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रसोइया की बेटी ने ऐसा क्या किया कि नम हो गई CJI चंद्रचूड़ की आंखें, बोले -गर्व की बात

Supreme Court में काम करने वाले एक रसोइया की बेटी ने कुछ ऐसा कारनामा किया है कि लोग उसकी काबिलियत पर फिदा हो गए हैं. उसकी सफलता की कहानी आपकी भी आंखें नम कर देंगी.

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रसोइया की बेटी ने ऐसा क्या किया कि नम हो गई CJI चंद्रचूड़ की आंखें, बोले -गर्व की बात

प्रज्ञा को सम्मानित करते CJI.

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पिता देश के जिस सर्वोच्च अदालत (Supreme Court) में रसोइया (Cook) हैं, उसकी बेटी को अगर कानून की पढ़ाई में दुनिया के सबसे चर्चित दो विश्वविद्यालयों से स्कॉलरशिप (US Scholarship) का ऑफर मिले तो किसकी आंखें नम न हो जाएं. कानून (Law) की पढ़ाई कर रही प्रज्ञा कही कहानी कुछ ऐसी ही है. 

प्रज्ञा की उम्र 25 साल है और वे सुप्रीम कोर्ट में रसोइया के तौर पर अपनी सेवाएं देते हैं. मां सामान्य गृहणी हैं. कम पैसे और आर्थिक चुनौतियों के बाद भी बेटी ने अपनी मेहनत का लोहा मनवाया है.


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प्रज्ञा को मिला विदेश से स्कॉलरशिप ऑफर
प्रज्ञा को अमेरिका के दो बड़े विश्वविद्यालयों की ओर से छात्रवृत्ति का ऑफर मिला है. प्रज्ञा की ख्याति ऐसी फैली कि खुद सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) और सुप्रीम कोर्ट के अन्य जजों ने भी सम्मानित किया है. 

'CJI ने कहा ये हमारे लिए गर्व की बात'
प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया ने 40 सेकेंड का एक वीडियो जारी किया है, जिसमें CJI और सुप्रीम कोर्ट के अन्य सभी जज उन्हें बधाई दे रहे हैं. CJI ने प्रज्ञा की मां और कोर्ट में रसोइये के तौर पर काम कर रहे उनके पिता अजय कुमार सामल को भी सम्मानित किया. CJI ने उन्हें बधाई दी और कहा, 'यह हम सभी के लिए गर्व की बात है.'
 


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'मेहनती छात्रों को मिले संसाधन, ये जिम्मेदारी हमारी'
CJI ने प्रज्ञा को सुप्रीम कोर्ट के सभी जजों की ओर से एक हस्ताक्षरित एक किताब सौंपी. प्रज्ञा ने कहा, 'यह एक विशेषाधिकार और सम्मान की बात है. मुझे लगता है कि अगर आप कड़ी मेहनत करते हैं और आगे बढ़ना चाहते हैं, तो आपको संसाधन मिलेंगे. देश में ऐसा नहीं होना चाहिए कि जो छात्र मेहनती है, उसे संसाधन न मिले. यह हमारी जिम्मेदारी है.'

'अपने सपनों को लोग करें पूरा'
CJI ने कहा, 'यह सुनिश्चित करना सरकार के साथ-साथ नागरिकों की भी जिम्मेदारी है कि हर बच्चा, जो उच्च शिक्षा हासिल करना चाहता है या खेल में उत्कृष्टता हासिल करना चाहता है, अपने सपनों को हासिल कर सके.'

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