Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

'बहुएं मायके चली जाती हैं' शहीद कैप्टन Anshuman Singh के मां-बाप ने सुनाया अपना दर्द

कैप्टन अंशुमान सिंह (Captain Anshuman Singh) के माता-पिता ने अपना दुख जाहिर किया है. उन्होंने अपने बहु पर उन्हें छोड़कर और कीर्ति चक्र लेकर अपने घर जाने का आरोप लगाया है. 

Latest News
'बहुएं मायके चली जाती हैं' शहीद कैप्टन Anshuman Singh के मां-बाप ने सुनाया अपना दर्द

राष्ट्रपति के हाथों सम्मान ग्रहण करती शहीद की पत्नी

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

सियाचिन (Siachen) में पूरी बहादुरी के साथ अपने साथियों की जान बचाते हुए कैप्टन अंशुमान सिंह (Captain Anshuman Singh) शहीद (Martyr) हो गए थे. उनकी इस शहादात को देखते हुए उनके परिजनों को कीर्ति चक्र (Kirti Chakra) से सम्मानित किया गया था. ये अवार्ड उन्हें 5 जुलाई 2024 को उनके अदम्य साहस और वीरता के लिए दिया गया था. ये सम्मान उनकी पत्नी को राष्ट्रपति के हाथों दिया गया था. अब अंशुमान सिंह के माता-पिता ने अपना दुख जाहिर किया है. उन्होंने अपने बहु पर उन्हें छोड़कर और कीर्ति चक्र लेकर अपने घर जाने का आरोप लगाया है. 

शहीद की पत्नि पर सास-ससुर ने लगाए ये आरोप
उन्होंने आरोप लगाया है कि शहीद की पत्नी राष्ट्रपति द्वारा मिले कीर्ति चक्र को लेकर अपने मायके चली गई है, साथ ही वो अपने साथ फोटो एल्बम, कपड़े और शहीद से जुड़ी चीजें भी अपने साथ ले गई हैं. उनकी पत्नी इस समय अपने मायके गुरदासपुर में रह रही हैं. आरोपों के मुताबिक शहीद की पत्नी ने न केवल अपने सास-ससुर को छोड़कर गई हैं, साथ ही शहीद के मेडल भी ले गईं. साथ ही शहीद के पत्नी पर ये आरोप भी है कि वो उनके दस्तावेजों पर लिखे पते को भी बदल उसमें गुरदासपुर लिखवा दिया है. इस पूरे प्रकरण को लेकर शहीद की पत्नी का पक्ष नहीं आया है.


यह भी पढ़ें- Anant-Radhika की शादी में गांधी परिवार से कौन होगा शामिल? सामने आई जानकारी


तेरहवीं होते ही अपने घर जाने की बात करने लगी थी
इंडिया टूडे से बात करते हुए शहीद के पिता ने बताया कि '19 जुलाई 2023 को जब कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद हुए थे तब शहीद की पत्नी स्मृति और बेटी उनके घर पर ही नोएडा में थीं. मैंने खुद कैब से उनके लखनऊ आने की व्यवस्था की थी. उसके बाद लखनऊ से निकलकर हम गोरखपुर चले गए थे. गोरखपुर में उनका अंतिम संस्कार हुआ था. तेरहवीं होते ही शहीद की पत्नी अपने घर जाने के लिए कहने लगी थी.' वहीं, शहीद की मां ने कहा कि 'बहुएं मायके चली जाती हैं...' इतना बोलकर वो भावुक हो गईं.

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement