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Rampur के आकाश सक्सेना, अब्दुल्ला आजम के खिलाफ लड़ी कानून लड़ाई, अब छीन ली विधायकी

Rampur Bypolls Akash Saxena BJP: बीजेपी के आकाश सक्सेना ने रामपुर में समाजवादी पार्टी को हराकर आजम खान की राजनीतिक प्रतिष्ठा को बड़ा धक्का पहुंचाया है

Rampur के आकाश सक्सेना, अब्दुल्ला आजम के खिलाफ लड़ी कानून लड़ाई, अब छीन ली विधायकी

आकाश सक्सेना ने रामपुर में मारी बाजी

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डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश की रामपुर विधानसभा का उपचुनाव (Rampur Bypolls) पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. इस सीट पर हार समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार आसिम रजा (Asim Raza Samajwadi Party) की हुई है लेकिन धक्का आजम खान की राजनीतिक प्रतिष्ठा को लगा है. साल 1980 से 2022 तक इस सीट पर आजम खान (Azam Khan) या उनके परिवार के लोग इस सीट पर 11 बार चुनाव जीत चुके हैं. आकाश सक्सेना (Akash Saxena BJP) नाम के नेता ने आजम खान की इस विरासत पर पानी फेर दिया है. आकाश सक्सेना का नाम अहम इसलिए है कि आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम (Abdullah Azam) के बर्थ सर्टिफिकेट केस में कानूनी लड़ाई लड़ने वाले भी आकाश ही थे. बीजेपी ने उनपर भरोसा जताया.

आकाश सक्सेना ने ही आजम खान के खिलाफ साल 2019 में भड़काऊ भाषण का केस दर्ज करवाया था. इसी केस में आजम खान को दोषी करार दिया गया और उनकी विधायकी चली गई. तीन साल पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट ने यह माना था कि अब्दुल्ला आजम साल 2017 में जब चुनाव लड़े तब उनकी उम्र 25 साल नहीं थी. इसी के आधार पर उनकी विधायकी रद्द कर दी गई.

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आजम खान और उनके परिवार के लिए बीते कुछ साल बहुत मुश्किल रहे हैं. आजम खान जेल गए. अब्दुल्ला आजम की विधायकी गई. अब्दुल्ला आजम भी लंबे समय तक जेल में रहे. कई बार आजम खान ने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव से नाराजगी भी जताई. आजम खान पर मुर्गी चोरी, किताब चोरी जैसे तमाम इल्जाम लगे. उनके घर पर कुर्की का नोटिस भेजा गया. आजम खान के खिलाफ 88 केस दर्ज किए गए हैं. सभी मामलों में जमानत मिलने के बाद ही आजम खान जेल से बाहर आए. फिलहाल, वह जमानत पर बाहर हैं. अब हालात ऐसे हैं कि न तो वह चुनाव लड़ सकते हैं और न ही इस बार वह रामपुर में वोट डाल पाए.

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फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट से चर्चा में आए थे आकाश सक्सेना
आकाश सक्सेना को आजम अब्दुल्ला के फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट केस की वजह से जाना जाता है. आकाश सक्सेना ने ही यह केस दर्ज करवाया था. आकाश सक्सेना ने आरोप लगाए हैं कि अब्दुल्ला आजम ने जब पहली बार चुनाव लड़ा तो वह 25 साल के नहीं थे. आकाश के मुताबिक, आजम अब्दुल्ला के पिता आजम खान और मां तंजीन फातिमा ने अब्दुल्ला के फर्जी सर्टिफिकेट बनवाए. फिलहाल, अब्दुल्ला आजम रामपुर की स्वार सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक हैं.

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साल भर के अंदर आकाश सक्सेना ने छीन लिया रामपुर
बीजेपी के आकाश सक्सेना को रामपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में 81,342 वोट मिले हैं. वहीं, सपा के आसिम रजा को 47,294 वोट मिले हैं. यानी हार का अंतर 34,136 वोटों का रहा है. 2022 के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने आकाश सक्सेना को ही चुनाव में उतारा था लेकिन तब वह आजम खान से चुनाव हार गए थे. 2022 के चुनाव में आजम खान को 1,31,225 वोट और आकाश सक्सेना को 76,084 वोट मिले थे.

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