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Delhi Crime: China-Pakistan के खिलाफ युद्ध लड़ चुके फौजी की हत्या, सगे पोते ने इस कारण कर बहा दिया 'रिश्तों का लहू'

Delhi Crime: एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है. देश के लिए दो युद्ध लड़ चुके 93 वर्षीय बुजुर्ग हवलदार भोजराज की हत्या कर दी गई है. यह घिनौने काम को अंजाम किसी और ने नही बल्कि उनके ही पोते ने दिया है. हत्या की वजह पेंशन के पैसे के अनबन को लेकर है.

Delhi Crime: China-Pakistan के खिलाफ युद्ध लड़ चुक�े फौजी की हत्या, सगे पोते ने इस कारण कर बहा दिया 'रिश्तों का लहू'

सांकेतिक चित्र

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Delhi Crime: देश की राजधानी में रिश्तों को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है. भारतीय सेना के रिटायर्ड फौजी की उसके ही पोते ने लाठियों से पीट-पीटकर नृशंस तरीके से हत्या कर दी है. पोते ने इस जघन्य अपराध को महज इस कारण अंजाम दे दिया, क्योंकि उसे अपने दादा की पेंशन में हिस्सा हीं मिल रहा था. दादा की हत्या करने के बाद आरोपी पोता फरार हो गया है, जिसे अब पुलिस तलाश कर रही है.

दो युद्ध में रहे थे भारतीय सेना का हिस्सा

मृत फौजी भोजराज 1962 में चीन और 1965 में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में भारतीय सेना की तरफ से शामिल हुए थे. वह 1985 में सेना से हवलदार पद से रिटायर हुए थे. इसके बाद वह दिल्ली के आजादपुर गांव में रह रहे थे. उनका पोता प्रदीप उनसे पेंशन के पैसों को लेकर कई बार झगड़ा कर चुका था. भोजराज अपनी पेंशन का एक हिस्सा प्रदीप की पहली पत्नी को देते थे, जो प्रदीप खुद लेना चाहता था और इस बात की मांग लगातार भोजराज से कर रहा था.

पेंशन में हिस्सा देने से इंकार किया तो पीट दिया दादा को

प्रदीप बुधवार को भी भोजराज के पास पेंशन का हिस्सा मांगने पहुंचा था. बताया जा रहा है कि प्रदीप को भोजराज ने पेंशन के बारे में बात करने से मना कर दिया. इस पर प्रदीप ने आपा खो दिया और अपने दादा के कपड़े उतारने के बाद उन्हें लाठी से बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया. पिटाई के चलते घायल हुए भोजराज बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े. 

इलाज के दौरान अस्पताल में हुई मौत

भोजराज के छोटे बेटे जयवीर ने उनकी गंभीर हालत देखकर तुरंत एंबुलेंस को बुलाया और उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. अस्पताल में डॉक्टरों ने जांच के बाद भोजराज को मृत घोषित कर दिया. इस घटना ने पूरे परिवार और गांव को गहरे सदमे में डाल दिया है.

प्रदीप को नहीं मिल रहा था पेंशन का हिस्सा

पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि हवलदार भोजराज अपनी पेंशन का आधा हिस्सा अपने छोटे बेटे जयवीर और बाकी आधा हिस्सा अपने पोते प्रदीप की पहली पत्नी को देते थे. प्रदीप पत्नी को मिलने वाला हिस्सा खुद लेना चाहता था. इसी बात को लेकर दादा-पोते में तनाव चल रहा था. 

फरार हो गया है आरोपी पोता

अपने दादा की हत्या करने के बाद से प्रदीप फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम (Postmortem) के लिए भेज दिया है और हत्या के मामले में जांच जारी है.


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गांव में शोक और आक्रोश

भोजराज की हत्या ने उनके परिवार और गांव में गहरा शोक पैदा कर दिया है. गांव के लोग इस घटना से काफी हैरान हैं कि जिन्होंने देश की सेवा में अपनी जिंदगी लगा दी, उन्हें उनके परिवार ने इस तरह का अंत दिया. गांव में लोग प्रदीप की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. पुलिस का कहना है कि प्रदीप को पकड़ने के लिए जगह-जगह छापेमारी की जा रही है और उसे जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा.

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