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Ayodhya Deepotsav: पीएम मोदी ने रामलला की आरती उतारी, जेब से पैसे निकालकर दानपात्र में डाले, फिर श्रीराम का राजतिलक किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण का निरीक्षण भी किया. दिवाली के मौके पर पूरी अयोध्या दीयों से जगमगा रही है.

Ayodhya Deepotsav: पीएम मोदी ने रामलला की आरती उतारी, जेब से पैसे निकालकर दानपात्र में डाले, फिर श्रीराम का राजतिलक किया
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डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) रविवार को अयोध्या (Ayodhya) के दीपोत्सव में शामिल होने पहुंचे. पूरी अयोध्या को दीयों से जगमग किया गया है. सबसे पहले उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि पहुंचकर रामलला विराजमान के दर्शन किए. उनकी आरती उतारी और फिर पूरे गर्भगृह की परिक्रमा की. इस दौरान प्रधानमंत्री ने आम श्रद्धालु की ही तरह अपनी जेब से कुछ रुपये निकालकर मंदिर के दानपात्र में अपना योगदान दिया. इसके बाद वे सरयू तट पर पहुंचे, जहां उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और राज्यपाल आनंदी बेन (Anandi Ben) के साथ संध्या आरती में भाग लिया. इस दौरान पुष्पक विमान यानी हेलिकॉप्टर में सवार होकर रावण वध के बाद अयोध्या लौटे प्रभु श्रीराम (Shree Ram) और माता सीता (Maa Sita) के स्वरुपों का दर्शन किया और उनका राजतिलक किया.

'रामलला के दर्शन और फिर राजा राम का राज्यभिषेक'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रभु श्रीराम बने कलाकार का राज्याभिषेक करने के बाद आम जनता को संबोधित किया. उन्होंने कहा, पहले श्री राम लला के दरशन और फिर राजा राम के राज्याभिषेक का सौभाग्य, यह सब राम जी की कृपा से ही मिलता है. उन्होंने कहा, श्रीराम के अभिषेक के साथ ही हमारे अंदर उनके आदर्श मजबूती से समा जाते हैं. भगवान राम ने वचन, कर्म, शासन-प्रशासन में जो मूल्य तय किए, वहीं सबका साथ-सबका विकास की प्रेरणा हैं. आजादी के अमृतकाल में आई दिवाली पर भगवान राम जैसी संकल्प शक्ति देश को नई ऊंचाई देगी. 

'एक समय श्रीराम के अस्तित्व पर उठते थे सवाल'

पीएम मोदी ने कहा, हमारे ही देश में एक समय प्रभु श्रीराम के अस्तित्व पर ही सवाल उठाए जाने लगे थे. इसके चलते देश के धार्मिक स्थलों का विकास पिछड़ गया. हमने 8 साल के दौरान धार्मिक स्थानों के विकास को ही आगे रखा है. प्रधानमंत्री ने सियावर रामचंद्र की जय के उद्घोष के साथ अपना संबोधन खत्म किया.

सीएम योगी बोले- राम मंदिर के भूमि पूजन से शुरू हुआ विकास

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, अयोध्या की अनदेखी कर इसे वीरान बना दिया गया, लेकिन 6 साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में अयोध्या का दीपोत्सव कार्यक्रम शुरू हुआ, जो अब देश का उत्सव बन गया है. प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीराम मंदिर का भूमि पूजन कर अयोध्या के विकास की शुरुआत की.

अयोध्या में जलाए गए हैं करीब 15 लाख दीये

अयोध्या में शाम 5 बजे दीप प्रज्जवलन शुरू किया गया. अयोध्या मंडल के आयुक्त नवदीप रिनवा के मुताबिक, 22,000 से अधिक स्वयंसेवकों ने 15 मिनट के अंदर 'राम की पैड़ी' करीब 15 लाख दीये जलाए. रिनवा ने बताया कि इसके अलावा अयोध्या में अहम चौराहों व अन्य स्थानों पर भी दीये जलाकर सजावट की गई.

दीपोत्सव के दौरान विभिन्न राज्यों के नृत्य रूपों के साथ पांच एनिमेटेड झांकियां और ग्यारह रामलीला झांकियां भी प्रदर्शित की गईं. प्रधानमंत्री मोदी ने भी सरयू तट पर भव्य संगीतमय लेजर शो के साथ-साथ राम की पैड़ी में 3-डी होलोग्राफिक प्रोजेक्शन मैपिंग शो देखा. 

राम मंदिर भूमि पूजन के बाद पीएम का पहला अयोध्या दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त, 2020 को राम मंदिर निर्माण के लिए 'भूमि पूजन' किया था. इसके बाद वह पहली बार अयोध्या वापस लौटे हैं. अयोध्या पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथा और राज्यपाल आनंदी बेन ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया. इसके बाद वे सीधे राम मंदिर गए और राम लला की पूजा अर्चना की. वहां उन्होंने दीये जलाकर प्रतिमाओं पर पुष्प चढ़ाए. आरती के बाद प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने प्रधानमंत्री के माथे पर तिलक लगाया.

मंदिर निर्माण की जांच की

पीएम मोदी अपने साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर मंदिर निर्माण स्थल पर भी पहुंचे और निर्माण कार्य जांचा. पीएम ने वहां भी दीये जलाए. उन्होंने निर्माण को लेकर सीएम योगी के साथ चर्चा भी की. मंदिर निर्माण में लगे श्रमिकों से भी जानकारी ली. 

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