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Jitin Prasada पर मंडरा रहे खतरे के बादल? लखनऊ में हलचल तेज, जानिए पूरा मामला

PWD के अधिकारियों पर एक्शन के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों को सख्त हिदायत दी है. उन्होंने अपने मंत्रियों से कहा कि अपने प्राइवेट स्टाफ और ऑफिस के अधिकारियों पर आंख मूंद कर भरोसा न करें.

Jitin Prasada पर मंडरा रहे खतरे के बादल? लखनऊ में हलचल तेज, जानिए पूरा मामला

जितिन प्रसाद

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डीएनए हिदीं: जितिन प्रसाद... कभी कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का करीबी रहा यह चेहरा आज योगी सरकार में मंत्री है. जितिन प्रसाद ने पिछले साल जून में भाजपा का दामन थामा था. योगी आदित्यनाथ के प्रचंड बहुमत से चुनाव जीतने के बाद उन्हें PWD जैसा अहम मंत्रालय दिया गया लेकिन अब उनके सितारे गर्दिश में मालूम पड़ते हैं. दरअसल योगी आदित्यनाथ ने सरकार ने PWD में हुए ट्रांसफर्स में गड़बड़ी को लेकर विभाग के अध्यक्ष समेत 5 लोगों को सस्पेंड कर दिया है. इससे पहले सोमवार को सरकार जितिन प्रसाद के OSD अनिल पांडेय के खिलाफ एक्शन लेते हुए उन्हें केंद्र सरकार को वापस कर दिया था. 

कौन हैं अनिल पांडेय?
अनिल पांडेय केंद्र में यूपीए सरकार के दौरान जितिन प्रसाद के साथ काम कर चुके हैं. PWD में अनियमितताओं के खिलाफ शिकायत मिलने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 12 जुलाई को जांच के आदेश दिए थे. इस जांच पर आधारित रिपोर्ट 16 जुलाई को सौंपी गई थी. सरकार का कहना है कि जांच रिपोर्ट की सिफारिश के आधार पर कार्रवाई की गई है. बताया जा रहा है कि PWD के अधिकारियों पर लिए गए एक्शन से जितिन प्रसाद खुश नहीं हैं. उन्होंने मंगलवार को सीएम से मुलाकात की थी. उन्होंने इस मसले पर अपना पक्ष रखा. कहा जा रहा है कि वह बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात कर सकते हैं.

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किसने की जांच?
जांच समिति में यूपी के कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह और एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी देवेश चतुर्वेदी शामिल थे. अनिल पांडेय के खिलाफ एक्शन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मामले की जांच करने वाले अधिकारियों से मुलाकात के बाद लिया गया. इस मसले पर सरकार का कहना है कि PWD अधिकारियों के खिलाफ यह एक्शन योगी सरकार की "भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस" की नीति के तहत लिया गया है. सरकार ने सोमवार को अपने ऑर्डर में कहा कि पांडेय के खिलाफ शिकायत मिली थीं. ऑर्डर में कहा गया कि अनिल कुमार पांडेय को अपने कर्तव्यों से मुक्त कर दिया गया है और उन्हें केंद्र सरकार को वापस भेजा जा रहा है. उनके खिलाफ एक सतर्कता जांच और अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की जाती है.

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योगी ने दी मंत्रियों को नसीहत
PWD के अधिकारियों पर एक्शन के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों को सख्त हिदायत दी है. उन्होंने अपने मंत्रियों से कहा कि अपने प्राइवेट स्टाफ और ऑफिस के अधिकारियों पर आंख मूंद कर भरोसा न करें. उनपर नजर रखें, ध्यान रखें की स्टाफ के लोग क्या कर रहे हैं. योगी आदित्यनाथ ने ये बातें मंगलवार को मंत्रिपरिषद में बैठक के दौरान कहीं. उन्होंने कहा कि सभी मंत्री ईमानदारी और पारदर्शिता से काम करें.

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