Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

लॉन्‍च हुआ चंद्रयान-3 तो अब आगे क्या होगा, यहां जानिए पूरी डिटेल

Chandrayaan-3: इसरो ने chandrayaan-3 को कई तरह के टेस्ट से गुजारा है ताकि chandrayaan-2 जैसी चूक न हो. आइए जानते हैं कि चंद्रयान -3 के लांच के बाद क्या होगा?

लॉन्‍च हुआ चंद्रयान-3 तो अब आगे क्या होगा, यहां जानिए पूरी डिटेल

Chandrayaan-3 Launch

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

TRENDING NOW

डीएनए हिंदी: Chandrayaan-3 Launch- आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से भारत का तीसरा मून मिशन चंद्रयान 3 आज लॉन्च हो गया. Chandrayaan-3 को दोपहर 2:35 पर लांच किया गया. इसे LVM3-M4 रॉकेट से लांच किया गया. अब चंद्रयान - 3 तो लॉन्च हो गया है. ऐसे में आइए जानते हैं कि इसके बाद आगे क्या होगा. इसके साथ मिशन से जुड़ी हुई कुछ जरूरी बातें पढ़िए.

प्रक्षेपण के ठीक 16 मिनट बाद लगभग 2.50 बजे करीब 179 किमी की ऊंचाई पर चंद्रयान-3 रॉकेट से अलग हो जाएगा.  इसके बाद चंद्रयान-3 लगभग 3.84 लाख किमी की अपनी लंबी चंद्रमा यात्रा शुरू करेगा. अगले 42 दिनों में 30,00,00 किमी से अधिक की दूरी तय करते हुए यह चंद्रमा तक पहुंच जाएगा. वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान-3 लांच होने के बाद कहा कि भारतीय अंतरिक्ष के क्षेत्र में 14 जुलाई 2023 का दिन हमेशा स्वर्ण अक्षरों में अंकित रहेगा तथा यह राष्ट्र की आशाओं और सपनों को आगे बढ़ाएगा.

 ये भी पढ़ें - Chandrayaan-3 Launch Live Updates: चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग सफल, ISRO ने कही ये बात, दुनिया दे रही बधाई

चंद्रयान-3 लॉन्च होने के बाद क्या होगा? 

श्रीहरिकोटा से लॉन्चिंग के बाद चंद्रयान-3 को लेकर LVM3 रॉकेट पृथ्वी की कक्षा की ओर बढ़ेगा. मध्यम गति के साथ आगे बढ़ते हुए 24 मीटर की ऊंचाई पर 2xS200 इग्निशन होगा. जिसके बाद 44 किलोमीटर मीटर ऊंचाई पर L110 इग्निशन होगा. 62.17 किलोमीटर ऊंचाई पर जब रॉकेट चंद्रयान-3 को लेकर लेकर पहुंचेगा तो 2xS200 इग्निशन किया जाएगा. 175वें किलोमीटर पर L110 सेपरेशन होगा. जिसके बाद ही चंद्रयान-3 के अलग होने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. सैटेलाइट सेपरेशन 179.192 किलोमीटर की ऊंचाई पर होगा.

कैसे चांद पर लैंड होगा चंद्रयान - 3? 

ISRO (Indian Space Research Organization) ने चंद्रयान-3 को कई तरह के टेस्‍ट से गुजारा है ताकि चंद्रयान-2 जैसी चूक न होने पाए. चार साल बाद अब फिर इसरो चंद्रयान-3 के जरिए लैंडर और रोवर को दक्षिणी ध्रुव पर उतारने की कोशिश करेगा. अगर चंद्रयान-3 पूरी तरह कामयाब हो जाता है तो अंतरिक्ष विज्ञान में भारत एक नया रिकॉर्ड बना देगा. आपको बता दें कि सबसे पहले फेज-3 में चंद्रयान चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करेगा. इसके बाद विभिन्न मैनूवर्स के माध्यम से यह नीचे उतरेगा. डी-बूस्‍ट के बाद प्री-लैंडिंग फेज शुरू होगा. अब  लैंडिंग फेज की बारी आएगी. लैंडर के चांद पर उतरने के बाद रोवर चांद की सतह पर घूमना शुरू करेगा.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement