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संसद में Modi, Modi, Modi: 'दुनिया भारत की तरफ देख रही, कुछ लोग इससे भी दुखी', 12 पॉइंट्स में जानिए क्या बोले पीएम मोदी

PM Modi In Parliament: प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण से लेकर देश की अर्थव्यवस्था तक पर बात की. साथ ही विपक्ष पर तंज भी कसे.

संसद में Modi, Modi, Modi: 'दुनिया भारत की तरफ देख रही, कुछ लोग इससे भी दुखी', 12 पॉइंट्स में जानिए क्या बोले पीएम मोदी

PM Modi in Lok Sabha

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डीएनए हिंदी: PM Modi Speech In Lok Sabha- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के बजट अभिभाषण पर सरकार के धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दिया. सदन को संबोधित करते हुए उन्होंने एकतरफ विपक्षी दलों पर लगातार तंज कसे, वहीं देश की तरक्की का पूरा खाका भी पेश किया. दोपहर करीब 3.53 बजे बोलना शुरू करने के बाद पीएम मोदी ने 5.19 बजे तक करीब सवा घंटे में विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा. खासतौर पर राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी का नाम लिए बिना उन्होंने पूरी तरह उन्हें अपने संबोधन के केंद्र में रखा. उन्होंने कहा, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) के अभिभाषण के दौरान विपक्षी नेताओं के गायब होने को जनजातीय समुदायों के प्रति उनकी नफरत का नमूना बताया. साथ ही कहा कि पूरी दुनिया जहां भारत की तरक्की की तारीफ कर रही है, वहीं देश में कुछ लोग इसे स्वीकार ही नहीं कर पा रहे हैं. उन्हें देश की तरक्की ही नहीं दिख रही है. दुनिया हर काम में भारत की तरफ देख रही है. कुछ लोगों को इससे भी दुख हो रहा है. इस दौरान संंसद जहां सत्ताधारी सांसदों के 'जय श्रीराम' और 'मोदी-मोदी' नारों से गूंजती रही, वहीं विपक्षी सांसदों ने भी जमकर हंगामा किया. कई बार प्रधानमंत्री के संबोधन में खलल डाला. इस दौरान कई बार लोक सभा के स्पीकर ओम बिड़ला को विपक्षी सांसदों को डांटकर संसद की परंपराएं याद दिलानी पड़ी और चुप होने के लिए कहना पड़ा.

आइए 12 पॉइंट्स में जानते हैं पीएम मोदी ने सदन में क्या कहा.

1. राष्ट्रपति का अपमान कर दिखाई नफरत की सोच

पीएम मोदी ने कहा, मैं राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद देता हूं. साथ ही उनका अभिनंदन भी करता हूं. जब राष्ट्रपति का अभिभाषण हो रहा था तो कुछ लोग उससे भी गायब हो गए. इससे जनजातीय समुदाय के प्रति उनकी नफरत और उनकी सोच सभी के सामने आ गई है. टीवी पर ऐसी बातें कही गई हैं, जिसने उनके अंदर के नफरत के भाव को सबके सामने बाहर ला दिया है. एक बड़े नेता तो पहले ही राष्ट्रपति का अपमान कर चुके हैं. 

2. राहुल गांधी पर दुष्यंत कुमार की कविता से कसा तंज

पीएम मोदी ने कहा, अभिभाषण पर चर्चा में कई सदस्यों ने अपने-अपने आंकड़े और तर्क दिए. अपनी रुचि के हिसाब से अपनी बातें रखीं. इससे समझ में आता है कि किसकी कितनी क्षमता, योग्यता, समझ है और उनका क्या इरादा है. उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बिना तंज कसा. कहा, कल कुछ लोगों ने भाषण दिया था तो उनके समर्थकों से लेकर पूरा इको सिस्टम तक उछल रहा था कि ये हुई ना कोई बात. चलो बढ़िया है, उन्हें नींद भी अच्छी आई होगी. वे सुबह समय पर उठ भी नहीं पाए होंगे. कुछ लोगों को हावर्ड (यूनिवर्सिटी) का बड़ा क्रेज है. कोरोना काल में कांग्रेस ने कहा था कि भारत की बर्बादी पर हार्वर्ड में केस स्टडी होगी. उन्हें बता दूं बीते वर्षों में हार्वर्ड में एक बहुत अच्छी स्टडी हुई है, उसका शीर्षक था 'द राइज एंड डिक्लाइन ऑफ इंडिया कांग्रेस पार्टी. मोदी ने इसके बाद मशहूर कवि दुष्यंत कुमार की कविता के जरिये राहुल और कांग्रेस पर तंज कसा, कहा, 'तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल ये है कि फिर भी तुम्हे यकीन नहीं.' 

