Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

MP Nursing Scam: MP नर्सिंग कॉलेज घोटाले में खुद फंसे CBI के जांच अधिकारी, जानिए क्या है पूरा मामला

Madhya Pradesh News: भोपाल में नर्सिंग कॉलेज घोटाला में CBI ने बड़ा खुलासा किया है. इस मामले में CBI ने 2 सीबीआई अफसरों समेत 13 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.

Latest News
MP Nursing Scam: MP नर्सिंग कॉलेज घोटाले में खुद फंसे CBI के जांच अधिकारी, जानिए क्या है पूरा मामला
FacebookTwitterWhatsappLinkedin

TRENDING NOW

मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेज घोटाले की जांच कर रही CBI ने एक बड़ा खुलासा किया है. जांच में पता चला कि कॉलेज के अधिकारी निरीक्षण के बाद अनुकूल रिपोर्ट देने के लिए हर शिक्षण संस्थान से कथित रूप से दो से 10 लाख रुपये तक की रिश्वत ले रहे थे. अब इस मामले में CBI ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो सीबीआई अफसर, दो प्रिंसपल और दलाल शामिल हैं. सभी आरोपियों को 29 मई तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. 

CBI अधिकारी पाया गया दोषी

मध्य प्रदेश के नर्सिंग महाघोटाले में अब एक नया मोड़ सामने आया है. इस मामले की जांच कर रहे  CBI के अधिकारी भी भ्रष्टाचार में शामिल पाए गए हैं. एनएसयूआई की शिकायत के बाद बड़े स्तर पर मिलीभगत का भंडाफोड़ हुआ है. घोटाले की जांच कर रहे सीबीआई के अफसर रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए हैं.

मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली सीबीआई ने इंदौर, भोपाल, रतलाम समेत अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की थी. एक अधिकारी ने बताया कि सीबीआई इंस्पेक्टर राहुल राज को मलय कॉलेज ऑफ नर्सिंग के अध्यक्ष अनिल भास्करन और उनकी पत्नी सुमा अनिल से 10 लाख रुपये की अवैध रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया. रिश्वतखोरी के मामले में दंपत्ति को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके अलावा राहुल राज के घर से तलाशी में 7 लाख 88 हजार कैश और 2 गोल्ड के बिस्किट भी बरामद किए गए हैं. 


ये भी पढ़ें-Viral Video में पोलिंग बूथ पर EVM तोड़ते दिखे विधायक, EC बोला- बख्शा नहीं जाएगा  


क्या है पूरा मामला?

मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेज घोटाला साल 2020 में सामने आया था. शिकायत में पता चला था कि स्टेट नर्सिंग काउंसिल ने कई ऐसे कॉलेजों को मान्यता दी है, जो सिर्फ कागजों में चल रहे हैं. कई फर्जी कॉलेज किसी भी अस्पताल से नहीं जुड़े थे. इन कॉलेजों के जरिए बिना किसी प्रैक्टिकल और प्रैक्टिस के जरिए डिग्रियां बांटी जा रही थीं. फर्जीवाड़े का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 2020-21 में नर्सिंग काउंसिल के रिकॉर्ड्स में लीना नाम की महिला को बड़वानी के योगेश्वर नर्सिंग शिक्षा कॉलेज के अलावा 8 और नर्सिंग कॉलेजों की प्रिंसिपल भी बताया गया. 

इसके बाद ग्वालियर हाईकोर्ट ने 364 नर्सिंग कॉलेजों की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे. सीबीआई ने 308 नर्सिंग कॉलेज की जांच कर रिपोर्ट सौंपी थी. जांच रिपोर्ट में 169 नर्सिंग कॉलेजों को सुटेबल, 73 नर्सिंग कालेजों को डिफिसेंट और 66 नर्सिंग कॉलेज को अनसुटेबल बताया गया.

भोपाल स्थित मलय कॉलेज ऑफ नर्सिंग के चेयरमैन अनिल भास्करन, प्रिंसिपल सुमा भास्करन और एक दलाल सचिन जैन को भी सीबीआई ने गिरफ्तार किया है. अभी तक दिल्ली सीबीआई ने कुल दो सीबीआई निरीक्षक समेत 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेज दिया है. 

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement