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Cyber Crime: फरीदाबाद में रिवॉर्ड प्वाइंट के नाम पर खाते से उड़ाए 7 लाख, कभी न करें ऐसी गलती 

Faridabad Cyber Crime News: फरीदाबाद में क्रेडिट कार्ड पर रिवॉर्ड देने के नाम पर ठगों ने लाखों का चूना लगा दिया है. रिवॉर्ड प्वाइंट के नाम पर आरएटी डाउनलोड कराकर खाते से 7 लाख रुपये उड़ा लिए. 

Cyber Crime: फरीदाबाद में रिवॉर्ड प्वाइंट के नाम पर खाते से उड़ाए 7 लाख, कभी न करें ऐसी गलती 

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डीएनए हिंदी: साइबर ठगों से सावधानी बरतने और अनजान ऐप, लिंक डाउनलोड नहीं करने के लिए पुलिस और साइबर टीम लगातार सतर्कता अभियान चलाती है. इसके बावजूद लोग ठगों के चंगुल में फंस जाते हैं और अपने पैसे गंवा देते हैं. फरीदाबाद में ऐसी ही एक घटना हुई है.  क्रेडिट कार्ड के रिवॉर्ड पॉइंट्स रिडीम करने का झांसा देकर साइबर ठगों ने खाते से सात लाख रुपये उड़ा द‍िए. पीड़ित के मोबाइल पर RAT डाउनलोड कराकर ठगों ने पैसे ट्रांसफर किए थे और फिर लाखों का चूना लगा दिया है. पीड़ित ने साइबर क्राइम विभाग में शिकायत दर्ज कराई है और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. घटना डिपार्टमेंट ऑफ हैवी इंडस्ट्रीज से रिटायर्ड चीफ एग्जीक्यूटिव के साथ हुई है. उनके बैंक खाते से लाखों रुपये ट्रांसफर कर लिए गए. 

पीड़ित ने बताया कि उन्होंने फरीदाबाद के साइबर थाना सेंट्रल में शिकायत दी है. साइबर क्राइम की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है और पुलिस अब ठगों की तलाश कर रही है. पीड़ित  जयंत तिवारी ने बताया कि उनके पास 26 सितम्बर को बैंककर्मी बनकर एक व्यक्ति का कॉल आया था. उसने क्रेडिट कार्ड पर रिवॉर्ड के नाम पर फोन किया और फिर 15 मिनट में ही उनके खाते से 4 बार में 6.45 लाख रुपये निकाल लिए. 

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RAT डाउनलोड करने के नाम पर की ठगी 
पीड़ित जयंत तिवारी का कहना है कि उन्होंने अपनी रिटायरमेंट की जमा पूंजी खाते में ही जमा कर रखी थी. उन्होंने बैंक डिटेल भी साझा नहीं की थी. साइबर ठगों ने बैंक के यूजर नेम और पासवर्ड के जरिए अकाउंट से पैसा निकाल लिया था. उन्होंने फोन के नोट्स में पासवर्ड सेव कर रखा था. उन्होंने यह भी कहा कि रिवॉर्ड प्वाइंट ऐड करने के लिए उनसे RAT डाउनलोड करने के लिए कहा था. रविवार को पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. 

RAT डाउनलोड करते हुए सतर्कता बरतें 
रिमोट एक्सेस ट्रोजन (RAT) एक मैलवेयर प्रोग्राम है. इस प्रोग्राम का इस्तेमाल करके हैकर्स और साइबर ठग दूसरों के फोन से उनका यूजर नेम, पासवर्ड वगैरह निकाल लेते हैं और फिर उसका इस्तेमाल ठगी के लिए करते हैं. अगर आपको कभी भी ऐसे किसी सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करने के लिए कहा जाए तो तुरंत सतर्क हो जाएं और ऐसा कोई काम नहीं करें. कई बार यह सॉफ्टवेयर आपके फोन से आपका तस्वीरें और स्क्रीन भी कैप्चर कर सकता है. 

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