3. पहले कहते थे देश कमजोर हो रहा, अब कह रहे मोदी दूसरे देशों को धमका रहे

पीएम मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा, साल 2014 में जब हम सत्ता में आए, तब से कुछ लोग कहते थे कि देश कमजोर हो रहा है. अब वे लोग कह रहे हैं कि दूसरे देशों को हम धमका रहे हैं. उन्हें धमकाकर फैसले बदलवा रहे हैं. उन्हें लगता है कि मोदी को गाली दो, इसी से जनता के बीच रास्ता निकलेगा. पीएम मोदी जब यह कह रहे थे, तो सदन में मौजूद भाजपा सांसदों ने 'मोदी-मोदी' के नारों से पूरा हॉल गुंजायमान कर दिया. 

4. दुनिया भारत की तरफ देख रही, कुछ लोगों को इस पर भी दुख

पीएम मोदी ने कहा, आज पड़ोसी देश में खाने का संकट है. हालात खराब हैं. इसके उलट भारत विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. जी20 की अध्यक्षता कर रहा है, जो बड़ी बात है.  आज पूरी दुनिया भारत की तरफ आशा की नजरों से देख रही है. इसका कारण है भारत में आई स्थिरता. भारत की वैश्विक साख, सामर्थ्य में आई बढ़ोतरी. कुछ लोगों को इस पर भी दुख हो रहा है. 

5. हम मजबूरी नहीं इच्छाशक्ति से फैसले लेने वाली सरकार

पीएम मोदी ने कहा, हम देश में मजबूरी नहीं अपनी इच्छाशक्ति की बदौलत सुधार लागू कर रहे हैं. देश में स्थिर और राष्ट्रहित में फैसले लेने वाली सरकार है. आज भारत का वैक्सीनेशन दुनिया के लिए मिसाल बन गया है. करोड़ों लोगों को वैक्सीनेशन लगाई गई है. मेड इन इंडिया वैक्सीन उपलब्ध कराई गई है. हमने दुनिया के 150 देशों को वैक्सीन दी है. भारत दुनिया की समृद्धि में अपनी तरक्की देख रहा है. सप्लाई चेन के मामले में हमने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है, लेकिन कई लोगों को यह समझने में बहुत देर लग जाएगी. 

6. भारत का डिजिटल इंडिया मिशन पूरी दुनिया के लिए मिसाल बना

पीएम मोदी ने कहा, भारत का डिजिटल इंडिया मिशन पूरी दुनिया के लिए मिसाल बन चुका है. एक क्लिक पर करोड़ों लोगों के खाते में आर्थिक मदद के हजारों करोड़ रुपये पहुंच जा रहे हैं. वैक्सीन लगते ही कोविन सर्टिफिकेट अगले पल वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है. पूरी दुनिया भारत की टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में तरक्की की तारीफ कर रही है. 

7. निराशा में डूबे लोगों को भारतीयों का पुरुषार्थ नहीं दिख रहा

पीएम मोदी ने कहा, निराशा में डूबे कुछ लोग भारत की तरक्की ही नहीं देख पा रहे हैं. इसे स्वीकार ही नहीं कर पा रहे हैं. उन्हें भारत के लोगों का पुरुषार्थ और उपलब्धियां नजर ही नहीं आ रही है. हर क्षेत्र में भारत आगे बढ़ रहा है. पिछले 9 साल में भारत में 90,000 स्टार्टअप्स चालू हुए हैं. आज हम स्टार्टअप्स में दुनिया में तीसरे नंबर पर हैं. यह भारत के युवा सामर्थ्य की पहचान बन गया है. कोरोना के असर के बावजूद 108 स्टार्टअप यूनिकॉर्न बने हैं. पीएम ने कहा, मोबाइल मेन्युफेक्चरिंग में भारत दूसरे नंबर पर है. घरेलू विमान यात्री के मामले में हम तीसरे नंबर पर आ गए हैं. तरक्की का पैमाना कहा जाने वाले एनर्जी खपत में हम दुनिया में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं. खेल में भी भारत आगे चल रहा है. प्रगति में बेटियों की भागीदारी बढ़ी है. 

8. हम विश्वास से भरा हुआ, सपने और संकल्प वाला देश हैं

पीएम मोदी ने कहा, देश में आज हर स्तर पर आशा ही आशा नजर आ रही है. आज हम विश्वास से भरा हुआ देश हैं. सपने और संकल्प लेकर चलने वाला देश हैं. कुछ लोग आज भी यहां गहरी निराशा में डूबे हैं. पीएम ने काका हाथरसी की कविता के जरिए विपक्षी दलों पर तंज भी कसा. पीएम ने कहा, ये निराशा ऐसे नहीं आई, इस निराशा के पीछे कारण है. इनमें से एक जनता का बार-बार इनके खिलाफ हुकुम देना भी है. साल 2004 से 2014 तक भारत की अर्थव्यवस्था खस्ताहाल हो गई, इस पर निराशा नहीं होगी तो क्या होगी. 10 साल में महंगाई डबल डिजिट रही इसलिए अगर कुछ अच्छा होता है तो निराशा और उभर कर आती है

9. 2014 से पहले का दशक Lost Decade रहा

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, 2014 से पहले का दशक हमेशा 'The Lost Decade' के रूप में जाना जाएगा, लेकिन 2030 का दशक भारत का दशक है. उन्होंने कहा, साल 2004 से 2014 तक का समय आजादी के इतिहास में घोटालों के दशक के रूप में याद किया जाएगा. UPA के 10 साल में सबसे ज्यादा घोटाले हुए. साल 2010 में पूरी दुनिया को भारत का युवा सामर्थ्य दिखाने का मौका बनने जा रहे राष्ट्रमंडल खेल घोटालों के कारण पूरी दुनिया में देश को बदनाम कर गए. सदी के दूसरे दशक में देश की चर्चा ब्लैकआउट के लिए हुई. यूपीए सरकार ने इस दौरान हर मौके को मुसीबत में बदला. इनकी निराशा का कारण ही यह है कि देश का सामर्थ्य खुलकर सामने आ रहा है. IT का युग जब उभर रहा था तो ये 2G घोटाले में फंसे रहे. सिविल न्यूक्लियर डील पर चर्चा होनी चाहिए थी तो ये कैश फॉर वोट घोटाले में फंसे रहे.

10. UPA के 10 साल आतंकी हमलों के लिए याद रहेंगे

पीएम मोदी ने कहा, UPA के वे दस साल (2004 से 2014 तक) भारत के हर कोने में आतंकी हमलों के लिए याद किए जाएंगे. कश्मीर से पूर्वोत्तर तक देश हिंसा का शिकार था. उस दौर में हर तरफ यही सूचना रहती थी कि अनजानी चीज को हाथ मत लगाना. हर नागरिक असुरक्षित रहता था. 90 के दशक में श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा नहीं फहरा सकते थे. मैं तब लालचौक गया था. घोषणा करके बिना सुरक्षा और बिना बुलेटप्रूफ जैकेट पहने गया था. मैंने लाल चौक पर तिरंगा फहराया था. आज वही लोग वहां तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं. बिना किसी सुरक्षा के निकाल रहे हैं. फिर भी पूछ रहे हैं कि क्या बदलाव हुआ.

11. कुछ लोगों ने 9 साल में बस आरोप ही लगाए

पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर तंज कसा कि कुछ लोगों ने पिछले 9 साल के दौरान बस आरोप ही लगाए. मैं इंतजार करता रहा कि कोई तो तैयारी करके आएगा. फैक्ट्स के साथ आलोचना करेगा. लेकिन इन्होंने 9 साल आलोचना करने की जगह आरोप लगाने में ही गंवा दिए. चुनाव हारो तो ईवीएम और चुनाव आयोग को गाली दो, आरोप लगाओ... कोर्ट में फैसला खिलाफ रहा तो उस पर आरोप लगा दो. भ्रष्टाचार की जांच हो तो जांच एजेंसियों को गाली दो. सेना अपना पराक्रम दिखाए तो उसे भी गाली दो, उसकी सफलता पर शक करो, आरोप लगाओ. उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद थी कि देश की जनता और चुनावी नतीजे ऐसे लोगों (विपक्ष को) एक मंच पर जरूर लाएंगे, लेकिन यह भी नहीं हुआ. इन सभी को ED को शुक्रिया कहना चाहिए कि उसके कारण ही सही, ये सब एक मंच पर तो आ गए.

12. मेरा कवच 140 करोड़ लोग हैं, ये गालियों और झूठ से नहीं भेदा जाएगा

पीएम मोदी ने देश की जनता के लिए किए कामों को गिनाया और कहा, आपकी गालियों को और आपके आरोपों को इन कोटि- कोटि भारतीयों से होकर गुजरना पड़ेगा. कुछ लोग अपने और अपने परिवार के लिए बहुत कुछ तबाह करने पर लगे हुए हैं. मोदी तो 140 करोड़ लोगों के परिवार के लिए जी रहा है. ये 140 करोड़ लोग ही मेरा सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है. गालियों और झूठ से तुम इसे भेद नहीं सकते. पीएम बोले, मोदी पर भरोसा अखबार की सुर्खियों से नहीं, TV पर चमकते चहरों से नहीं हुआ है. मोदी पर भरोसा देश की जनता तब हुआ है, जब मैंने अपना जीवन खपा दिया, पल पल खपा दिया. 

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