशानी सामने आने लगती है. असल में सोते समय शरीर अपनी क्षतिग्रस्त कोशिकाओं और टिश्यूज को रिपेयर करता है और जब नींद सही या गहरी नहीं होती तो समस्या शुरू होती है. रात की नींद पूरी न होने से जिस तरह तन और मन बोझिल रहता है उसी तरह पैरों का भी हाल होता है. रात को अच्छी नींद नहीं ले पाने से पैरों में दर्द बढ़ता है जो सुबह ज्यादा तकलीफ देता है. 

प्लांटार फासिसाइटिस -Plantar Fasciitis
हमारे पैर की निचली तरफ ऊतक का एक मोटा बैंड होता है जिसे प्लांटर फेसियस कहा जाता है. यह ऊतक एड़ियों को पंजे से जोड़ता है. प्लांटार फासिसाइटिस होने पर पैरों और एड़ी में दर्द होने लगता है. विशेषज्ञों के अनुसार रात को सोने के समय पैरों में रक्त की खराब आपूर्ति की वजह से दर्द और भी ज्यादा बढ़ जाता है. यह समस्या आमतौर पर रनर और एथलीट्स को चोट लगने के कारण होती है.  

आप क्या करें - What To Do
सुबह उठकर यदि रोजाना पैरों में दर्द की समस्या से आप परेशान हैं तो कुछ स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें. सुबह बिस्तर से निकलने से पहले इस स्ट्रेचिंग को कर सकते हैं. इसके लिए बेड पर पैरों को सीधा करके बैठ जाएं. एक पैर घुटने से मोड़ लें जबकि दूसरे पैर को सीधा रखें. तौलिए को सीधे पैर के सामने से रोल करके दूसरे पैर के घुटने तक खींचें. अब तौलिए को ध्यान से अपनी ओर खींचें. इस मुद्रा में 20 सेकेंड तक रहें. इसके बाद रिलैक्स हो जाएं. इसी तरह से 3 से 5 बार करें. इसी तरह सिटिंग स्ट्रेच भी है. इसे करने के लिए एक चेयर पर बैठ जाएं. दाएं पैर को बाएं पैर के ऊपर इस तरह चढ़ाएं कि दाएं पैर का पंजा आपको नजर आए. अब अपने हाथ से दाएं पैर के पंजे को आसमान की ओर खींचे. 20 सेकेंड तक इसी अवस्था में रहें. इस तरह 3 से 5 बार करें.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 

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