Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Indore Temple Tragedy: इंदौर के मंदिर की बावड़ी से 35 शव बरामद, जानें अभी तक क्यों पूरा नहीं हो पाया रेस्क्यू ऑपरेशन

इंदौर के मंदिर में रामनवमी पर हुए हादसे के बाद अब तक 35 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं.

Indore Temple Tragedy: इंदौर के मंदिर की बावड़ी से 35 शव बरामद, जानें अभी तक क्यों पूरा नहीं हो पाया रेस्क्यू ऑपरेशन

इंदौर के बालेश्वर महादेव मंदिर में हुआ बड़ा हादसा. (तस्वीर-PTI)

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित बालेश्वर महादेव मंदिर में हुए हादसे में मरने वालों की संख्या अब 35 हो गई है. मंदिर में रामनवमी पर गुरुवार को आयोजित हवन के दौरान पुरानी बावड़ी की छत धंसने से उसमें गिरे 35 लोगों की मौत हो गई है. 

इंदौर के जिलाधिकारी डॉ इलैयाराजा टी ने घटनास्थल का मुआयना किया और कहा, 'थलसेना, NDRF और SDRF की मदद से चलाया जा रहा हमारा खोज अभियान पूरा होने वाला है और अब तक 35 शवों को बावड़ी से निकाला गया है.'

इंदौर प्रशासन के मुताबिक लापता लोगों की जो सूची उनके परिजन से मिली थी, उनमें से एक व्यक्ति को छोड़कर सभी लोगों के शव बावड़ी के बाहर निकाले जा चुके हैं. जिलाधिकारी ने बताया कि बावड़ी में गाद बेहद ज्यादा है और गाद हटाकर लापता व्यक्ति की तलाश की जा रही है. 

इसे भी पढ़ें- Mandir roof collapse:  40 फुट गहरे पानी में डूबे हैं अब भी कई लोग

दलदल में फंसे शव, निकालने में हो रही परेशानी

हादसे में घायल 16 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि दो अन्य व्यक्तियों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है. चश्मदीदों ने बताया कि बृहस्पतिवार रात साढ़े 11 बजे के बाद बावड़ी से शवों को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजे जाने का सिलसिला तेज हुआ. थलसेना और एनडीआरएफ के संयुक्त दल को एक क्रेन और ट्रॉली की मदद से बावड़ी में नीचे उतारा गया जिसने शवों को बाहर निकाला. 

इस वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में आ रही दिक्कतें 

अधिकारियों ने बताया कि मंदिर के संकरी जगह में बने होने के कारण बचाव कार्य में शुरुआत में बाधा आई और मंदिर की एक दीवार तोड़ कर पाइप इसके भीतर डाला गया और बावड़ी का पानी मोटर से खींचकर बाहर निकाला गया. 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर. भीड़ की वजह से हो गया बड़ा हादसा

एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ थी और छत ज्यादा लोगों का बोझ नहीं सहन कर सकी. रहवासियों ने बताया कि मंदिर पुरानी बावड़ी पर छत डालकर बनाया गया था. (इनपुट: भाषा)

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement