Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

West Bengal Assembly में CBI, ED के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित, क्या छापों-गिरफ्तारियों से डर गई हैं ममता बनर्जी!

पश्चिम बंगाल में लगातार CBI और ED छापेमारी कर रही हैं. कोयला खनन घोटाले से लेकर शिक्षक भर्ती घोटाले तक में गिरफ्तारियां हुई हैं.

West Bengal Assembly में CBI, ED के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित, क्या छापों-गिरफ्तारियों से डर गई हैं ममता बनर्जी!
FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: पश्चिम बंगाल में विधानसभा ने सोमवार को केंद्रीय जांच एजेंसियों की ज्यादतियों के खिलाफ नियम 169 के तहत निंदा प्रस्ताव पारित किया. इसे 'केंद्रीय जांच एजेंसियों की अधिकता' के खिलाफ प्रस्ताव के नाम से पारित किया गया. इस प्रस्ताव पर करीब 2 घंटे तक बहस हुई. 

इसे CBI और ED के शिकंजे में तृणमूल कांग्रेस के कई मंत्रियों वे वरिष्ठ नेताओं की गर्दन फंसने का जवाब माना जा रहा है. TMC ने जहां इस प्रस्ताव को उचित बताया है, वहीं विपक्षी दल भाजपा (BJP) ने इसे संविधान के खिलाफ बताकर राज्य सरकार को घेरने की कोशिश की है.

पढ़ें- कांग्रेसियों का एकमात्र 'ठिकाना' है गांधी परिवार? फिर हो रही राहुल की ताजपोशी की तैयारी!

ममता बनर्जी ने कहा- मोदी नहीं अन्य भाजपा नेता कर रहे दुरुपयोग

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) ने विधानसभा में प्रस्ताव पारित होने के दौरान भाजपा पर निशाना साधा. हालांकि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर आरोप लगाने से बचती दिखाई दीं. ममता ने कहा, मुझे नहीं लगता कि सीबीआई और ईडी का दुरुपयोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं.

पढ़ें- भगवंत मान सरकार हासिल करेगी विश्वासमत, 22 सितंबर को विधानसभा का विशेष सत्र

उन्होंने कहा, भाजपा के कुछ अन्य नेता हैं, जो इन जांच एजेंसियों का उपयोग अपने हितों के लिए कर रहे हैं. ममता ने कहा, मैं पीएम मोदी से सरकार और पार्टी के कामकाज को अलग-अलग रखना सुनिश्चित करने का आग्रह करती हूं. यह देश के लिए अच्छा नहीं होगा.

पढ़ें- Supreme Court की संविधान पीठ तय करेगी मौत की सजा के नियम, पहले कहा था- नहीं बदल सकते मृत्युदंड का फैसला

क्या यह ममता की नई रणनीति है!

मोदी पर आरोप लगाने से बचने को ममता बनर्जी की नई रणनीति माना जा रहा है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ममता ने इस बयान के जरिए मोदी के बजाय अमित शाह (Amit Shah) और सुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) पर निशाना साधन की कोशिश की है. माना जाता है कि मोदी पर आरोप लगाने का लाभ भाजपा को मिलता है. इसी कारण ममता ने उन्हें सीधे तौर पर इस मसले में नहीं घेरा है.

पढ़ें- Old Pension Scheme: पंजाब में लागू होगी पुरानी पेंशन योजना, जानिए क्या है ये, जिसकी हर राज्य में हो रही मांग

क्या कहा गया है निंदा प्रस्ताव में

निंदा प्रस्ताव में कहा गया है कि विभिन्न केंद्रीय जांच एजेंसियां राज्य में मुख्य विपक्षी दल भाजपा के आरोपी विधायकों और नेताओं के प्रति नरमी दिखा रही हैं, जबकि सत्ता पक्ष के नेताओं, सांसदों, विधायकों को जानबूझकर परेशान और गिरफ्तार किया जा रहा है. यह राज्य सरकार को अस्थिर करने की साजिश के तहत हो रहा है. केंद्र सरकार और उसकी सत्ताधारी पार्टी भाजपा ने निरंकुश रवैया अपनाया हुआ है. इसी कारण कई वरिष्ठ विधायकों को बिना अनुमति लिए ही चार्जशीट दाखिल कर दी गई है. 

पढ़ें- सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक कंटेंट कैसे फैलने से रोकती हैं इन्वेस्टिगेटिव एजेंसियां?

इन मामलों में फंसे हैं TMC के नेता

  • अवैध कोयला खनन: इस मामले में ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी व उनकी पत्नी रूचिरा पर भी आरोप हैं.
  • शिक्षक भर्ती घोटाला: TMC के वरिष्ठ मंत्री पार्थ चटर्जी व उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी की गिरफ्तारी हो चुकी है.
  • मवेशी तस्करी: इस केस में TMC के वीरभूम जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल को गिरफ्तार किया जा चुका है.
  • चिटफंड घोटाला: ममता बनर्जी के मंत्री फिरहाद हकीम व मौजूदा पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष गिरफ्तार हो चुके हैं.

पढ़ें- Bhagwant Mann को प्लेन से उतारा गया? सुखबीर बादल ने लगाए गंभीर आरोप

निंदा प्रस्ताव पर किसने क्या कहा

राज्य सरकार में मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा, प्रस्ताव पास होने का कारण है कि केंद्रीय एजेंसियों पर निष्पक्षता से काम करने का दबाव बनाया जाए. बंगाल में केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है, जो गलत है. इसके ख़िलाफ विधायकों ने आज वोट दिया है. हम जांच के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन जांच का निष्पक्ष होना ज़रूरी है. 

विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा, ये प्रस्ताव संवैधानिक नहीं है. जैसे बंग नाम का कार्यान्वयन और विधान परिषद गठन नहीं हुआ, वैसे ही यह प्रस्ताव भी नहीं पूरा होगा. तृणमूल के हर भ्रष्ट नेता को जेल जाना ही होगा.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement