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Mpox के खतरनाक वेरिएंट की भारत में एंट्री, केरल में मिला पहला केस, WHO ने घोषित थी की इमरजेंसी

Mpox in India Clade 1b Strain Case: डब्ल्यूएचओ द्वारा एमपॉक्स को 2022 से ‘अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल’ घोषित किए जाने के बाद से भारत में इसके 30 मामले सामने आए हैं.

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Mpox के खतरनाक वेरिएंट की भारत में एंट्री, केरल में मिला पहला केस, WHO ने घोषित थी की इमरजेंसी

Mpox clade 1b strain first case

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अफ्रीका में तबाही मचाने वाला एमपॉक्स का खतरनाक वेरिएंट अब भारत पहुंच गया है. केरल के मल्लपुरम में 38 साल के एक व्यक्ति में ‘क्लेड 1बी स्ट्रेन’ संक्रमण की पुष्टि हुई है, जो हाल में संयुक्त अरब अमीरात से लौटा था. इस वेरिएंट को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पिछले महीने सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था. फिलहाल रोगी की हालत स्थिर बताई जा रही है.

स्वास्थ मंत्रालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ‘यह इस खतरनाक वेरिएं का पहला मामला है. इस स्वरूप के कारण विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पिछले महीने दूसरी बार एमपॉक्स को सार्वजनिक स्वास्थ्य इमरजेंसी घोषित की थी. इससे पहले राष्ट्रीय राजधानी में सामने आया एमपॉक्स का एक मामला हरियाणा के हिसार निवासी 26 वर्षीय व्यक्ति का था, जो इस महीने की शुरुआत में पश्चिमी अफ्रीकी ‘क्लेड 2’ स्वरूप से संक्रमित पाया गया था.

भारत में अब तक सामने आए 30 मामले 
WHO द्वारा एमपॉक्स को 2022 से ‘अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल’ घोषित किए जाने के बाद से भारत में इसके 30 मामले सामने आए हैं. इस बीच केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने विदेश से लौटने वालों एवं अन्य लोगों से लक्षण होने पर स्वास्थ्य विभाग को सूचित करने और जल्द से जल्द उपचार कराने की अपील की है. उन्होंने केरल के उन अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों की लिस्ट जारी की, जहां एमपॉक्स से संक्रमित मरीजों के उपचार और आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था की गई है.

स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील करते हुए कहा कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कई अफ्रीकी देशों में एमपॉक्स का संक्रमण फैलने के मद्देनजर केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों के अनुरूप राज्य में हवाई अड्डों पर निगरानी बढ़ा दी है. उन्होंने कहा कि जो लोग ऐसे देशों से आ रहे हैं जहां संक्रमण के मामले आए हैं, उन्हें किसी तरह का लक्षण होने पर एयरपोर्ट पर जानकारी देने को कहा गया है.

वीना जॉर्ज  ने कहा कि 2022 में एमपॉक्स का पहला मामला सामने आने के बाद से केरल ने इस संबंध में मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) अपनाई है और उसी के अनुसार पृथकवास, नमूना एकत्रण और उपचार सुनिश्चित किया गया है. उन्होंने कहा कि हर अस्पताल से इस ‘प्रोटोकॉल’ का पालन करने का आग्रह किया गया है. प्रभावित व्यक्तियों के नमूने लेने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को जरूरी सावधानियों का सख्ती से पालन करने को कहा है. (PTI इनपुट के साथ)

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