Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

'जो आतंक फैलाएगा, उसे फांसी का तख्ता ही मिलेगा', अमित शाह का बड़ा बयान

Jammu And Kashmir Elections: गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर जमकर हल्ला बोला और आतंकवाद के मसले को लेकर इन पार्टियों को जमकर घेरा है.

Latest News
'जो आतंक फैलाएगा, उसे फांसी का तख्ता ही मिलेगा', अमित शाह का बड़ा बयान

Amit Shah (File Photo)

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

Jammu and Kashmir Elections: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे फेज की वोटिंग हो गई है. वहीं 56 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मतदान का इस्तेमाल किया. वहीं जम्मू-कश्मीर के (चनैनी) में एक जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जम्मू-कश्मीर का यह चुनाव तीन परिवारों के शासन को यहां से खत्म करने वाला है. कांग्रेस और NC जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को फिर से दावत देना चाहती है, लेकिन हम आतंकवाद को जड़ से खत्म करके ही रहेंगे. 

कश्मीर में नहीं चलेंगी गोलियां- शाह
अमित शाह ने आगे कहा कि हमारे अध्यक्ष श्याम प्रसाद मुखर्जी ने कहा था कि एक देश में ‘दो विधान, दो निशान व दो प्रधान’ नहीं चलेगा. इसके लिए ही उन्होंने अपनी जान भी दे दी थी. वहीं 5 अगस्त 2019 को पीएम मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटा दिया. अब जम्मू-कश्मीर में न पत्थरबाजी होगी न गोलियां चलेंगी.


यह भी पढ़ें- HDFC Bank Credit Card Rules: एचडीएफसी बैंक 1 अक्टूबर से बदल रहा है क्रेडिट कार्ड का ये नियम, नहीं समझे तो होगा नुकसान


आतंक फैलाने वालों का जवाब फांसी का तख्ता
वहीं शाह ने यह भी बोला कि जिस अफजल गुरु ने देश की संसद पर हमला करवाया उसकी फांसी की सजा का ये लोग विरोध कर रहे हैं. उमर अब्दुल्ला कहते हैं कि अफजल गुरु को फांसी नहीं देनी चाहिए.  उमर अब्दुल्ला साहब, आप आतंकवादियों को खिलाते रहिए बिरयानी, लेकिन जो देश में आतंक फैलाएगा, उसका जवाब फांसी का तख्ता ही है. 

कांग्रेस ने 70 वर्षों से बांध रखा था लोकतंत्र को- शाह 
शाह ने आगे कहा कि उमर अब्दुल्ला और राहुल बाबा कह रहे थे कि हम यहां लोकतंत्र लाएंगे. किस मुंह से कह रहे हैं वह ये बात? अब्दुल्ला परिवार से लेकर गांधी परिवार तक ने जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र को 70 वर्षों से बांध कर रखा. अब जाकर जम्मू में  पंच भी है, सरपंच भी हैं, ब्लॉक के चुनाव भी हुए, जिले के चुनाव हुए, जो पहले नहीं थे.

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.

Advertisement

Live tv

Advertisement
Advertisement