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Tawang Clash: राजनाथ ने की तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक, चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प पर थोड़ी देर में संसद में देंगे बयान

Tawang Clash: कांग्रेस ने तवांग में चीनी सेना के हिंसक झड़प मामले में संसद में चर्चा की मांग की है. इस मामले में पीएम मोदी हाईलेवल बैठक जारी है.  

Tawang Clash: राजनाथ ने की तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक, चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प पर थोड़ी देर में संसद में दे��ंगे बयान
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डीएनए हिंदीः अरुणाचल प्रदेश के तवांग (Tawang Clash) में चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प को लेकर विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है. मंगलवार को संसद की कार्यवाही शुरू होते ही जमकर हंगामा हुआ. इससे पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने आर्मी चीफ मनोज पांडे समेत तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक की. बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar), सीडीएस अनिल चौहान (CDS Anil chauhan) और एनएसए अजित डोभाल (NSA Ajit Doval) भी मौजूद रहे. दोपहर 12 बजे राजनाथ सिंह इस मामले में संसद में बयान देंगे. 

लोकसभा की कार्यवाही स्थगित
अरुणाचल प्रदेश में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प मामले को लेकर संसद के दोनों सदनों में हंगामा जारी है. कांग्रेस के अलावा आरजेडी, तृणमूल कांग्रेस, आप समेत तमाम विपक्षी पार्टियों ने राज्यसभा और लोकसभा में इस मुद्दे पर तुरंत चर्चा की मांग को लेकर नोटिस दिया है. कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत-चीन झड़प पर चर्चा के लिए राज्यसभा में नियम 267 के तहत सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया है. टीएमसी ने भी राज्यसभा में नियम 267 के तहत सरकार से इस मुद्दे पर बयान जारी करने की मांग की है. आरजेडी सांसद मनोज झा ने भी इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की है. आप ने भी इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की. 

कांग्रेस ने केंद्र पर साधा निशाना 
कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इस मामले को लेकर केंद्र और बीजेपी पर जमकर निशाना था. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के जवानों के साथ चीन ने उकसावे की कार्रवाई की है और हमारे जवानों ने भी करारा जवाब दिया है जिसमें कुछ जवान घायल भी हुए हैं. खड़गे ने कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर पूरा देश एक है और इसका हम राजनीतिकरण नहीं करेंगे. लेकिन मोदी सरकार को चीनी घुसपैठ और एलएसी पर अप्रैल 2020 के बाद की स्थिति को लेकर संसद में बहस कराके पूरे देश को विश्वास में लेना चाहिए. 

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